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जंतु अधिकांशतया बहु कोशिकीय, [[यूकेरियोटिक|युकेरियोटिक]] [[जीव|जीवों]] का एक मुख्य समूह है, जो [[जगत (जीव विज्ञान)|किंगडम]] '''एनिमेलियाआनीमाल्या''' या '''मेटाजोआमेताज़ोआ ''' से सम्बन्ध रखते हैं. जैसे जैसे वे विकसित होते हैं, उनकी [[शरीर की योजना|शारीरिक योजना]] अंततः स्थिर हो जाती है, हालाँकि कुछ जंतु बाद में अपने जीवन में [[कायांतरण (जीव विज्ञान)|कायान्तरण]] की एक प्रक्रिया से होकर गुजरते हैं. अधिकांश जंतु [[गतीशील|गतिशील]] होते हैं, अर्थात अपने आप और स्वतंत्र रूप से गति कर सकते हैं.
 
ज्यादातर जंतु [[परपोषी]] भी होते हैं, अर्थात वे [[उपजीवन|जीने]] के लिए दुसरे जंतु पर निर्भर रहते हैं.
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शब्द 'एनीमल' [[लैटिन|लेटिन]] भाषा के शब्द ''अनिमाले'' , [[व्याकरण के अनुसार लिंग|नयूटर]] ऑफ़ ''अनिमालिस'' , से आया है, और ''अनिमा'' से व्युत्पन्न हुआ है, जिसका अर्थ है जीवित श्वास या आत्मा.
 
आम बोल-चाल की भाषा में, इस शब्द का इस्तेमाल गैर-[[मानव|मानवीय]] जानवरों के लिए किया जाता है.{{Fact|date=May 2009}}इस शब्द की जैविक परिभाषा में मानव सहित किंगडम एनिमेलियाआनीमाल्या के सभी सदस्य शामिल हैं .<ref name="americanheritage_animal">{{cite encyclopedia |year=2006 |title=Animal |encyclopedia=The American Heritage Dictionary |publisher=Houghton Mifflin Company |edition=Forth }}</ref>
 
== लाक्षणिक गुण ==
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लेकिन इन्हें बाद के जीवाश्म से संबंधित करना कठिन हैंकुछ आधुनिक संघों के पूर्ववर्तियों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं, लेकिन वे अलग समूह हो सकते हैं, और यह भी सम्भव है कि वे वास्तव में जंतु न हों. उन्हें छोड़ कर, अधिकतम ज्ञात जंतु संघ, 542 मिलियन वर्ष पूर्व, [[कैंब्रियन|कैम्ब्रियन]] युग के दौरान, स्वतः ही प्रकट हुए.
यह अभी भी विवादित है, कि यह घटना जिसे [[कैंब्रियन विस्फोट|कैम्ब्रियन विस्फोट]] कहा जाता है, भिन्न समूहों के बीच तीव्र विचलन का प्रतिनिधित्व करती है या परिस्थितियों में उन परिवर्तनों का प्रतिनिधित्व करती है जिसने जीवाश्मीकरण को संभव बनाया. हालांकि कुछ पुरातत्वविज्ञानी और भूवैज्ञानिक बताते हैं कि जंतु पहले सोचे जाने वाले समय से काफी पहले प्रकट हुए, संभवतया 1 बिलियन वर्ष पूर्व.[[टोनियन|तोनियन]] युग में पाए गए जीवाश्म चिन्ह जैसे मार्ग और बिल, [[त्रिस्तरीय]] कृमियों जैसे [[मेटाजोअनमेताज़ोआन्|मेटाजोआमेताज़ोआ]] की उपस्थिति को सूचित करते हैं, ये संभवतया [[केंचुऐ|केंचुए]] की तरह बड़े और जटिल रहे होंगे (लगभग 5 मिलीमीटर चौडे).<ref name="Seilacher1998">{{cite journal
| title=Animals More Than 1 Billion Years Ago: Trace Fossil Evidence from India
| journal=Science
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परम संघ के भीतर इस प्रकार के विकास की सीमा, क्रसटेशियन, एनेलिड, और मोलस्का की [[जीनोम परियोजना]] के द्वारा प्रकट की जायेगी, जो वर्तमान में प्रगति कर रहा है.
 
[[स्टारलेट समुद्री एनीमोन]] जीनोम के विश्लेषण ने स्पन्जों, प्लेकोजोआ, और [[कोएनो कशाभिकी|कोएनोकशाभिकियों]] के महत्त्व पर जोर डाला है. और इन्हें यूमेटाजोआएउमेताज़ोआ के लिए अद्वितीय 1500 पूर्वज जीनों के आगमन की व्याख्या में अनुक्रमित भी किया जा रहा है.<ref>
{{cite journal
|author=N.H. Putnam, ''et al.''
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|pmid=17615350}}</ref>
 
होमोस्क्लेरोमोर्फ स्पंज ''ओस्कारेला कर्मेला'' का विश्लेषण बताता है कि स्पंज के अंतिम सामान्य पूर्वज और यूमेटाजोआएउमेताज़ोआ के जंतु पूर्व कल्पना से अधिक जटिल थे.<ref>{{cite journal | coauthors = Wang, Xiujuan; Lavrov Dennis V. | date = 2006-10-27 | month = 27
| title = Mitochondrial Genome of the Homoscleromorph Oscarella carmela (Porifera, Demospongiae) Reveals Unexpected Complexity in the Common Ancestor of Sponges and Other Animals | journal = Molecular Biology and Evolution | volume = 24 | issue = 2 | pages = 363–373 | publisher = Oxford Journals | doi = 10.1093/molbev/msl167 | url = http://mbe.oxfordjournals.org/cgi/content/abstract/24/2/363 | accessdate = 2008-01-19
| author = Wang, X.