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'''वैनिला''' एक [[सुगंधित पदार्थ]] है, जो ''[[वैनिला]]'' वंश के [[ऑर्किड]] से व्युत्पन्न होता है, जिसका मूल स्थान [[मेक्सिको]] है. व्युत्पत्ति विज्ञान के अनुसार ''वैनिला'' शब्द की उत्पत्ति [[स्पैनिश|<span class="goog-gtc-fnr-highlight">स्पैनिश</span>]] शब्द "{{lang|es|vainilla}}" ''लिट्ल पॉड'' से हुई है.<ref name="Ackerman">{{cite journal |url=http://www.efloras.org/florataxon.aspx?flora_id=1&taxon_id=134375 |title=Vanilla |author=James D. Ackerman |journal=Flora of South America |volume=26 |issue=4 |pages=507 |issn= |month=June | year=2003 |accessdate=2008-07-22 |quote=Spanish vainilla, little pod or capsule, referring to long, podlike fruits}}</ref> मूल रूप से [[प्री-कोलंबियाई]] [[मेसो-अमेरिकी]] लोगों द्वारा उपजाए जाने वाले <span class="goog-gtc-fnr-highlight">वैनिला</span> को 1520 ई. में चॉकलेट के साथ [[यूरोप]] में लाने का श्रेय स्पैनिश विजेता [[हर्नैन कोर्टेस]] को जाता है.<ref name="nashville">{{cite web |url=http://www.herbsocietynashville.org/gardening.htm |title=The Life of Spice |author=The Herb Society of Nashville |publisher=The Herb Society of Nashville |date=2008-05-21 |accessdate=2008-07-23 |quote=Following Montezuma’s capture, one of Cortés’ officers saw him drinking "chocolatl" (made of powdered cocoa beans and ground corn flavored with ground vanilla pods and honey). The Spanish tried this drink themselves and were so impressed by this new taste sensation that they took samples back to Spain.' and 'Actually it was vanilla rather than the chocolate that made a bigger hit and by 1700 the use of vanilla was spread over all of Europe. Mexico became the leading producer of vanilla for three centuries. - Excerpted from 'Spices of the World Cookbook' by McCormick and 'The Book of Spices' by Frederic Rosengarten, Jr}}</ref> वैनिला के पौधे को मेक्सिको और मध्य अमेरिका से बाहर उपजाने का प्रयास वैनिला ऑर्किड उत्पन्न करने वाली टिक्सोचिट (tlilxochitl) लता और [[मेलिपोना मक्खी]] की स्थानीय प्रजाति के बीच के सहजीवी संबंध के कारण निरर्थक सिद्ध हुआ; हालांकि सन् 1837 में बेल्जियन वनस्पति वैज्ञानिक [[चार्ल्स फ्रैंकोइस एंटोनी मॉरेन]] द्वारा इस तथ्य की खोज करने के बाद तथा पौधे के कृत्रिम परागण की एक विधि को विकसित करने के बाद यह सफल हो गया. पर यह विधि वित्तीय रूप से कारगर नहीं रही और इसे व्यावसायिक रूप से नहीं अपनाया गया.<ref name="hazen">{{cite book |title=Vanilla |author=J. Hazen |publisher=Chronicle Books |year=1995 |accessdate=2008-07-23}}</ref> सन् 1841 में [[इले बौर्बोन]] (Île Bourbon) में रहने वाले, फ़्रांसीसी स्वामित्व वाले एक 12 वर्षीय गुलाम [[एडमंड एल्बियस]] ने यह पता लगाया कि इस पौधे का [[हाथ से परागण|हाथ से <span class="goog-gtc-fnr-highlight">परागण</span>]] किया जा सकता है, जिसके बाद इस पौधे की वैश्विक कृषि का रास्ता खुल लगा.<ref name="silvercloud">{{cite web |url=http://www.silvercloudestates.com/vanilla_history.aspx |title=History of Vanilla |author=Silver Cloud Estates |publisher=Silver Cloud Estates |accessdate=2008-07-23 |quote=In 1837 the Belgian botanist Morren succeeded in artificially pollinating the vanilla flower. On Reunion Morren's process was attempted, but failed. It was not until 1841 that a 12-year-old slave by the name of Edmond Albius discovered the correct technique of hand pollinating the flowers.}}</ref>
