"गोपीनाथ मुंडे": अवतरणों में अंतर

No edit summary
edit punctuation , change full stop to poorna viram
पंक्ति 33:
|language=}}</ref>
 
भाजपा ने गोपीनाथ मुंडे को बीड से चुनाव मैदान में उतारा था.था। भाजपा के वरिष्ठ नेता और [[महाराष्ट्र]] के पूर्व [[उपमुख्यमंत्री]] रहे गोपीनाथ मुंडे बीड महाराष्ट्र से लोकसभा के लिए प्रत्याशी हैं। बीड उनका गृह जिला है। वे राज्य में अन्य पिछड़ी जातियों के बड़े नेता हैं।लातूर जिले के रेनापुर से विधायक मुंडे पार्टी के महासचिव भी हैं। वे जनसंघ के दिनों से ही पार्टी में सक्रिय रहे हैं और उन्होंने अपने संबंधी स्वर्गीय प्रमोद महाजन के साथ मिलकर राज्य में पार्टी का जनाधार मजबूत किया है। उन्होंने राज्य में भाजपा को काडर बेस्ट पार्टी से मास मूवमेंट में बदलने का काम किया है।
<ref>{{cite web |url=http://hindi.webdunia.com/%E0%A4%97%E0%A5%8B%E0%A4%AA%E0%A5%80%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A5-%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%82%E0%A4%A1%E0%A5%87-%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%AA%E0%A4%BE/%E0%A4%97%E0%A5%8B%E0%A4%AA%E0%A5%80%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A5-%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%82%E0%A4%A1%E0%A5%87-1090502052_1.htm
|title=गोपीनाथ मुंडे
पंक्ति 60:
|language=}}</ref>
 
गोपीनाथ मुंडे का [[महाराष्ट्र]] भाजपा में अपना अलग महत्व है.है। वह पिछड़े वर्गों में अच्छा प्रभाव रखने वाले महत्पूर्ण ओबीसी नेता हैं.हैं। प्रदेश में उन्हें भाजपा का अकेला जन नेता माना जाता है.है।
<ref>{{cite web |url= http://aajtak.intoday.in/story.php/content/view/58370/13/0/Munde-provokes-emergency-BJP-meet-in-Mumbai.html
|title=भाजपा में और गहराया मुंडे संकट, मामला शक्ति परीक्षण तक पंहुचा
पंक्ति 69:
|language=}}</ref>
 
महाराष्ट्र से पिछड़ी जाति के धाकड़ नेता माने जाने वाले गोपीनाथ मुंडे को महासचिव बनाया गया है.है। वो पहले उपाध्यक्ष थे.थे।
<ref>{{cite web |url=http://www.bbc.co.uk/hindi/regionalnews/story/2007/01/070129_bjp_reshuffle.shtml
|title=राजनाथ सिंह ने किए बड़े बदलाव
पंक्ति 87:
|language=}}</ref>
 
गोपीनाथ मुंडे पिछले दशकों से [[महाराष्ट्र]] की राजनीति की धुरी माने जाते हैं। दिवंगत नेता प्रमोद महाजन के साथ मिलकर उन्होंने [[महाराष्ट्र]] की बीजेपी राजनीति को सफलता दिलाई थी। भाजपा शिवसेना 1995 [[महाराष्ट्र]] राज्य विधानसभा चुनाव जीता और शिवसेना- भारतीय जनता पार्टी की गठबंधनसत्ता में आ गया ।गया।
<ref>{{cite web |url= http://hindi.oneindia.in/news/2011/06/18/bjp-likely-persuade-munde-today-aid0162.html
|title=नाराज मुंडे को आज मनाएगी बीजेपी
पंक्ति 122:
|publisher= [[आज तक]]
|language=}}</ref>
जेपीसी के गठन की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के कारण प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने लोकसभा में बयान दे कर जेपीसी के गठन की प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की थी.थी। जेपीसी में लोकसभा से भाजपा के गोपीनाथ मुंडे को सदस्य बनाया गया हैं।
<ref>{{cite web |url=http://aajtak.intoday.in/story.php/content/view/51710/13/0/1/2/Spectrum-allocation-issue-to-the-Parliament-approved-the-formation-of-JPC.html
|title=स्पेक्ट्रम आवंटन मुद्दे पर जेपीसी के गठन को संसद की मंजूरी
पंक्ति 159:
 
