"टॉरपीडो": अवतरणों में अंतर

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तारपीडो का मार्ग [[धूर्णदर्शी]] (gyroscope) से निश्चित होता है। यह घूर्णदर्शी, स्टियरिंग इंजन से संचालित होता है। स्टियरिंग इंजन पिछले सिरे से कार्य करता है। धूर्णक-जाइरो का यह गुण होता है कि वह अपने अक्ष को एक स्थायी दिशा में रखे। इस गुण के कारण तारपीडो अपने मार्ग में अविचलित रहता है। ऐसा भी यंत्रविन्यास होता है कि तारपीडो अपने मार्ग को एक या अनेक बार बदल सके।
 
===गहराई===
तारपीडो जब गहराई में चलता है तब वह दो अवयवों से नियंत्रित होता है। ये अवयव गहराई गियर में रहते हैं। इनमें एक द्रवस्थैतिक वाल्व (hydrostatic valve) होता है, जो समुद्र के दबाव से कार्य करता है ओर दूसरा लोलक भार होता है, जो तारपीडो की स्थिति, उन्नताग्र (nose up) या अवनताग्र (nose down), के परिवर्तन से संचालित होता है। इन दोनो अवयवों का संयुक्त संचालन नियमन मोटर (servo-motor) और उपयुक्त छड़ गियर द्वारा, जो पिछले भाग के क्षैतिज रडर में लगा रहता है, रिले (relay) होता है। दबी वायु के दबाव में परिवर्तन द्वारा चाल बदली जा सकती है। तारपीडो की गति इस बात पर निर्भर करती है कि जनित्र में ईधंन और हवा का संभरण कब तक होता रहता है। उच्चतम दौड़ अभीष्ट न होने पर तदनुरूप संख्या में इंजन-परिक्रपण होने के बाद 'रोक' साधन से काम लेते हैं।