"मदर इण्डिया": अवतरणों में अंतर

छो r2.7.2) (Robot: Adding ml:മദർ ഇന്ത്യ
No edit summary
पंक्ति 3:
| image =मदर इण्डिया.jpg
| caption = '''मदर इण्डिया''' का पोस्टर
| producer = महबूब खान
| director = महबूब खान
| music = नौशाद
| writer =महबूब खान<br />वजाहत मिर्ज़ा<br />एस अली रज़ा
| writer =
| starring = [[नर्गिस]], <br/>[[सुनील दत्त]], <br/>[[बलराज साहनी]], <br/>[[राजेन्द्र कुमार]], <br/>[[राज कुमार]], <br/>[[कन्हैया लाल]], <br/>[[कुमकुम]], <br/>चंचल, <br/>[[मुकरी]], <br/>सिद्दीकी, <br/>गीता, <br/>
| screenplay =
| editing = शमसुदीन कादरी
| released = , [[1957]]
| cinematography = फरेदूं ए ईरानी
| country = [[भारत]]
| runtime = 172 मिनट
| language = [[हिन्दी]]
| released = 25 अक्तुबर 1957
| country = [[भारत]]{{Film India}}
| language = [[हिन्दी]]
| budget =
| imdb_id = 0050188
}}
'''मदर इण्डिया''' ({{lang-en|Mother India}}, {{lang-ur|{{nastaliq|مدر انڈیا}}}}) १९५७ में बनी भारतीय फ़िल्म है जिसे महबूब खान द्वारा लिखा और निर्देशित किया गया है। फ़िल्म में [[नर्गिस]], [[सुनील दत्त]], [[राजेंद्र कुमार]] और [[राज कुमार]] मुख्य भूमिका में है। फ़िल्म महबूब खान द्वारा निर्मित ''औरत'' (१९४०) का रीमेक है। यह गरीबी से पीड़ित गांव में रहने वाली औरत राधा की कहानी है जो कई मुश्किलों का सामना करते हुए अपने बच्चों का पालन पोषण करने और बुरे जागीरदार से बचने की मेहनत करती है। उसकी मेहनत और लगन के बावजूद वह एक देवी-स्वरूप उदहारण पेश करती है व भारतीय नारी की परिभाषा स्थापित करती है और फिर भी अंत में भले के लिए अपने गुण्डे बेटे को स्वयं मार देती है। वह आज़ादी के बाद के भारत को सबके सामने रखती है।
'''मदर इण्डिया''' 1957 में बनी [[हिन्दी भाषा]] की फिल्म है ।
 
यह फ़िल्म अबतक बनी सबसे बड़ी बॉक्स ऑफिस हिट भारतीय फ़िल्मों में गिनी जाती है और अबतक भारत की सबसे बढ़िया फ़िल्म मणि जाती है। इसे १९५८ में तीसरी सर्वश्रेष्ठ फीचर फ़िल्म के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार से नवाज़ा गया था। ''मदर इण्डिया'' ''[[किस्मत]]'' (१९४३), [[मुग़ल-ए-आज़म]]'' (१९६०) और ''[[शोले]]'' (१९७५) के साथ उन चुनिन्दा फ़िल्मों में आती है जिन्हें आज भी लोग देखना पसंद करते है और यह हिन्दी सांस्कृतिक फ़िल्मों की श्रेणी में विराजमान है। यह फ़िल्म भारत की ओर से पहली बार [[अकादमी पुरस्कारों]] के लिए भेजी गई फ़िल्म थी।<ref name="Oscars1958">{{Cite web|url=http://www.oscars.org/awards/academyawards/legacy/ceremony/30th-winners.html |title=द 30th अकैडमी अवार्ड्स (1958) नामाकन और विजेता |accessdate=2011-10-25|work=oscars.org}}</ref>
 
== संक्षेप ==
फिल्म की शुरुआत वर्तमान काल में गांव के लिए एक पानी की नहर के पुरे होने से होती है। राधा ([[नर्गिस]]), गांव की माँ के रूप में, नहर का उद्घाटन करती है और अपने भूतकाल पर नज़र डालती है जब वह एक नई दुल्हन थी।
 
राधा और शमू ([[राज कुमार]]) की शादी का खर्चा राधा की साँस ने सुखिलाला से उधार लेकर उठाया था। इस के कारण गरीबी और मेहनत की कभी न खत्म होने वाले चक्रव्यूह में राधा फंस जाती है। उधार की शर्तें विवादास्पद होती है परन्तु गांव के सरपंच सुखिलाला के हित में फैसला सुनाते है जिसके तहत शामू और राधा को अपनी फ़सल का एक तिहाई हिस्सा सुखिलाला को ५०० रुपये के ब्याज के तौर पर देना होगा। अपनी गरीबी को मिटाने के लिए शामू अपनी ज़मीन की और जुताई करने की कोशिश करता है परन्तु एक पत्थर तले उसके दोनों हाथ कुचले जाते है। अपनी मज़बूरी से शर्मिंदा व औरों द्वारा बेईज़ती के कारण वह फैसला करता है की वह अपने परिवार के किसी काम का नहीं और उन्हें छोड कर हमेशा के लिए चले जाता है। जल्दही राधा की साँस भी गुज़र जाती है। राधा अपने दोनों बेटों के साथ खेतों में काम करना जारी रखती है और एक और बेटे को जन्म देती है। सुखिलाला उसे अपनी गरीबी दूर करने के लिए खुद से शादी करने का प्रस्ताव रखता है पर राधा खुद को बेचने से इंकार कर देती है। एक तूफ़ान गांव को अपनी चपेट में ले लेता है और साडी फ़सल नष्ट हो जाती है। तूफ़ान में राधा का छोटा बेटा मारा जाता है। सारा गांव स्थानांतरण करने लगता है परन्तु राधा के मनाने पर सभी रुक कर वापस गांव को स्थापित करने की कोशिश करते है।
 