== राजकीय कारकीर्द==
१९९० के दशक के मध्य तक अंडरवर्ल्ड खुलकर सामने आ गया और उसने नागरिकों को निशाना बनाया.बनाया। कोई मालदार पार्टी आयोजित करे या ३० लाख रु. की मर्सिडीज खरीदे, माफिया की तरफ से वसूली का फोन आ जाता था.था। दिनदहाड़े शूटआउट होना आम बात थी.थी। ४०,००० की संख्या वाली मुंबई पुलिस चुपचाप नजारा देखती और भाजपा-शिवसेना सरकार की विश्वसनीयता घट रही थी.थी। तत्कालीन गृहमंत्री गोपीनाथ मुंडे ने गैंगस्टरों का सफाया करने के लिए पुलिस को एक तरह से असीमित अधिकार दे दिए. दिए।
<ref>{{cite web |url=http://aajtak.intoday.in/story.php/content/view/693216/66/0/Story-of-Encounter-Specialists.html
|title=खाकी मांगे खून: कहानी एनकाउंटर स्पेशलिस्टों की
पंक्ति 215:
|language=}}</ref>
 
वरिष्ठ भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे ने कहा कि पार्टी अनुशासन का उल्लंघन करने वालों को अनुशासनात्मक कार्रवाई भुगतना होगा.होगा। अपने भतीजे धनंजय मुंडे की तरफ स्पष्ट तौर पर इशारा करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे ने सोमवार को कहा कि पार्टी अनुशासन का उल्लंघन करने वालों को अनुशासनात्मक कार्रवाई भुगतना होगा. मुंडे ने औरंगाबाद में संवाददाताओं से कहा, ‘‘कोई भी पार्टी की विचारधारा के खिलाफ जाता है और बगावत का दोषी पाया जाता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई आरंभ की जाएगी.’’जाएगी।’’
<ref>{{cite web |url=http://hindi2.samaylive.com/regional-news-in-hindi/other-states-news-in-hindi/138125/bjp-maharashtra-district-council-election-gopinath-munde.html
|title=पार्टी से ऊपर कोई नहीं: गोपीनाथ मुंडे
पंक्ति 225:
 
== राजकीय प्रतिमा ==
बीजेपी के गोपीनाथ मुंडे ने कहा कि [[सचिन तेंदुलकर]] को पहले भारतरत्न दिया जाना चाहिए ।चाहिए।
<ref>{{cite web |url=http://aajtak.intoday.in/story.php/content/view/696490/73/0/Sachin-Tendulkar-nominated-to-Rajya-Sabha‎-.html
|title=सचिन के राज्यसभा मनोनयन पर सियासत गर्म
पंक्ति 251:
|language=}}</ref>
 
संसदभवन परिसर में पत्रकारों से बातचीत में भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे ने कहा कि विपक्षी पार्टी के रूप में सरकार की आलोचना करना भाजपा का अधिकार है.है। मुंडे ने कहा, "लोकतंत्र में विपक्ष का यह कर्तव्य है कि वह सरकार की खामियां उजागर करे.करे। लेकिन ऐसा बयान देकर कांग्रेस अध्यक्ष अपनी पार्टी की हताशा प्रदर्शित कर रही हैं क्योंकि कांग्रेस उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव और इसके बाद महाराष्ट्र एवं दिल्ली के निकाय चुनावों को हार चुकी है.है।"
<ref>{{cite web |url=http://abpnews.newsbullet.in/ind/34-more/28829-2012-05-09-16-33-53
|title=बीजेपी ने की सोनिया गांधी के बयान की आलोचना
पंक्ति 260:
|language=}}</ref>
 
