"प्राण": अवतरणों में अंतर

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जब शरीर में ज्ञान अक्रिय हो जाता है तो प्राण रुक जाते हैं क्योंकि शरीर का विकास समाप्त हो जाता है इसलिए गर्मी की आवश्यकता नहीं रहती, शरीर की गर्मी खत्म (70Fन्यूनतम तक हो जाती) है. शरीर की गर्मी खत्म होने से अंग कार्य करना बंद कार देते हैं. इसे ORGANSअंगों का निष्क्रियता को प्राप्त होना DRकहा जाता है.
कभी कभी ताप १०८ फ़ के कारण ज्ञान को धारण करने वाला ज्ञान शरीर छोड़ देता है और शरीर में प्राण क्रिया रुक जाती है.
सन्दर्भ-प्रो बसन्त प्रभात जोशी का आलेख
(ref- article of prof basant joshi)
 
==संबंधित शब्द==
"https://hi.wikipedia.org/wiki/प्राण" से प्राप्त