"ज्ञान योग": अवतरणों में अंतर

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'''ज्ञान योग''' ''स्वंज्ञान'' अर्थात स्वं का जानकारी प्राप्त करने को कहते है। ये अपनी और अपनी परिवेश को अनुभव करने के माध्यम से क्षमनासमझना है।
==इन्हें भी देखें==
* [[भक्ति योग]]