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रेल बजट २००९ की आलोचना करते हुए इसे दिशाहीन बताया है.भाजपाहै।भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे का कहना था कि बजट फास्ट ट्रैक रेल की तरह थी जो ग़रीबों के स्टेशनों पर बिना रुके आगे बढ़ गई.गई।
<ref>{{cite web |url=http://www.bbc.co.uk/hindi/business/story/2009/07/090703_railbudget_reaction_alk.shtml
|title=विपक्ष ने रेल बजट की आलोचना की
पंक्ति 278:
|language=}}</ref>
 
उन्होंने भारत के सबसे बड़े घोटाले की जांच कर रही संयुक्त संसदीय समिति के सदस्य के रूप में बहुत दमदारी के साथ हिन्दी की आवाज बुलंद की और अपने आक्रामक तेवर से ये भी साबित किया है कि देश के अधिकांश लोग सरलता से हिन्दी समझ सकते है.है। टू जी आवंटन घोटाले की जांच के लिए बनी संयुक्त संसदीय समिति के सदस्य श्री मुंडे ने इस मामले से जुड़े सभी दस्तावेज हिन्दी में उपलब्ध करने की मांग की.की। उन्होंने कहा कि समिति के सभी सदस्यों को ठीक समय पर हिन्दी में दस्तावेज उपलब्ध कराए जाने चाहिए ताकि वे गवाहों का परीक्षण करने की तैयारी कर सकें. हिन्दी की आवाज बुलंद करते हुए मुंडे ने ये भी कहा कि यदि उन्हें हिन्दी में कागज़ उपलब्ध नहीं कराए गए तो वो समिति की बैठक में नहीं आएँगेआएँगे।
हिन्दी के पक्ष में आक्रामक तेवरों से गोपीनाथ मुंडे ने एक बहुत बड़ी बात कह दी.दी। मुंडे ने जो कहा वही बात पूरे विश्व में फैला हिन्दी भाषी समाज एक अर्से से कहता आ रहा है.है। जिसे कारपोरेट जगत तो समझ चुका है लेकिन सत्ता प्रतिष् नों में बैठे लोग और भाषाई आधुनिकता के कथित मोह के शिकार लोग नहीं समझना चाहते.चाहते।
मुंडे की इस बात का मतलब एकदम साफ़ है.है। इसका मतलब ये है कि देश के एक बड़े तबके के लिए – जिसमें अहिन्दी भाषी लोग भी शामिल है और सैकड़ों सांसद भी – हिन्दी लिखना, पढना और बोलना अंग्रेजी की तुलना में ज्यादा आसान है.है। हिन्दी के लिए संसदीय समिति की बैठक के बहिष्कार की बात किसी हिन्दी भाषी ने नहीं बल्कि महाराष्ट्र के एक सांसद ने कही मगर हैरानी की बात है कि मुंडे की ये बात हिन्दी के किसी अखबार को रास नहीं आई, शायद यही कारण है कि हिन्दी के किसी भी अखबार ने इसे जगह नहीं दी.दी। हिन्दी के अखबारों के लिए भले ही ये खबर न हो लेकिन हिन्दी से अनुराग रखने वाले लोगों के लिए ये बहुत बड़ी खबर है.है। तो हिन्दी को कोसने के लिए जो लोग राज आकरे की बुराई करते है उन्हें उससे भी ज़्यादा ताकत के साथ मुंडे की पीठ थपथपाना चाहिए ताकि और भी लोग हिन्दी के पक्ष में सच बोलने की हिम्मत जुटा सके.सके।
<ref>{{cite web |url=http://www.hindihomepage.com/post-in-detail-P159
|title=गोपीनाथ मुंडे को सलाम
पंक्ति 289:
|language=}}</ref>
 
एक ओर जहाँ भारतीय जनता पार्टी ने गोपीनाथ मुंडे को राजस्थान भेजा है और वे मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से चर्चा कर रहे हैंहैं।
<ref>{{cite web |url=http://www.bbc.co.uk/hindi/regionalnews/story/2008/05/080524_rajasthan_tense.shtml
|title=गूजरों पर फिर फ़ायरिंग, ३१ की मौत
पंक्ति 298:
|language=}}</ref>
 
