"प्राजक्ता": अवतरणों में अंतर
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'''प्राजक्ता''' एक [[पुष्प]] देने वाला
इसका [[वानस्पतिक नाम]] 'निक्टेन्थिस आर्बोर्ट्रिस्टिस' है। पारिजात पर सुन्दर व सुगन्धित फूल लगते हैं। इसके फूल, पत्ते और [[छाल]] का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। यह सारे [[भारत]] में पैदा होता है। यह [[पश्चिम बंगाल]] का राजकीय पुष्प है।▼
▲पारिजात पर सुन्दर व सुगन्धित फूल लगते हैं। इसके फूल, पत्ते और छाल का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। यह सारे [[भारत]] में पैदा होता है। यह [[पश्चिम बंगाल]] का राजकीय पुष्प है।
==परिचय==
यह 10 से 15 फीट ऊँचा और कहीं 25-30 फीट ऊँचा एक वृक्ष होता है और पूरे भारत में विशेषतः बाग-बगीचों में लगा हुआ मिलता है। विशेषकर मध्यभारत और हिमालय की नीची तराइयों में ज्यादातर पैदा होता है। इसके फूल बहुत सुगंधित, सफेद और सुन्दर होते हैं जो रात को खिलते हैं और सुबह मुरझा कर गिर जाते हैं।
'''विभिन्न भाषाओं में नाम''' :
[[संस्कृत]]- पारिजात, शेफालिका। [[हिन्दी]]- हरसिंगार, परजा, पारिजात।
[[मराठी]]- पारिजातक। [[गुजराती]]- हरशणगार। [[बंगाली]]- शेफालिका, शिउली।
[[तेलुगू]]- पारिजातमु, पगडमल्लै। [[तमिल]]- पवलमल्लिकै, मज्जपु।
[[मलयालम]] - पारिजातकोय, पविझमल्लि। [[कन्नड़]]- पारिजात।
[[उर्दू]]- गुलजाफरी। [[इंग्लिश]]- नाइट जेस्मिन।
==गुण ==
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