"विद्या": अवतरणों में अंतर

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[[शिक्षा]] लोगों को [[विद्या]] और [[ज्ञान]] देने और सिखाने को कहते हैं अथवा व्यवहार में सकारात्मक एंव विकासोन्मुख परिवर्तन को शिक्षा माना जाता है।
 
:त्वमेव माता च पिता त्वमेव त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव ।
:'''त्वमेव विद्या''' द्रविणं त्वमेव त्वमेव सर्वं मम देवदेव ॥
(भागवान)तुम्हि हो विद्या
 
[[विद्या और अविद्या|सत्य विद्या]] का ज्ञान भागवान के ज्ञान के समान है।
==इन्हें भी देखें==
*[[ज्ञान]]