"वार्ता:हिन्दी व्याकरण": अवतरणों में अंतर

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पुरुषों की तालिका के बारै में
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--[[सदस्य:Icebearsoft|Zdeněk Wagner (ज़्देन्येक वाग्नेर)]] ०१:१२, १५ मार्च २००८ (UTC)
::धन्यवाद वाग्नेर आपके सुझावों का पालन करेंगे।--[[सदस्य:पूर्णिमा वर्मन|पूर्णिमा वर्मन]] १३:५८, ३० अप्रैल २००८ (UTC)
 
:::मुझे पता था कि आप (210.212.158.181) ने मेरी तालिका बदली है। मेरे विचार से वह अब ठीक नहीं है। “तुम” व्याकरण में एकवचन नहीं होता है लेकिन बहुवचन होता है। फिर भी इसका इस्तेमाल किया जाता है जब एक पुरुष के बारे में ही बोलते हैं। जब कुछ लोगों के बारे में बोलते तब अक्सर “तुम लोग” कहते। लेकिन “तुम” व्याकरण में हमेशा बहुवचन होता है। तुलना दीजिये: तू है (एकवचन), तुम हो, तुम लोग हो (बहुवचन)। “आप” भी व्याकरण में बहुवचन होता है। तुलना दीजिये: वह है (एकवचन), वे हैं, आप हैं (बहुवचन)। मेरा तो सुझाव है कि “तुम” तथा “आप” तालिका में सिर्फ़ बहुवचन जैसे लिखे जाते हों और उनका प्रयोग तालिका के नीचे (शायद उदाह्रणों के द्वारा) समझाया जाता हो। --[[सदस्य:Icebearsoft|Zdeněk Wagner (ज़्देन्येक वाग्नेर)]] २०:४३, २६ मई २००८ (UTC)
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