वर्तमान में <span class="goog-gtc-fnr-highlight">वैनिला</span> की वैश्विक रूप से [[उपजाई जाने वाली]] (कल्टीवेटर्ज़) तीन प्रमुख कृषि योग्य किस्में हैं, जिनमें से सभी [[मेसो-अमेरिका]] तथा आधुनिक मेक्सिको के कुछ हिस्सों में पाए जाने वाली एक प्रजाति से व्युत्पन्न हुई हैं. <संदर्भ नाम=>{{cite journal |url=http://www.springerlink.com/content/6155g3043826q652/ |title=Origins and Dispersal of Cultivated Vanilla (Vanilla planifolia Jacks. (Orchidaceae)) |author=Pesach Lubinsky |coauthors=Séverine Bory, Juan Hernández Hernández, Seung-Chul Kim & Arturo Gómez-Pompa |publisher=Springer New York |volume=62 |issue=2 |pages=127–138 |issn=1874-9364 |date=2008-06-05 |accessdate=2008-07-22 |quote=Vanilla is a clonally propagated crop originating from Mesoamerica.}}</संदर्भ> इसकी विभिन्न उप-किस्में हैं- ''
वैनिला बीज की <span class="goog-gtc-fnr-highlight">फलियों</span> को उपजाने में लगने वाले गहन श्रम के कारण [[केसर]]{{Citation needed|date=August 2009}} के बाद वैनिला दूसरा सबसे कीमती मसाला है. व्यय के बावजूद अपने [[सुगंध]] के कारण इसकी अधिक महत्ता है, जिसके बारे में लेखक फ्रेडरिक रोजेन्गार्डन जूनियर ने अपनी पुस्तक ''द बुक ऑफ स्पाइसेज'' में इसे "शुद्ध, मसालेदार तथा उत्कृष्ट" बताया है तथा इसके जटिल पुष्पीय सुगंध को "विशिष्ट गुलदस्ता" के रूप में वर्णित किया है.<ref name="joy">{{cite web |url=http://www.joyofbaking.com/Vanilla.html |title=Vanilla |publisher=[[JoyofBaking.com]] |accessdate=2008-07-22 |quote=Pure vanilla, with its wonderful aromatic flavor, is the most widely used flavoring in pastries, confections, and other desserts. It is the second most expensive spice in the world, next to saffron, and as much as flavor chemists try with the glycoside found in the sapwood of certain conifers or from coal extracts...}}</ref> इसकी ऊंची कीमत के बावजूद वैनिला का प्रयोग व्यावसायिक तथा घरेलू दोनों तरह के [[बेकिंग]], [[इत्र]] निर्माण एवं [[गंध-चिकित्सा]] (एरोमाथेरापी) में होता है.<ref name="joy"></ref>
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{{Main|Vanilla (orchid)}}
[[वैनिलिन]] के लिए उपजाई जाने वाली प्रमुख किस्म है- ''<span class="goog-gtc-fnr-highlight">
वैनिला, एक मौजूदा पेड़ (''ट्यूटर'' भी कहा जाने वाला), खम्भे या किसी और सहारे पर चढ़ते हुए, एक [[लता|<span class="goog-gtc-fnr-highlight">लता</span>]] (बेल) के रूप में उगता है. इसे वन में (पेड़ों पर), बगीचे में (पेड़ या खम्भों पर) या किसी "<span class="goog-gtc-fnr-highlight">शेडर</span>" पर उगाया जा सकता है, उत्पादकता के बढते हुए क्रम में. इसकी उपज के वातावरण को ''टेरौइर'' कहते हैं और इसमें सिर्फ आसपास के पौधे ही नहीं, बल्कि मौसम, भूगोल तथा स्थानीय भूविज्ञान भी शामिल है. इसे अकेला छोड़ दो तो सहारे पर यह जितना हो सकता है उतना बढ़ेगी और कुछ फूल खिलाएगी. हर साल, उत्पादक पौधे के ऊपरी हिस्से को नीचे की ओर मोड देते हैं जिससे पौधा उतनी ही ऊंचाई पर रहे जहाँ तक कोई इंसान खड़ा होकर पहुँच सके. इससे फूल बनने की प्रक्रिया को भी काफी बढ़ावा मिलता है.
