"जे॰ बी॰ कृपलानी": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) No edit summary |
छो Bot: अंगराग परिवर्तन |
||
पंक्ति 5:
उनका वास्तविक नाम '''जीवटराम भगवानदास''' था। वे सन् १९४७ में [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] के अध्यक्ष रहे जब भारत को आजादी मिली। जब भावी प्रधानमंत्री के लिये कांग्रेस में मतदान हुआ तो तो [[सरदार वल्लभभाई पटेल|सरदार पटेल]] के बाद सबसे अधिक मत उनको ही मिले थे। किन्तु गांधीजी के कहने पर सरदार पटेल और आचार्य कृपलानी ने अपना नाम वापस ले लिया और [[जवाहर लाल नेहरू]] को प्रधानमंत्री बनाया गया।
== परिचय ==
आचार्य जे. बी. कृपालानी [[हैदराबाद (सिन्ध)]] के उच्च मध्यवर्गीय परिवार में 1888 में पैदा हुए थे। उन्होंने [[पुणे]] में स्थित फरगूसन कॉलिज से स्नात्तक की परीक्षा उत्तीर्ण की और बाद में इतिहास और अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर की परीक्षा पास की।
पंक्ति 17:
== बाहरी कड़ियाँ ==
* [http://www.prabhatkhabar.com/node/242653 उपाधियों के विरुद्ध थे कृपलानी] (प्रभात खबर)
[[श्रेणी:भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी]]
|