"दान": अवतरणों में अंतर
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श्रद्धा, तुष्टि, भक्ति, ज्ञान अलोभ, क्षमा और सत्य ये सात गुण दाता के लिए आवश्यक है। पड़गाहना करना, उच्च स्थान देना, चरणों का उदक ग्रहण करना, अर्चन करना, प्रणाम करना, मन वचन और काय तथा भोजन की शुद्धि रखना - इन नौ प्रकारों से दान देनेवाला दाता पुण्य का भागी होता है।
==इन्हें भी देखें==
*[[विद्या दान]]
==बाहरी कड़ियाँ==
*[http://hindi.webdunia.com/religion/religion/mahakumbh/1001/14/1100114064_1.htm श्रेष्ठदान वही है जो सुपात्र को दिया जाए] (वेबदुनिया)
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