"बामयान": अवतरणों में अंतर

छो r2.7.1) (Robot: Adding zh-yue:巴米揚
छोNo edit summary
पंक्ति 1:
[[चित्र:Destroyed Statue, July 17, 2005 at 15-53.jpg|thumb|300px||ध्वस्त बौद्ध प्रतिमाएँ]]
'''बामियाँ''' [[अफ़ग़ानिस्तान]] का एक केन्द्रीय प्रांत हैहै।<ref>{{cite web|title=CIA - The World Factbook - Afghanistan|url=https://www.cia.gov/library/publications/the-world-factbook/geos/af.html|publisher=[[सी आइ ए]]|accessdate=27 दिसम्बर 2011|language=अंग्रेज़ी}}</ref>

बामियाँ घाटी में 2001 में [[तालिबान]] ने दो विशालकाय बौद्ध प्रतिमाओं को गैर-इस्लामी कहकर डायनामाइट से उड़ा दिया था ।था। हाल ही में हमयन स्थित ऑयल-पेंटिंग्स को दुनिया की सबसे पुरानी तेल-चकला का नमूना करार दिया गया ।गया।
 
[[काबुल]] से उत्तर-पश्चिम में प्राचीन [[तक्षशिला]]-बैक्ट्रिया मार्ग पर '''बामियाँ''' के भग्नावशेष आज भी अपने गौरव के प्रतीक है। [[युवान्‌ च्वाङ्‌]] ने फ़न-येन-न (बामियाँ) राज्य का उल्लेख किया है। उसके अनुसार इसका क्षेत्र पश्चिम से पूर्व 2000 ली (लगभग 334 मील) और उत्तर से दक्षिण 300 ली (50 मील.) था। इसकी राजधानी छह-सात ली अथवा एक मील के घेरे में थी। यहाँ के निवासियों की रहन सहन तुषार देशवासियों जैसी थी। उनकी रुचि मुख्यतया [[बौद्ध धर्म]] में थी। यहाँ पर कोई 10 विहार थे जिनमें 100 भिक्षु रहते थे जो लोकोत्तरवादी संप्रदाय से संबंधित थे। नगर के उत्तर-पूर्व में पहाड़ी की ढाल पर कोई 140-150 फी. ऊँची बुद्धप्रतिमा थी। वहाँ से दो मील की दूरी पर एक विहार में बुद्ध की महापरिनिर्वाण दशा में एक बड़ी मूर्ति थी। युवान्‌ च्वाङ्‌ के कथनानुसार दक्षिण पश्चिम में 34 मील की दूरी पर एक बौद्ध संघाराम था जहाँ बुद्ध का एक दाँत सुरक्षित रखा था।
Line 9 ⟶ 11:
 
अफगानिस्तान की [[तालिबान]] सरकार ने इन मूर्तियों को सन २००१ में इस्लामविरोधी कहकर इन्हें ध्वस्त करा दिया था।
 
== संदर्भ ==
{{reflist}}
 
{{अफ़ग़ानिस्तान के प्रांत}}