गूजर अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की माँग कर रहे हैं. गूजर इस समय अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल हैं लेकिन उनका मानना है कि अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिलने पर वे नौकरियों और शिक्षा में मिलने वाली आरक्षण की सुविधा का बेहतर फ़ायदा उठा पाएँगे. पाएँगे।
गुरुवार को बातचीत का संकेत भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान प्रभारी गोपीनाथ मुंडे की ओर से आया जब उन्होंने कहा, "हम गूजर नेताओं से हर हाल में बात करना चाहते हैं.हैं।" हालांकि गूजर नेताओं ने इन प्रस्तावों पर कोई जवाब नहीं दिया है लेकिन ये संकेत रहे हैं कि गूजर भी इसके लिए सहमति बना रहे हैं.हैं।
<ref>{{cite web |url=http://www.bbc.co.uk/hindi/regionalnews/story/2008/05/080530_gujjar_swaimadho_firing.shtml
|title=राजस्थान में फिर फ़ायरिंग, दो मारे गए
पंक्ति 307:
|publisher= [[बीबीसी हिन्दी]]
|language=}}</ref>
पहले आंदोलन में मारे गए लोगों के परिजन शव माँग रहे थे कि उनका अंतिम संस्कार किया जा सके और सरकार इसके लिए तैयार नहीं दिख रही थी. थी।
अब मामला उलट गया है.है। अब सरकार चाहती है कि आंदोलन में मारे गए लोगों के शव का पोस्टमार्टम करवा दिया जाए और उन्हें परिजनों को सौंप दिया जाए लेकिन अब गूजर तैयार नहीं हैं.हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के प्रभारी गोपीनाथ मुंडे कह चुके हैं कि यदि गूजर तैयार हो जाएँ तो सरकार शवों का पोस्टमार्टम करवाकर उसे सौंपने के लिए तैयार है. है।
<ref>{{cite web |url=http://www.bbc.co.uk/hindi/regionalnews/story/2008/05/080530_gujjar_deadbodies.shtml
|title=शवों को लेकर खींचतान जारी
पंक्ति 317:
|language=}}</ref>
 
भाजपा सांसद गोपीनाथ मुंडे ने संवाददाताओं से कहा, ''भ्रष्टाचार और बढ़ती महंगाई के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर सरकार बलप्रयोग नहीं कर सकती.सकती। इसीलिए चिदंबरम को इस्तीफ़ा देना चाहिए.चाहिए।'' इसके साथ ही उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं पर किए गए लाठीचार्ज पर सरकार से सफ़ाई भी मांगी. भाजपा के युवा कार्यकर्ताओं पर मंगलवार को किए गए पुलिस लाठीचार्ज के ख़िलाफ़ पार्टी संसदों ने प्रश्नकाल नहीं चलने दिया.दिया।
<ref>{{cite web |url=http://www.bbc.co.uk/hindi/india/2011/08/110810_parliament_uproar_akd.shtml
|title=चिदंबरम के इस्तीफ़े की मांग
पंक्ति 326:
|language=}}</ref>
 
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी नेता गोपीनाथ मुंडे ने यह आशंका जताई कि देश में एक बार फिर आपातकाल लागू किया जा सकता है, क्योंकि यहां के मौजूदा हालात वर्ष 1974 के आपातकाल के पूर्व के दिनों जैसे ही हैं. हैं। उन्होंने कहा, 'वर्ष 1974 जैसे हालात पैदा कर दिए गए हैं.हैं।' मुंडे ने कहा, 'उस समय बेरोजगारी व गरीबी की समस्या थी. सरकार इन परिस्थितियों पर नियंत्रण नहीं कर पाई और उसने वर्ष 1975 में देश पर आपातकाल थोप दिया.दिया।'
उन्होंने कहा, 'उसी तरह की स्थिति आज भी पैदा हो गई है. सरकार महंगाई, भ्रष्टाचार, नक्सलवाद तथा आतंकवाद को काबू नहीं कर पा रही है.है।' कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन भाजपा ने एक राजनीतिक प्रस्ताव भी पारित किया जिसमें आरोप लगाया गया है कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की नीतयां पंगु हो गई हैं. हैं।
प्रस्ताव में कहा गया है, 'यदि आम आदमी महसूस करता है कि उसके साथ धोखा हुआ है, किसान आत्महत्या कर रहे हैं, औद्योगिक उत्पादन कम हो रहा है, बेरोजगारी बढ़ रही है, भ्रष्टाचार जारी है, संप्रग के कुशासन के कारण अनिश्चितता तथा निराशा बढ़ रही है तो यह भाजपा की जिम्मेदारी है कि वह लोगों की इन चिंताओं को दूर करे और पार्टी ऐसा करती रहेगी.रहेगी।'
<ref>{{cite web |url=http://aajtak.intoday.in/story.php/content/view/698554/73/0/Country-heading-towards-another-EmergencyBJP.html
|title=इमरजेंसी की ओर बढ़ रहा है देश: BJP
पंक्ति 337:
|language=}}</ref>
 