[[File:VanillaFlowerLongitudinalSection-en.png|thumb|left|
विशिष्ट सुगंध वाले यौगिक, फल में पाए जाते हैं, जो फूल के [[परागण]] के परिणामस्वरूप उत्पन्न होता है. एक फूल एक फल को जन्म देता है. ''
सन् 1836 में वनस्पति वैज्ञानिक [[चार्ल्स फ्रैंकोइस एंटोनी मॉरेन]] पैपेंट्ला (वेराक्रूज, मेक्सिको) के आंगन में कॉफी पी रहे थे, जिस दौरान उनका ध्यान काली मक्खियों पर गया जो उनकी मेज के आगे उगे <span class="goog-gtc-fnr-highlight">वैनिला</span> के फूलों के इर्द-गिर्द मंडरा रही थीं. उन्होंने मक्खियों की गतिविधियों को समीप से देखा क्योंकि वे फूल के भीतर एक फड़फड़ाहट के साथ उतर कर कार्य कर रही थीं, और इस प्रकिया में <span class="goog-gtc-fnr-highlight">मकरंद</span> का स्थांतरण हो रहा था. कुछ घंटों के भीतर ही फूल बंद हो गए और कई दिनों के बाद मॉरेन ने पाया कि <span class="goog-gtc-fnr-highlight">वैनिला</span> की फलियां बननी शुरु हो गईं. शीघ्र ही मॉरेन ने हाथ द्वारा <span class="goog-gtc-fnr-highlight">परागण</span> पर प्रयोग शुरु कर दिया. कुछ वर्षों के बाद सन् 1841 में एक 12 साल के लड़के ने, एडमंड एल्बियस जो एक गुलाम था, [[रियूनियन]] में [[हाथ द्वारा परागण]] की एक सरल और प्रभावी विधि ढूंढ निकाली, जिसका आज भी प्रयोग होता है. एक खेतिहर मजदूर ने [[बांस]]<ref>{{cite web|url=http://www.hindu.com/edu/2004/05/10/stories/2004051000900300.htm|title=The Hindu: Flower with money power<!-- Bot generated title -->}}</ref> की एक धारदार छिपटी द्वारा परागकोश तथा वर्तिकाग्र को अलग करने वाली झिल्ली को हटाया और इसके बाद अंगूठे के प्रयोग द्वारा [[मकरंद]] को [[परागकोश]] से [[वर्तिकाग्र]] पर स्थानांतरित कर दिया. स्व-<span class="goog-gtc-fnr-highlight">परागण</span> वाले फूल में तब एक फल लगा. <span class="goog-gtc-fnr-highlight">वैनिला</span> का फूल एक दिन तक जीवित रहता है, कभी-कभी तो इससे भी कम, और इसलिए उत्पादकों को अपने <span class="goog-gtc-fnr-highlight">बगीचे</span> में प्रतिदिन खुले फूलों को देखना पड़ता है, जो काफी श्रमयुक्त कार्य है.
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[[File:2005vanilla.PNG|thumb|left|2005 में वैनिला पैदावार.]]
* अमेरिका से आरंभ किया जाने वाले ''
* '''मेक्सिकन वैनिला''' , मूल किस्म ''
* '''टैहिटियन वैनिला''' , [[फ्रेंच पॉलिनेशिया]] के ''
* '''वेस्ट इंडीज वैनिला''' ''
'''फ़्रेंच वैनिला''' , वैनिला का कोई प्रकार नहीं है, बल्कि इसका प्रयोग प्रायः उस व्यंजन-निर्माण में किया जाता है, जिसमें वैनिला की तेज खुशबू होती है तथा वैनिला के दाने मौजूद होते हैं. यह नाम वैनिला फलियों, [[क्रीम]] तथा [[अंडे की जर्दी]] वाली आइसक्रीम [[कस्टर्ड]] बेस बनाने की फ़्रांसीसी शैली से उत्पन्न हुआ है. किसी भी पूर्व या वर्तमान की फ़्रासीसी अधीनता से उनके निर्यातों के लिए प्रसिद्ध <span class="goog-gtc-fnr-highlight">वैनिला</span> के किस्मों का अंतर्वेशन वास्तव में सुगंध का एक हिस्सा ही है, यद्यपि प्रायः यह एक संयोग ही रहा. वैकल्पिक रूप में फ़्रेंच वैनिला को वैनिला-कस्टर्ड स्वाद के संकेत के रूप में लिया जाता है.<ref name="autogenerated3"></ref> फ़्रेंच वैनिला के नाम वाली शर्बत में वैनिला के अलावा पहाड़ी बादाम, कस्टर्ड (शरीफा), [[दग्धशर्करा]] या [[बटरस्कॉच]] का स्वाद रहता है.
