"रूनी लिपि": अवतरणों में अंतर

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रूनी वर्णमालाएँ (अंग्रेज़ी: Runic alphabets, रूनिक ऐल्फ़ाबॅट्स) प्राचीनकालीन यूरोप में कुछ जर्मैनी भाषाओँ के लिए इस्तेमाल होने वाली वर्णमालाओं को कहा जाता था जो 'रून' (rune) नामक अक्षर प्रयोग करती थीं। समय के साथ जैसे-जैसे यूरोप में ईसाईकरण हुआ और लातिनी भाषा धार्मिक भाषा बन गई तो इन भाषाओँ ने रोमन लिपि को अपना लिया और रूनी लिपियों का प्रयोग घटता गया। स्कैंडिनेविया में इस्तेमाल होने वाली रूनी लिपियों को फ़ुथ़ार्क (futhark या fuþark) कहा जाता था क्योंकि इनके पहले छह अक्षरों कि ध्वनियाँ 'फ़' (F), 'उ' (U), 'थ़' (Þ), 'अ' (A), 'र' (R) और 'क' (K) थीं। इसमें 'थ़' कि ध्वनि पर ध्यान दें क्योंकि यह बिना बिंदु वाले 'थ' से ज़रा अलग है। पुरानी अंग्रेज़ी में कुछ ध्वनियाँ बदल जाने से इन वर्णमालाओं को फ़ुथ़ोर्क (futhorc या fuþorc) कहा जाता था।[1]

रूनी लिपि में लिखा एक पन्ना

सबसे प्राचीन रूनी लिखाईयाँ सन् १५० ईसवी के आसपास शिलाओं पर मिलती हैं। जैसे-जैसे इसाई धर्म फैला उत्तरी यूरोप की यह प्राचीन लिपियाँ मरती गई। ७०० ईसवी तक यह मध्य यूरोप में ख़त्म हो चुकी थीं और ११०० ईसवी तक यह उत्तरी यूरोप में समाप्त हो गई। फिर भी जहाँ-तहाँ इनका प्रयोग जारी रहा, जैसे कि तस्वीरों में सजावट के लिए या कैलेंडरों पर।

विवरण

रूनी लिपियाँ देवनागरी और रोमन लिपि कि तरह बाएँ से दाएँ लिखी जाती थीं। समझा जाता है कि ये पुरानी इतालवी लिपियों से इटली क्षेत्र से उत्तर की ओर फैलीं। यह तीन रूनी वर्णमालाएँ थीं जिनपर सब से अधिक भाषावैज्ञानिक जानकारी है -[2]

  • वृद्ध फ़ुथ़ार्क (ऍल्डर फ़ुथ़ार्क, Elder Futhark) - यह उत्तरपश्चिमी जर्मैनी भाषाओँ के लिए १५०-८०० ईसवी काल में इस्तेमाल होती थी।
  • ऐंग्लो-सैक्सन फ़ुथ़ार्क (ऐंग्लो-सैक्सन फ़ुथ़ार्क, Anglo-Saxon Futhark) - यह ऐंग्लो-सैक्सन लोगों द्वारा पुरानी अंग्रेज़ी लिखने के लिए ४००-११०० ईसवी काल में प्रयोग होती थी। इसे कभी-कभी लातिनी भाषा लिखने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता था।
  • युवा फ़ुथ़ार्क (यंगर फ़ुथ़ार्क, Younger Futhark) - यह स्कैंडिनेविया क्षेत्र में पुरानी नॉर्स भाषा लिखने के लिए ८००-११०० ईसवी काल में प्रयोग होती थी। इस लिपि से आगे चलकर और रूनी लिपियाँ उत्पन्न हुई। इसे लिपि को मारने के लिए इसाई चर्च ने सन् १६३९ में इसका प्रयोग वर्जित कर दिया।[3]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. The Spiritual Runes: A Guide to the Ancestral Wisdom, Harmonia Saille, O Books, 2009, ISBN 9781846942013, ... The Elder Futhark is the oldest rune row and is thought to have come into use in about 100 CE. It is this Futhark that we will be discussing throughout this book. The name “Futhark” is taken from the initial six runes ...
  2. Northern Lore, Eoghan Odinsson, Eoghan Odinsson, 2010, ISBN 9781452851433, ... The Elder Futhark is the oldest form of the runic row, used by Germanic tribes for Northwest Germanic and Migration period ... In Scandinavia, the script was simplified to the Younger Futhark from the late 8th century ...
  3. Runes for Transformation: Using Ancient Symbols to Change Your LifeDivination Series, Kaedrich Olsen, Weiser Books, 2008, ISBN 9781578634255, ... The Younger Futhark was used in Scandinavia from about 500 CE until 1639 CE, when it was banned by the church ...


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