केंद्र सरकार की ओर से जारी पुरस्कार विजेताओं की सूची में अनिवासी उद्योगपति संत सिंह चटवाल का भी नाम है, जिन्हें पद्म भूषण पुरस्कार के लिए चुना गया है.है। प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखा है.है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने पत्रकारों को बताया कि लोकसभा में पार्टी के उपनेता गोपीनाथ मुंडे ने इस पत्र में प्रतिष्ठित पद्म भूषण पुरस्कार चटवाल को दिए जाने के फ़ैसले पर आपत्ति जताई है.है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि चटवाल अपने विवादित वित्तीय लेन-देन के कारण इस पुरस्कार के हक़दार नहीं हैं. पार्टी ने तत्काल ये पुरस्कार वापस लेने की मांग की है.है।
<ref>{{cite web |url=http://www.bbc.co.uk/hindi/india/2010/01/100125_padma_controversy_pp.shtml
|title=पद्म पुरस्कार पर विवाद
पंक्ति 346:
|language=}}</ref>
 
लोकसभा में भाजपा के उपनेता गोपीनाथ मुंडे का कहना है, ''शक होता है कि केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार अपनी वह बुलंद छवि फिर कैसे हासिल करेंगे जो कई साल पहले थी-ऐसे व्यक्ति की, जो कृषि में क्रांति ला सकता था, ऐसा व्यक्ति जो प्रधानमंत्री बन सकता था.था। कई लोगों ने उनका सम्मान करना छोड़ दिया है.है। इसतथ्य के सामने यह बात गौण है कि उन पर अभियोग लगेगा या नहीं.नहीं।''
मुंडे ने लोकसभा में एक बार यह सबूत पेश करने का प्रस्ताव रखा था कि पवार ने अपने सरकारी विमान में दाऊद इब्राहिम के कथित शार्पशूटरों शर्मा बंधुओं (अनिल अमर सिंह शर्मा और अनिल निर्भय सिंह शर्मा) को बैठाया था.था। शर्मा बंधु सनसनीखेज जेजे हॉस्पिटल गोलीबारी में शामिल थे. लेकिन चतुर पवार ने यह कहकर अपनी चमड़ी बचा ली कि जब शर्मा बंधुओं ने उनके साथ यात्रा की थी तब उनके खिलाफ एक भी मामला दर्ज नहीं था. था।
<ref>{{cite web |url= http://aajtak.intoday.in/story.php/content/view/55352/66/0/Sharad-Pawar-target-credit-and-Empire.html
|title=शरद पवार: निशाने पर साख और साम्राज्य
पंक्ति 356:
|language=}}</ref>
 
लोकसभा में लोकपाल बिल पर संसद में नियम 184 के तहत चर्चा की मांग गोपीनाथ मुंडेजी ने की। अन्ना हजारे के समर्थन में गोपीनाथ मुंडे रामलीला मैदान पहुंचे ।पहुंचे।
<ref>{{cite web |url=http://aajtak.intoday.in/story.php/content/view/62700/13/0/Read-11-th-day-of-Anna-Hazares-fast.html
|title=पढ़ें: अन्ना के अनशन का 11वें दिन का अपडेट