"बलक़ानाबात": अवतरणों में अंतर

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==विवरण==
यह इलाक़ा योमुद नामक क़बीले के ऐतिहासिक निवास स्थान है, जिनके क़ालीनों पर बना 'गोल' नामक डिज़ाइन मशहूर है और तुर्कमेनी राष्ट्रीय ध्वज पर भी प्रदर्शित है। [[तुर्की भाषाओँभाषाओं]] में इस शहर के पुराने नाम 'नेबित दाग़' का मतलब 'तेल (नेबित) का पहाड़ (दाग़)' है। यह नाम यहाँ की बलक़ान पर्वत शृंखला पर और ज़मीन के नीचे मिले तेल खनिजों की वजह से पड़ा है। यह शहर सन् १९३३ में ट्रांस-कैस्पियन रेलवे पर एक रेलवे स्टेशन की हैसियत से बसाया गया था। शहर के पूर्वी भाग में 'रेगिस्तान के खोजयात्रियों का स्मारक' बना हुआ है जिसमें एक [[ऊँट]] और कुछ आदमियों को कठिन परिस्थिति में रेगिस्तान से गुज़रते हुए दिखाया गया है।<ref name="ref88zagip">[http://books.google.com/books?id=fvqYSoRvAI4C The Caspian Sea Encyclopedia], Igor S. Zonn, Andrey Kostianoy, Aleksey N. Kosarev, Michael Glantz, Springer, 2010, ISBN 9783642115233, ''... Balkanabat (formerly Nebit-Dag) – the administrative center of the Balkansky velajat in Turkmenistan. It was founded in 1933 as a worker's settlement (Neftedag or 'oil mountain') ...''</ref>
 
२००१ में तुर्कमेनी राष्ट्रपति सपरमुराद नियाज़ोव के आदेश से शहर का नाम बदलकर 'बलक़ानाबाद' कर दिया गया, जिसका तुर्की रूप 'बलक़ानाबात' है। २००४ में एक 'स्वास्थ्य रास्ता' बनाया गया जो बलक़ान पहाड़ों के पास निकलता है और जिसपर लोग चलकर पहाड़ों का नज़ारा कर सकते हैं। शहर में चार मुख्य बाज़ार हैं: गोक बाज़ार, जन्नत बाज़ार, तोलकुचका बाज़ार, ५वें उपक्षेत्र का बाज़ार।