"अपस्फीत शिरा": अवतरणों में अंतर

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शरीर के विविध अंगों से [[हृदय]] तक [[रुधिर]] ले जानेवाली वाहिनियों के फूल जाने और टेढ़ी-मेढ़ी हो जाने को '''अपस्फीत शिरा''' (वैरिकोज वेन्स) कहते हैं।
 
== कारण ==
इस रोग का कारण यह है : [[शिरा]]एँ ऊतकों से रक्त को हृदय की ओर ले जाती हैं। शिराओं को [[गुरुत्वाकर्षण]] के विपरीत रक्त को टाँगों से हृदय में ले जाना पड़ता है। ऊपर की ओर के इस प्रवाह की सहायता करने के लिए शिराओं के भीतर कितनी ही कपाटिकाएँ बनी हुई हैं। कपाटिकाएँ रक्त को केवल ऊपर की ही ओर जाने देती हैं। जब कपाटिकाएँ दुर्बल हो जाती हैं, या कहीं-कहीं नहीं होतीं, तो रक्त भली भाँति ऊपर को चढ़ नहीं पाता और कभी-कभी नीचे की ओर बहने लगता है। ऐसी दशा मे शिराएँ फूल जाती हैं और लंबाई बढ़ जाने से टेढ़ी-मेढ़ी भी हो जाती हैं। ये ही अपस्फीत शिराएँ कहलाती हैं।
 
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जिन मुख्य शिराओं से अपस्फीत शिराओं में रक्त जाता है उनका शल्यकर्म द्वारा बंधन कर दिया जाता है। यदि गहरी शिराओं में [[धनास्रता]] (थ्रोंबोसिस) होती है तो इंजेकशन चिकित्सा या [[शल्यकर्म]] नहीं किया जाता।
 
== इन्हें भी देखें ==
==बाहरी कड़ियाँ==
* [http://www.nhs.uk/conditions/varicose-veins/pages/whatarevaricoseveins.aspx NHS Choices - Varicose Veins]