"सुक़ुत्रा": अवतरणों में अंतर

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समुद्र में अन्य स्थानों से अलग-थलग सुक़ुत्रा पर जीव [[क्रम-विकास]] (एवोल्यूशन) ने ऐसी [[जाति (जीवविज्ञान)|जातियाँ]] बनाई हैं जो विश्व में और कहीं नहीं मिलती। वनस्पति वैज्ञानिकों के अनुसार यहाँ पाए जाने वाले एक-तिहाई वृक्ष-पौधे और कहीं नहीं मिलते। इसे अक्सर पृथ्वी की सबसे ज़्यादा परग्रही दिखने वाली जगह के रूप में वर्णित किया जाता है।<ref>[http://atlasobscura.com/places/socotra-island सोकोत्रा द्वीप]</ref>
 
==नामोत्पत्ति==
कुछ इतिहासकारों का मानना है कि इस द्वीप पर सबसे पहले भारतीय मूल के लोग निवास करते थे और उन्होंने इसका नाम [[संस्कृत]] भाषा में 'सुखधारा द्वीप' रखा था। [[सिकंदर महान]] के काल में यूनानिओं को इस द्वीप का पता चला तो उन्होंने इस संस्कृत नाम का यूनानिकरण कर के इसे 'दिओसकोर्दिया' (<small>Διοσκουρίδα, Dioscordia</small>) कहना शुरू कर दिया। इन्हीं नामों से आधुनिक 'सुक़ुत्रा' नाम पड़ने की आशंका है। अन्य स्रोतों के अनुसार यह [[अरबी भाषा]] के 'सूक' (यानि बाज़ार) और 'क़तरा' (यानि बूँद) शब्दों से भी आया हो सकता है। इनके अनुसार यहाँ पाए जाने वाले '[[अझ़दहा]] रक्त वृक्ष' से निकलने वाला रस (जो ख़ून जैसे लाल रंग का होता है) को जमाकर बनाने वाला 'लोबान' (फ़्रैंकिनसेन्स​) नामक सुगन्धित पदार्थ यहाँ से बहुत निर्यात होता था इसलिए इसे 'सूक अल-क़तरा' (अझ़दहा रक्त की बूंदों का बाज़ार) कहा जाने लगा।<ref name="ref90ruqug">[http://books.google.com/books?id=eQvhZaEVzjcC Yemen: Bradt Travel Guide], Daniel McLaughlin, pp. 223, Bradt Travel Guides, 2008, ISBN 9781841622125, ''... After all, the Indians who occupied the island before the Greeks had named it Dvipa Sukhadara - Sanskrit for 'the Island of Bliss' ... adapted the old Sanskrit name to the Greek language as 'Dioscorida'. From this Sanskrit appellation as well, the island's modern name 'Socotra' was derived. There are several other theories ... According to the Arabian geographer Yaqut al-Hamawi, this tree was known locally as al-Qatir; thus, Souk al-Qatir ('the Dragon's Blood Tree Market') is feasible ...''</ref>
 
== इन्हें भी देखें ==