"नेपाली भाषाएँ एवं साहित्य": अवतरणों में अंतर
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== नेपाली ==
वास्तव में किन्नर, यक्ष और गंधर्वो के बाद हिमालय पर कश्यप वंश के लोगों का ही अधिकार हुआ था। कश (कष्ट देना) से ही खश या खस शब्द की व्युत्पत्ति है। इस वर्ग के लोग बहुत हिंसक होने के ही कारण कश्यप कहलाए थे। कालांतर में यह भूमिभाग ही खश प्रदेश कहलाने लगा था और यहाँ आकर बसने पर देववंशी आर्य भी खस ही कहलाने लगे। अत: नेपाल में
"तल" नीचे, माथि (ऊपर और लेख का शीर्षक भी) राजस्थानी की समानता दिखलाता है। छाला (चमड़ा), बहुवचन के लिए "हरू" शब्द का प्रयोग (नारीहरू नारियाँ; बालकहरू लड़के) अवधी के "हरे" (रामअवध हरे आवत रहे हैं) शब्द नेपाली में बहुत हैं जा भोजपुरी की झलक देते हैं जैसे "विरामी" (बीमारी), "विर्सनु" (बिसरना), "बेग्ला" (विलग), बेलुकी (विकालीउ शाम), "निम्ति" (निमित्त) इत्यादि। पहाड़ी भाषाओं के ही समान नेपाली में भी अकर्मक क्रिया के कर्ता के साथ भी ले (ने) शब्द का प्रयोग होता है। "ले" का अर्थ से भी होता है-
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