"अर्गुन नदी": अवतरणों में अंतर

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==मंगोल इतिहास में महत्व==
[[मंगोल भाषा]] का सब से प्राचीन ग्रन्थ 'मंगोलों का गुप्त इतिहास' नामक पुस्तक है, जो १३वीं शताब्दी में लिखा गया था। इसमें एक मिथ्य-कथा है जिसमें कहा गया है कि मंगोलों में कभी बहुत ख़ून-ख़राबा हुआ जिस से अर्गुन-ख़ुन नामक मंगोलों का एक क़बीला नष्ट हो गया और उसके केवल दो पुरुष और दो स्त्रियाँ ही बचे। वह भागकर अर्गुन नदी के आरम्भिक क्षेत्र में पहुँच गए, जो बहुत ही वीरान और दुर्गम इलाक़ा था। यहाँ उनके घोड़ों के लिए घास भी थी और मौसम भी सेहत के लिए लाभदायक था। यह क़बीला यहाँ पर पनपने लगा और उन्हें [[लोहा|लोहे]] के साथ औज़ार और शास्त्रशस्त्र बनाना भी आ गया। फिर इनमें इतनी क्षमता आ गई कि वे [[मंगोलिया]] के अन्य भागों में फैल सके।
 
==इन्हें भी देखें==