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=== भारत के विश्वविद्यालय ===
प्राचीन भारत के विश्वविद्यालयों में [[तक्षशिला]], [[नालंदा]], [[विक्रमशिला]], [[वल्लभ]], [[नदिया]], उदयंतपुरी कांची आदि विश्वविद्यालयों ने विशेष ख्याति प्राप्त की थी। इनमें विदेशों से भी छात्र अध्ययन के लिए आते थे। भारती शिक्षा परंपरा में आत्मज्ञान के लिए शिक्षा गुरु और शिष्य का पिता तुल्य सबंध, शिक्षाकाल में ब्रह्मचर्यपालन का तपस्यामय जीवन, नि:शुल्क शिक्षा तथा बौद्धिक स्वातंत्र्य आदि भावों की प्रधानता थी। मध्यकाल के शिक्षाकेंद्रों में लाहौर, दिल्ली, रामपुर, जौनपुर, बीदर और अजमेर आदि विशाल शिक्षाकेंद्र थे। अंग्रेजी राज्य की स्थापना के उपरात सन् 1857 में कलकत्ता, बंबईमुंबई तथा मद्रास विश्वविद्यालयों की स्थापना तत्कालीन लंदन विश्वविद्यालय के नमूने पर हुई थी। वे केवल परीक्षा लेनेवाले विश्वविद्यालय थे। कैंब्रिज और आक्सफोर्ड के समान इनमें सहजीवन न था। सन् 1913 से सन् 1921 तक छह आवास एवं शिक्षणसमन्वित विश्वविद्यालयों की स्थापना हुई। सन् 1920 में सर सैयद अहमद खाँ ने अलीगढ़ मुसलिम विश्वविद्यालय की स्थापना की। सन् 1918 में निजाम हैदराबाद ने उसमानिया विश्वविद्यालय स्थापित किया। उसमें उच्च शिक्षा का माध्यम उर्दू रखा गया था।
 
स्वाधीनताप्राप्ति के उपरांत भारत के विश्वविद्यालयों की संख्या में बहुत वृद्धि हुई। भारत के विश्वविद्यालय विशिष्ट विषयों कृषि, इंजीनियरिंग, संस्कृत, संगीत आदि के अध्ययन को प्रधानता देने की दृष्टि से स्थापित किए गए हैं। उदाहरण के लिए उत्तर प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय, रुद्रपुर नैनीताल, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय लुधियाना, कृषि एवं तकनीकी विश्वविद्यालय भुवनेश्वर (उड़ीसा), आंध्र प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय हैदराबाद, जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय तथा खैरगढ़ (मध्यप्रदेश) इंद्रा कला, और संगीत विश्वविद्यालय हैं। केवल महिलाओं के लिए बंबईमुंबई में थैकरसी विश्वविद्यालय हैं।
 
इनके अतिरिक्त कुछ शिक्षण संस्थाओं को उनके विशिष्ट महत्व के कारण विश्वविद्यालय के समक्ष माना गया है। गुजरात विद्यापीठ, काशी विद्यापीठ, जामेमिलीया देहली, [[गुरुकुल कांगड़ी]], हरिद्वार, ने स्वाधीनताप्राप्ति के पूर्व राष्ट्रीय शिक्षा आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। अत: उन्हें विश्वविद्यालय के समकक्ष स्थान दिया गया। विज्ञान तकनीकी एवं समाजविज्ञान के शिक्षानुसंधान की विशिष्टताओं के कारण बिड़ला तकनीकी एवं विज्ञान संस्थान पिलानी, भारतीय विज्ञान संस्थान बंगलौर, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान देहली, टाटा समाजविज्ञान संस्थान बंबईमुंबई तथा भारतीय अंतरराष्ट्रीय अध्ययन संस्थान देहली को भी विश्वविद्यालय के समकक्ष माना गया है।
 
== विश्वविद्यालय के प्रकार ==