"वाचस्पति मिश्र": अवतरणों में अंतर
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वाचस्पति मिश्र प्रथम मिथिला के ब्राह्मण थे जो भारत और [[नेपाल]] सीमा के निकट [[मधुबनी]] के पास अन्धराठाढी गाँव के निवासी थे। इन्होने वैशेषिक दर्शन के अतिरिक्त अन्य सभी पाँचो आस्तिक दर्शनों पर टीका लिखी है। उनके जीवन का वृत्तान्त बहुत कुछ नष्ट हो चुका है। ऐसा माना जाता है कि उनकी एक कृति का नाम उनकी पत्नी '''भामती''' के नाम पर रखा है।
दूसरे वाचस्पति
(१० दर्शन पर और ३१ स्मृति पर ):
१० दर्शन पर :
१.
२. न्याय सुत्रोद्धार
३. न्याय रत्नप्रकाश
४. प्रत्यक्ष निर्णय
५. शब्द निर्णय
६.
७. खंडनोद्धार
८.
९. अनुमानखंड पर टीका
१०.
३१ स्मृति पर :
पंक्ति 24:
२. शुद्धि चिंतामणि
३. तीर्थ चिंतामणि
४
५
६. द्वैत चिंतामणि
७. नीति चिंतामणि (संभवतः नवटोल के लूटन झा के साथ पर कोई पाण्डुलिपि उपलब्ध नहीं किन्तु विवाद चिंतामणि में इसका सन्दर्भ दिया गया है )
पंक्ति 48:
२६ . श्राद्धकल्प
२७. कृत्य प्रदीप
? ३०. व्रत निर्णय का पूर्वार्ध
?? ३१. ....
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