"आर्यभट्ट (उपग्रह)": अवतरणों में अंतर

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अंतरिक्ष यान १.४ मीटर व्यास का एक छब्बीस तरफा बहुभुज था।
सभी (ऊपर और नीचे) चेहरे सौर कोशिकाओं के साथ कवर हैं।
एक भारतीय बनावट के ट्रान्सफार्मर कि विफलता की वजह से कक्षा में ४ दिनों के बाद प्रयोग रूक गए। अंतरिक्ष यान से सभी संकेत आपरेशन के ५ दिनों के बाद खो गए थे।
उपग्रह ने ११ फरवरी १९९२ पर पृथ्वी के वायुमंडल में पुन: प्रवेश किया।
उपग्रह की छवि १९७६ और १९९७ के बीच भारतीय रुपया दो पैसों के रिवर्स पर दिखाई दिया।<ref>{{cite book|title=विश्व कागजी मुद्रा मानक कैटलॉग|edition=१०|volume=३|publisher = क्रौस प्रकाशन| editor = जॉर्ज कुहाज}}</ref>
 
== इन्हें भी देखें ==
* [[भारतीय उपग्रहों की सूची]]
 
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{{reflist}}
 
== बाहरी कड़ियाँ ==
* [http://heasarc.gsfc.nasa.gov/docs/heasarc/missions/aryabhata.html नासा हियासार्क पृष्ठ]
* [http://www.astronautix.com/craft/arybhata.htm एस्ट्रोनॉटिक्स पृष्ठ]