"गिद्ध": अवतरणों में अंतर

पंक्ति 8:
भारत में गिद्ध की चार प्रजातियाँ पायी जाती हैं, [[भारतीय गिद्ध]] (Gyps indicus), [[लंबी चोंच का गिद्ध]] (Gyps tenuirostris), [[ग्रिफ़ॉन गिद्ध]] (Gyps fulvus) तथा [[सफे़द पुट्ठे वाला गिद्ध]] (Gyps bengalensis)
===पतन===
यह जाति आज से कुछ साल पहले अपने पूरे क्षेत्र में प्रचुर मात्रा में पायी जाती थी। १९९० के दशक में इस जाति का ९७% से ९९% पतन हो गया है। इसका मूलतः कारण पशु दवाई डाइक्लोफिनॅक (diclofenac) है जो कि पशुओं के जोड़ों के दर्द को मिटाने में मदद करती है। जब यह दवाई खाया हुआ पशु मर जाता है, और उसको मरने से थोड़ा पहले यह दवाई दी गई होती है और उसको भारतीय गिद्ध खाता है तो उसके गुर्दे बंद हो जाते हैं और वह मर जाता है। अब नई दवाई मॅलॉक्सिकॅम [[meloxicam]] आ गई है और यह हमारे गिद्धों के लिये हानिकारक भी नहीं हैं। जब इस दवाई का उत्पादन बढ़ जायेगा तो सारे पशु-पालक इसका इस्तेमाल करेंगे और शायद हमारे गिद्ध बच जायें।
 
==बाहरी कड़ियाँ==
"https://hi.wikipedia.org/wiki/गिद्ध" से प्राप्त