"एमाइड": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Amide-general.png|right|thumb|200px|एमाइड क्रियात्मक समूह]]
'''ऐमाइडतिक्तेय''' (ऐमाइड) (Amide) [[अमोनिया]] के [[हाइड्रोजन|जलजन]] को वसीय या सौरभिक अम्ल मूलक द्वारा प्रतिस्थापित यौगिक है। इसमें अम्ल से कार्बोक्सिल मूलक का हाइड्रॉक्सिल मूलक ऐमिडोमूलक NH2 जैसे (R.CO.NH2)। ये तीन वर्ग के हैं : प्राथमिक R.CO...N H2, द्वितीयक (R.CO)2 तथा त्रितीयक (RCO)3 N* इनमें से केवल प्राथमिक ऐमाइडतिक्तेय ही प्रमुख हैं। इन्हें ऐसिड ऐमाइडतिक्तेय भी कहते हैं।
 
इनके नाम अम्ल के अंग्रेजी नाम से "-इक ऐसिड'' निकालकर उसके बदले "ऐमाइडतिक्तेय' लगा देने से प्राप्त होते हैं, जैसे फ़ॉर्मिक ऐसिड से फॉर्मऐमाइड (H.CO NH2), ऐसीटिक एसिड से ऐसीटेमाइड CH3.CO.NH2 इत्यादि। ऐमिनोमूलक के हाइड्रोजन के प्रतिस्थापित यौगिक को नाम के पहले एन (N) लिखकर व्यक्त करते हैं, जैसे एन-मेथिल ऐसीटैमाइड।
 
प्रकृति में ये प्रोटीन में पेप्टाइड बंधन के रूप में पाए जाते हैं।
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== सामान्य गुण ==
[[फ़ार्मऐमाइड]] द्रव है तथा अन्य ऐमाइडतिक्तेय रंगहीन, मणिभ ठोस हैं। ऐमाइडतिक्तेय श्रेणी के निम्नतर सदस्य जल में विलेय हैं तथा अणभार के विचार से उनके गलनांक तथा क्वथनांक निम्नता के प्रतिकूल ऊँचे हैं। यह हाइड्रोजन बंधन के कारण है। ऐमाइडतिक्तेय जल, अम्ल तथा क्षार से जलविश्लेषित होते हैं :
 
R.CO.NH2+H2O --> R.COOH+NH3
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R.CONH2 +4H --> R.CH2.NH 2+H2O
 
[[फ़ास्फ़ोरस पेंटाक्साइड]] के साथ गरम करने पर ऐमाइडतिक्तेय से सायनाइड बनता है :
 
R.CONH2 --> R.CºN+H2O
 
ऐमाइडतिक्तेय पर [[नाइट्रस अम्ल]] की क्रिया से अम्ल बनता है तथा नाइट्रोजन गैस निकलती है :
 
R.CO.NH2+HNO2 --> R.COOH+N2+H2O
 
[[हॉफ़मैन क्रिया]] में ऐमाइडतिक्तेय पर ब्रोमीन तथा क्षार की क्रिया से एक कम कार्बन परमाणुवाला ऐमिन प्राप्त होता है :
 
R.CO.H2+Br2+4KOH --> R.NH2+2KBr+K2CO3+2H2O
"https://hi.wikipedia.org/wiki/एमाइड" से प्राप्त