"शास्त्रार्थ": अवतरणों में अंतर

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प्राचीन [[भारत]] में [[दर्शन|दार्शनिक]] एवं [[धर्म|धार्मिक]] वाद-विवाद, चर्चा या प्रश्नोत्तर को '''शास्त्रार्थ''' ( शास्त्र + अर्थ ) कहते थे। इसमें दो या अधिक व्यक्ति किसी गूढ़ विषय के असली अर्थ पर चर्चा करते थे।
 
== कुछ प्रसिद्ध शास्त्रार्थ ==
* गार्गी और [[याज्ञवल्क्य]] का शास्त्रार्थ
* शंकराचार्य और [[कुमारिल भट्ट]] का शास्त्रार्थ