"पुष्पकमल दाहाल": अवतरणों में अंतर

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20:09, 12 अप्रैल 2008 का अवतरण

११ दिसंबर १९५४ को जन्मे पुष्पकमल दहल जिन्हें नेपाली राजनीति में प्रचंड नाम से संबोधित किया जाता है,नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के नेता हैं। वे इसी पार्टी के शसस्त्र अंग पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के भी शीर्ष नेता हैं। उन्हें नेपाल की राजनीति में १३ फरवरी १९९६ से नेपाली नागरिक युद्ध शुरु करने के लिए जाना जाता है जिसमें लगभग १३,००० नेपाली नागरिकों की हत्या होने का अनुमान लगाया जाता है। प्रचंड द्वारा मार्क्सवाद, लेनिनवाद एवं माओवाद के मिले जुले स्वरूप को नेपाल की परिस्थितियों मे व्याख्यित करने को नेपाल में प्रचंडवाद के नाम से पुकारा जाने लगा है।

श्री प्रचंड एक सभा को संबोधित करते हुए
श्री प्रचंड एक सभा को संबोधित करते हुए

व्यक्तिगत जीवन एवं प्रारंभिक कैरियर

प्रचंड का ज्यादातर बचपन नेपाल के चितवन जिले में गुजरा। कहा जाता है कि प्रचंड के माता-पिता के उदार ब्राह्मण कुल से संबंध रखते थे एवं साधारण परिवार की तरह थे। श्री प्रचंड में चितवन में स्थित रामपुर के के इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर ऐंड एनीमल साइंस से कृषि विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की, एवं कुछ समय तक ग्रामीण विकास के कुछ प्रोजेक्ट इत्यादि से जुडे रहे।.[1] १९८६ मे श्री प्रचंड नेपाली कम्यूनिस्ट पार्टी के मशाल ग्रुप के महासचिव बने यही पार्टी बाद में नेपाल की कम्यूनिस्ट पार्टी (माओवादी) के नाम से मशहूर हुई। १९९० में नेपाल में लोकतंत्र की वापसी के बाद भी श्री प्रचंड भूमिगत रहे। इस समय तक उन्हें नेपाली राजनीति में ज्यादा पहचान हासिल नहीं हुई थी और पार्टी द्वारा होनेवाले कार्यो का श्रेय पार्टी के एक अन्य नेता डॉक्टर बाबूराम भट्टाराई को मिलता रहा। परंतु श्री प्रचंड वैश्विक रूप से तब सुर्खियों में आये जब १९९६ में वे पार्टी के सशस्त्र विंग के सर्वेसर्वा बने।


माओवादी हस्तक्षेप

भट्टाराई से संबंध

१२ सूत्री कार्यक्रम

युद्धविराम

अंतरिम सरकार

संदर्भ सूची

  1. उन्होंने गोरखा जिले में एक उच्च विद्यालय में कुछ समय तक अध्यापन कार्य भी किया। "व्हेयर माओइस्टस स्टिल मैटर" न्यूयॉर्क टाइम्स, ३० अक्तूबर, २००५

वाह्य सूत्र