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<span class="goog-gtc-fnr-highlight">वैनिला</span> का सर्वोत्तम उत्पादन गर्म आर्द्र जलवायु में समुद्र तल से 1500 मी. की ऊंचाई पर होता है. इसका अधिकतर उत्पादन भूमध्य-रेखा के 10 से 20 डिग्री ऊपर तथा नीचे होता है. उत्पादन के आदर्श दशा वर्ष के 10 महीनों तक समान रूप से वितरित 150-300 <span class="goog-gtc-fnr-highlight">से.मी.</span> की मध्यम वर्षा होती है. इसकी खेती के लिए अनुकूल तापमान रात का {{convert|15|-|30|C|F}} डिग्री तथा दिन का {{convert|15|-|20|C|F}} डिग्री होता है. आदर्श नमी लगभग 80% है, और सामान्य ग्रीनहाउस स्थितियों में यह वाष्पन शीतक द्वारा प्राप्त किया जाता है. हालांकि, चूंकि <span class="goog-gtc-fnr-highlight">ग्रीनहाउस</span> <span class="goog-gtc-fnr-highlight">वैनिला</span> को भूमध्य-रेखा के निकट के क्षेत्रों में तथा पॉलिमर (एचडीपीई (HDPE)) के जाल (50% छायाक्षेत्र) के नीचे उपजाया जाता है, इसलिए यह आर्द्रता वातावरण द्वारा प्राप्त हो जाती है.
वैनिला की खेती के लिए मिट्टी हल्की (ढीली) होनी चाहिए जिसमें अत्यधिक कार्बनिक पदार्थ हो और दोमट मिट्टी (लोमी) जैसा रंग हो. इन्हें अच्छी तरह जोता/सुखाया गया हो, और इस परिस्थिति में थोडा ढालू होना मददगार साबित होता है. मिट्टी का पीएच ([[pH]]) मान अच्छी तरह दर्ज नहीं किया गया है, लेकिन कुछ शोधकर्ताओं ने मिट्टी का एक आदर्श [[पीएच]] (pH) मान तकरीबन 5.3 <ref>बर्निंगर, एफ., सालस, ई., 2003. बायोमास डाईनेमिक्स ऑफ़ इरिथ्रिना लैंसीओलेटा एज़ इन्फ्लुएंन्स्ड बाई शूट-प्रूनिंग इंटेंसिटी इन कोस्टा रिका. एग्रो-फोरेस्ट्री सिस्टमज़, 57:19-28.</ref> निर्देशित किया है. [[मल्च]] (गीली घास) <span class="goog-gtc-fnr-highlight">लता</span> के समुचित विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, और मल्च की एक समुचित मात्रा लता के आधार में डाली जानी चाहिए.<ref name="autogenerated2">डेविस इ.डबल्यू, 1983. एक्सपीरिएंसिज़ विद ग्रोइंग वैनिला (
==== प्रजनन/फ़ैलाव, पौध-पूर्व तैयारी (प्रोपेगेशन, प्री-प्लांट प्रीपेरेशन) और स्टोक के प्रकार ====
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==== उत्तक संवर्धन ====
<span class="goog-gtc-fnr-highlight">वैनीला</span> उत्तक संवर्धन के लिए अनेक विधियाँ दी गयी हैं, लेकिन वे सब वैनीला <span class="goog-gtc-fnr-highlight">लता</span> या बेल की कक्षवर्ती कली से शुरू होती हैं.<ref>जॉर्ज, पी.एस., रविशंकर, जी.पी., 1997. इन वरटो मल्टीप्लिकेशन ऑफ़
==== समय-सारणी का महत्व ====
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==== <span class="goog-gtc-fnr-highlight">पकाई</span> ====
बाजार में <span class="goog-gtc-fnr-highlight">वैनिला</span> की पकाई (curing) के लिए कई विधियां प्रचलन में हैं; तथापि उन सभी के चार चरण होते हैं: हनन (किलिंग), प्रस्वेदन (स्वेटिंग), धीमा शुष्कन तथा <span class="goog-gtc-fnr-highlight">फलियों</span> की कंडिशनिंग.<ref>हव्किन-फ्रेंकेल, डी., फ्रेंच, जे.सी., ग्राफ्ट, एन.एम., 2004. <span class="goog-gtc-fnr-highlight">वैनिला</span> (
===== हनन (killing) =====
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