"विकिपीडिया:चौपाल": अवतरणों में अंतर

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::पिछले बारह वर्षों से आयोजित हो रहे इस विश्वस्तरिए सम्मेलन में ८७ देशों के सौ से अधिक विकिया के लोग जमा हुए थे किंतु हिंदी विकि का कोइ व्यक्ति शायद पहली बार वहाँ था। हाँ भारत के अन्य भाषाओं के दर्जन भर से अधिक लोग वहाँ जरूर थे। हममें से किसी-न-किसी को प्रत्एक वर्ष वहाँ होना चाहिए। ताकि विकि आंदोलन को गहरे स्तर पर समझकर हम हिंदी विकि को उसी दिशा में अग्रसर करने की कोशिश कर सकें। <small><span style="border:1px solid magenta;padding:1px;">[[User:aniruddhajnu|<b>अनिरुद्ध</b>]][[User_talk:अनिरुद्ध|<font style="color:purple;background:lightgreen;"> &nbsp;वार्ता&nbsp;</font>]] </span></small> 01:45, 18 जुलाई 2012 (UTC)
::: अनिरुद्ध जी, इस सम्मेलन में भाग लेने और उसके बाद अपना अनुभव साझा करने के लिये धन्यवाद। विकिपीडिया का पहला कदम ही क्रांतिकारी था। अब नयी-नयी प्रौद्योगिकियों को ध्यान में रखते हुए नये-नये कदम उठा रहे हैं, यह हिन्दी सहित विश्व की हजारों भाषाओं के लिये सुखद है। ज्ञान का लोकीकरण कैसे हो, यह विकिपिडिया वालों से बेहतर कोई नहीं जानता। उन्होने इस भ्रम को तोड़ कर रख दिया है कि "ज्ञान कुछ भाषाओं में सीमित हो चुका है ; आगे भी उनमें ही ज्ञान का संचरण हो सकता है; शेष भाषाओं में ज्ञान के योगदान और विकास की बात करना समय की बर्बादी है, आदि" । हम हिन्दी विकि को उनकी आशा के अनुरूप सर्वांग विकसित कर सकें, यही प्रयास और कामना है।-- <b>[[सदस्य:अनुनाद सिंह|<font color="blue">अनुनाद सिंह</font>]]</b><sup>[[सदस्य वार्ता:अनुनाद सिंह|<font color="green">वार्ता</font>]]</sup> 03:43, 18 जुलाई 2012 (UTC)
 
::अनिरुद्ध जी, आपने विकिया के विश्वस्तरीय सम्मेलन में भाग लिया और अपने विचार यहाँ लिखे, यह बहुत अच्छा है, हिन्दी विकि के लिये कुछ नियम तो बनाने ही होंगे जो अंग्रेजी विकि या अन्य विकि से भिन्न हों क्योंकि प्रत्येक भाषा और समाज की अपनी एक अलग पहचान भी होती है इसलिये अँग्रेजी विकि के सभी नियम यहाँ यदि कड़ाई से लागू किये जायेंगे तो वे योगदानकर्ता जिन्हें विकि पर कार्य करने के लिये प्रेरित करके अन्य सदस्यों द्वारा लाया जा रहा है यहाँ ठहर नहीं पाते हैं, इन्हें विकि पर कार्य करने के लिये सहयोग देना होगा और इनके साथ अच्छा व्यवहार भी करना होगा। मैंने स्वयं कई लोगों को विकि से जोड़ा है पर यहाँ उनके लिये अंग्रेजी विकि की दुहाई देकर उनका अपमान किया जा रहा है, महिला सदस्यों की खिल्ली उड़ाई जा रही है और खाते ब्लाक करने की धमकी दी जा रही है, यह सब ठीक नहीं है।
आपने सम्मेलन से लौटकर जो संदेश चौपाल पर लिखा है दरअसल यह ही वह संदेश है जो विकि के किसी वरिष्ठ सदस्य के सअदेश की गरिमा रखता है, आशीष भटनागर ने भी बहुत ही सधी हुई भाषा में ऊपर लिखा है। हिन्दी विकि जिस गति से आगे बढ़ रही थी उसमें निश्चय ही गतिरोध आया है, आपके इस संदेश से विकि को पुनः गति मिलेगी।
क्या हिन्दी विकि का कोई सम्मेलन हम दिल्ली या किसी शहर में नहीं कर सकते ? कृपया विचार करें, यदि ऐसा हो सकता है तो कुछ अन्य लोग भी विकि से जुड़ेंगे और इसे एक अतिरिक्त गति मिल सकेगी।--[[User:आलोचक|आलोचक]] ([[User talk:आलोचक|वार्ता]]) 05:49, 18 जुलाई 2012 (UTC)