"पामीर पर्वतमाला": अवतरणों में अंतर

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'''पामीर पर्वतमाला''' (<small>[[अंग्रेजी]]: Pamir Mountains, [[उर्दूफ़ारसी]]: {{Nastaliq|ur|پامیررشته کوهستانکوه های پامیر}}</small>), मध्य एशिया में स्थित एक प्रमुख पर्वत श्रृंखला है, जिसकी रचना [[हिमालय]], [[तियन शान]], [[काराकोरम]], [[कुनलुन]] और [[हिन्दू कुश]] श्रृंखलाओं के संगम से हुआ है। पामीर विश्व के सबसे ऊंचे पहाड़ों में से हैं और विक्टोरियन समय से इन्हें '''विश्व की छत''' कहा जाता है। इसके अलावा इन्हें इनके चीनी नाम ''कोंगलिंग'' के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ उगने वाले जंगली [[प्याज़]] के नाम पर इन्हें प्याज़ी पर्वत भी कहा जाता था।<ref name="ref99feqeq">[http://books.google.com/books?id=eMA0x9YrMDcC The Organic Seed Grower: A Farmer's Guide to Vegetable Seed Production], John Navazio, pp. 37, Chelsea Green Publishing, 2012, ISBN 9781933392776, ''... The glacial peaks of the Pamir Altai were known as the Onion Mountains when Marco Polo traversed the region ...''</ref>
 
==विस्तार==
पामीर पर्वतों का विस्तार कहाँ से कहाँ तक है यह विवाद का विषय है, लेकिन इनका अधिकांश भाग [[ताजिकिस्तान]] के [[कूहिस्तोनी-बदख़्शान स्वशासित प्रांत]] और [[अफ़ग़ानिस्तान]] के [[बदख़्शान प्रान्त]] में स्थित है। उत्तर में यह [[किर्गिज़स्तान]] की [[अलाय घाटी]] के साथ साथ में [[तियान शान]] पहाड़ों से मिलते हैं जबकि दक्षिण में इनका मिलन अफ़ग़ानिस्तान के [[वाख़ान गलियारे]], [[गिलगित-बल्तिस्तान]], और [[पाकिस्तान]] में [[हिंदू कुश पर्वतमाला]] से होता है। पूर्व में इस [[पर्वतमाला]] का अंत [[चीन|चीनी सीमा]] पर होता है।