"वाचस्पति मिश्र": अवतरणों में अंतर

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==कार्य==
उन्होनेवाचस्पति मिश्र प्रथम ने उस समय की हिन्दुओं के लगभग सभी प्रमुख दार्शनिक सम्प्रदायों की प्रमुख कृतियों पर [[भाष्य]] लिखें हैं। इसके अतिरिक्त [[तत्वबिन्दु]] नामक एक मूल ग्रन्थ भी लिखा है जो भाष्य नहीं है।
 
*1. [[[http://shastrapriyah.blogspot.com/search/label/%E0%A4%A4%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%B5%E0%A5%88%E0%A4%B6%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A6%E0%A5%80%20%E0%A4%9F%E0%A5%80%E0%A4%95%E0%A4%BE तत्त्ववैशारदी]]] – [[योगभाष्य]] पर टीका,