"सदस्य वार्ता:Siddhartha Ghai/पुरालेख 2": अवतरणों में अंतर
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:::भवानी जी, इस समय मत उन सब अनुवादों के लिये एक साथ है। आप कृपया यही बात वहाँ लिख दें। मैंने एक से अधिक अनुवाद इसलिए रखे हैं कि कुछ लोगों को शुद्धता प्रिय होती है और कुछ को सरलता। अतः जिन्हें शुद्धता प्रिय है उनके लिये शुद्ध अनुवाद और जिन्हें सरलता प्रिय है उनके लिये सरल अनुवाद, भले ही वह व्याकरण अनुसार गलत हो (पूर्णतया शुद्ध ना हो)। यहाँ अनुवाद करने का उद्देश्य हिन्दी करने के साथ-साथ सरलता बढ़ाना भी है। इसीलिए मैंने दोनों प्रकार के अनुवाद रखे हैं। आशा कर्ता हूँ कि आप मेरे दिए इस तर्क से सहमत होंगे।--[[User:Siddhartha Ghai|सिद्धार्थ घई]] ([[User talk:Siddhartha Ghai|वार्ता]]) 14:54, 13 मई 2012 (UTC)
::जी हाँ- [[User:Bhawani Gautam|भवानी गौतम]] ([[User talk:Bhawani Gautam|वार्ता]]) 14:59, 13 मई 2012 (UTC)
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