फ़िल्म कई साल आगे पहुँचती है जब राधा के दोनों बचे हुए बेटे, बिर्जू ([[सुनील दत्त]]) और रामू ([[राजेंद्र कुमार]]) अब बड़े हो चुके है। बिर्जू अपने बचपन में सुखिलाला के बर्ताव का प्रतिशोध लेने के लिए गाँव की लड़कियों को छेड़ना शुरू कर देता है, खास कर सुखिलाला की बेटी को। इसके विपरीत रामू बेहद शांत स्वभाव का है और जल्द ही शादी कर लेता है। हालांकि अब वह एक पिता है पर उसकी पत्नी जल्दही परिवार में मौजूद गरीबी का शिकार हो जाती है। बिर्जू का गुस्सा आखिरकार खतरनाक रूप ले लेता है और उकसाने पर सुखिलाला और उसकी बेटी पर हमला कर देता है। उसे गांव से निकल दिया जाता है और वह एक डाकू बन जाता है। सुखिलाला की बेटी की शादी के दिन वह बदला लेने वापस आता है और सुखिलाला को मार कर उसकी बेटी को भगा लेजाता है। राधा, जिसने यह वादा किया था की बिर्जू कोई हनी नहीं पहुंचाएगा, बिर्जू को गोली मर देती है जी उसकी बाहों में दम तोड़ देता है। फ़िल्म वर्तमान काल में राधा द्वारा नहर खोले जाने पर लाल रंग के बहते हुए पानी से समाप्त होती है जो धीरे धीरे खेतों में पहुँच जाता है।
 
== चरित्र ==
Line 23 ⟶ 32:
* [[नर्गिस]] - राधा
* [[सुनील दत्त]] - बिरजू
* [[बलराज साहनी]]
* [[राजेन्द्र कुमार]] - रामू
* [[राज कुमार]] - शामू
* [[कन्हैया लाल]] - सुखिलाला
* [[कुमकुम]] - चंपा
* [[मुकरी]] - शम्भू
* चंचल
* अज़रा - चंद्रा
* [[मुकरी]]
* साजिद खान - छोटा बिर्जू
* सिद्दीकी
* सुरेन्द्र - छोटा रामू
* गीता
 
==विकास==
 
== दल ==
== संगीत ==
{{Infobox album
== रोचक तथ्य ==
| Name = मदर इण्डिया
== परिणाम ==
| Type = साउंडट्रैक
=== बौक्स ऑफिस ===
| Artist = नौशाद
=== समीक्षाएँ ===
| Cover =
| Released = {{Start date|1957}}
| Recorded = महबूब स्टूडियो<ref>{{cite web|url=http://www.hindu.com/mp/2004/05/13/stories/2004051300820100.htm |title=नोट्स ऑफ नौशाद... ट्यूनफुल एस एवर |date=13 मई 2004 |work=''द हिंदू'' |accessdate=7 मार्च 2011 |quote=Naushad himself recorded chorus music for Mughal-e-Azam, and songs for Amar and Mother India on the main shooting floor of the famous Mehboob Studios.}}</ref>
| Genre = फ़िल्म साउंडट्रैक
| Length =
| Label = सा रे गा मा
}}
 
 
{{Track listing
| extra_column = गायक(का)
| title1 = चुन्दरिया कटती जाये | extra1 = मन्ना डे | length1 = 3:15
| title2 =नगरी नगरी द्वारे द्वारे | extra2 = [[लाता मंगेशकर]] | length2 = 7:29
| title3 = दुनिया में हम आये हैं | extra3 = लाता मंगेशकर, मीणा मंगेशकर, [[उषा मंगेशकर]] | length3 = 3:36
| title4 = ओ गाडीवाले | extra4 = शमशाद बेगम, [[मोहम्मद रफ़ी]] | length4 = 2:59
| title5 = मतवाला जिया डोले पिया | extra5 = लाता मंगेशकर, मोहम्मद रफ़ी | length5 = 3:34
| title6 = दुःख भरे दिन बीते रे भैया | extra6 = शमशाद बेगम, मोहम्मद रफ़ी, मन्ना डे, [[आशा भोसले]] | length6 = 3:09
| title7 = होली आई रे कन्हाई | extra7 = शमशाद बेगम | length7 = 2:51
| title8 = पी के घर आज प्यारी दुल्हनिया चली | extra8 = शमशाद बेगम | length8 = 3:19
| title9 = घूँघट नहीं खोलूंगी सैयां | extra9 = लाता मंगेशकर | length9 = 3:10
| title10 = ओ मेरे लाल आजा | extra10 = लाता मंगेशकर | length10 = 3:11
| title11 = ओ जानेवालों जाओ ना | extra11 = लाता मंगेशकर | length11 = 2:33
| title12 = ना मैं भगवन हूँ | extra12 = मोहम्मद रफ़ी | length12 = 3:24
}}
 
== नामांकन और पुरस्कार==
 
==संधर्भ==
{{reflist}}
 
== बाहरी कड़ियाँ ==
* {{imdb title|0050188|मदर इण्डिया}}