"केदारनाथ नगर": अवतरणों में अंतर

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== आने जाने की व्यवस्था ==
 
हिमालय के पवित्र तीर्थों के दर्शन करने हेतु तीर्थयात्रियों को रेल, बस, टैक्सी आदि के द्वारा हरिद्वार आना चाहिए। हरिद्वार से उत्तराखंड की यात्राओं के लिए साधन उपलब्ध होते हैं। हरिद्वार से केदारनाथ की दूरी 247 किलोमीटर है। हरिद्वार से गौरीकुण्ड 233 किलोमीटर की यात्रा मोटरमार्ग से की जाती है, जबकि गौरी कुण्ड से केदारनाथ तक 14 किलोमीटर की दूरी पैदल मार्ग से जाना पड़ता है। पैदल चलने में असमर्थ व्यक्ति के लिए गौरी कुण्ड से घोड़ा, पालकी, पिट्ठू आदि के साधन मिलते हैं। यह यात्रा हरिद्वार से [[ऋषिकेश]], [[देवप्रयाग]], [[श्रीनगर]], [[रुद्रप्रयाग]], [[तिलवाड़ा]], [[अगस्त्यमुनि]] कुण्ड, [[गुप्तकाशी]], नाला, फाटा, [[रामपुर]], [[सोनप्रयाग]], [[गौरीकुण्ड]], रामबाढ़ा और गरुड़चट्टी होते हुए श्रीकेदारनाथ तक पहुँचती है।
 
==संदर्भ==