"गीतावली": अवतरणों में अंतर

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गीतांजलि गुप्ता का कविता
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1। गुरु वंदना
2। वहि क्यों दुर होते हैं
 
* गुरु वंदना
 
जिस गुरु का आशिर्वाद मैनें पाया,
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उपर लौटे
* वही क्यों दुर होते हैं
 
वही क्यों दुर होते हैं, जिन्हे दिल याद करता है ।