"पोंगल": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
छो r2.7.1) (Robot: Adding fi:Pongal |
छो साँचा |
||
पंक्ति 41:
चारदिनों के इस त्यौहार के अंतिम दिन कन्या पोंगल मनाया जाताहै जिसे तिरूवल्लूर के नाम से भी लोग पुकारते हैं। इस दिन घर को सजायाजाता है। आम के पलल्व और नारियल के पत्ते से दरवाजे पर तोरण बनाया जाताहै। महिलाएं इस दिन घर के मुख्य द्वारा पर कोलम यानी रंगोली बनाती हैं। इसदिन पोंगल बहुत ही धूम धाम के साथ मनाया जाता हैलोग नये वस्त्र पहनते हैऔर दूसरे के यहां पोंगल और मिठाई वयना के तौर पर भेजते हैं। इस पोंगल केदिन ही बैलों की लड़ाई होती है जो काफी प्रसिद्ध है। रात्रि के समय लोगसामुदिक भो का आयोजन करते हैं और एक दूसरे को मंगलमय वर्ष की शुभकामना देते हैं।
{{हिन्दू पर्व-त्यौहार}}▼
=बाहरी कड़ियाँ==
* [http://alaivani.com/Blog/tabid/56/EntryID/198/Default.aspx पोंगल दूर गाँव में]
▲{{हिन्दू पर्व-त्यौहार}}
[[श्रेणी:संस्कृति]]
|