"एवेंक लोग": अवतरणों में अंतर

नया पृष्ठ: thumb|230px|सन् १९०० के आसपास [[साइबेरिया में खींची गई कुछ एवेंकि...
 
पंक्ति 7:
 
==धर्म==
पारम्परिक रूप से एवेंक लोग प्रकृति पूजा में विश्वास रखते थे, जिसे [[सर्वात्मवाद]] या 'ऐनीमिज़म' (<small>animism</small>) कहा जाता है। इसके तहत समाज में ओझा का एक अहम किरदार होता था - वह पंडित-पुजारी भी था और जड़ी-बूटियों का ज्ञान रखने वाला वैद्य भी। यह ओझा पुरुष या स्त्री दोनों में से कोई भी हो सकता था। उसके पास रेनडियर की खाल से बनी एक डफ़ली होती थी जिसका प्रयोग वह 'कमलन' नाम के पूजा समारोह में करता था। इसमें वह डफ़ली बजाकर मददगार आत्माओं-देवताओं को संबोधित करता था और उनसे जानवरों को ढूँढने की या किसी बीमार या ज़ख़्मी व्यक्ति को भला करने की सहायता मांगता था।<ref name="ref53xarem">[http://books.google.com/books?id=Q6cPhI_3vnYC Endangered peoples of the Arctic: struggles to survive and thrive], Milton M. R. Freeman, Greenwood Publishing Group, 2000, ISBN 9780313306495, ''... Upon first glance, Evenki shamans use many of the same techniques as other ritual specialists in Mongolia or the North American Arctic. The most visible tool of the shaman is the skin drum, sometimes round, sometimes polygonal in shape ...''</ref> मंगोल प्रभाव से बहुतों ने तिब्बती लहजे का [[बौद्ध धर्म]] अपना लिया। बाद में रूसी प्रभाव से कुछ ने [[इसाई धर्म]] भी अपना लिया है।
 
==इन्हें भी देखें==