"दूरस्थ शिक्षा": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
छो r2.7.1) (Robot: Adding fa:دانشگاه آنلاین |
छो Bot: अंगराग परिवर्तन |
||
पंक्ति 4:
== इन्हें भी देखें ==
* [[मुक्त विश्वविद्यालय]]
* [[राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान]]
* [[इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय]]HJHHJB
* [[मुक्त पाठ्यक्रम]] (Open course)
== बाहरी कड़ियाँ ==
* [http://www.livehindustan.com/news/edu/naidishaye/article1-open-university-269-276-173077.html '''दूरस्थ शिक्षा''': कई अवसर ‘ओपन’ हैं अब]
* [http://www.education.nic.in/Hindiweb/DL/DL-newpolilicy.pdf उच्चतर शिक्षा क्षेत्र में दूरस्थ शिक्षा से सम्बन्धित नई नीति]
* [http://www.electroniki.com/ARTICLE-1.html राज्यपाल ने किया दूरवर्ती-व्यावसायिक शिक्षा के क्रन्तिकारी अभियान का शुभारंभ]
पंक्ति 17:
* [http://www.usdla.org/html/resources/2._USDLA_Instructional_Media_Selection_Guide.pdf An Instructional Media Selection Guide for Distance Learning], an official publication of the United States Distance Learning Association
* http://www.txdla.org/ The Texas Distance Learning Association (TxDLA)
[[श्रेणी:शिक्षा]]▼
▲दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र में हिन्दी माध्यम में पाठ्यक्रम विकास
▲डा शंकर सिंह
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अपने देश में दूरस्थ शिक्षा के उद्देश्य से स्थापित किये विश्वविद्यालय मुक्त विश्वविद्यालय
पाठ्यक्रम विकास मॉडल, के रूप में हम संस्थानों की जरूरत
I) पाठ्यक्रम सामग्री
Ii) पाठ्यक्रम सामग्री
मुद्रण प्रबंध कोर संकाय द्वारा किया जाता है.
Iii) कुछ प्रोग्राम एक विशेषज्ञ
आंतरिक संकाय शिक्षण सामग्री को अनुकूलित कर सुनिश्चित पूरा करने के लिए जिम्मेदार है
विषय विशेषज्ञों, मीडिया विशेषज्ञों, अनुदेशात्मक डिजाइनर, बाहरी संपादकों.के अनुसार,
I.प्रासंगिकता
कार्यक्रमों की पहचान कैसे
'हालांकि प्रासंगिकता' अक्सर रोजगार बाजार की मांग से जुड़ा है, यह भी महत्वपूर्ण है. सामाजिक सामंजस्य साझा मूल्यों की भावना के आधार पर किया जा सकता है , केवल एक मूल्य आधारित शिक्षा प्रदान कर सकते हैं. लेकिन यह भी मतलब नहीं है -शिक्षा केवल रोजगार के लिए तैयार है. शिक्षा या तो एक साधन के रूप में
यह इस कारण यह है कि जमीनी स्तर पर जागरूकता पैदा करने के लिए पंचायती राज के रूप में इस तरह के कार्यक्रमों के लिए कार्यकर्ताओं और महिला सशक्तिकरण पर एक कार्यक्रम शुरू किया गया है.
2.अभिनव
एमबीए, बीए, बीएससी जैसे शैक्षणिक कार्यक्रमों आदि के क्षेत्रों में, अभिनव कार्यक्रम जागरूकता पीढ़ी और निर्माण में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के श्रमिकों के लिए है. आत्म - शिक्षण सामग्री के विकास के लिए एक मानकीकृत स्वरूप है. यूनिट एक संरचना है, एक रूपरेखा, व्यवहार शब्द, एक परिचय, एक चर्चा में लक्ष्यों के एक बयान मुख्य विषयों, शब्दकोष, एक रीडिंग सूची और स्वयं जांच व्यायाम. यह विशेष रूप से उपयुक्त है .
भारतीय छात्र
उद्योग पाठ्यक्रमों के लिए सीखने और की क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य काम में 'ज्ञान प्रदान' नहीं बल्कि
3.लचीलापन
शिक्षार्थी केंद्रित , सीखने की खुली सिस्टम प्रवेश बिंदुओं के संदर्भ में लचीलापन प्रदान करना चाहिए. एक कार्यक्रम
i)
ii) स्तर, उदाहरण के लिए, केवल एक स्नातकोत्तर स्तर के कार्यक्रम में लगाया जा सकता है
एक और स्नातकोत्तर कार्यक्रम
Iii) क्या हस्तांतरित किया जा रहा पाठ्यक्रम मॉड्यूल / लक्ष्य कार्यक्रम के उद्देश्यों को पूरा करेगा.
4.अन्तरक्रियाशीलता
शिक्षार्थी केवल ज्ञान के एक निष्क्रिय उपभोक्ता नहीं है
रूप में है .शिक्षकों, द्वारा
एक इंटरैक्टिव पाठ्यक्रम सामग्री के शिक्षण घटक और एक महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया चैनल प्रदान करता है.
5.भाषा
छात्र
लक्ष्य भाषा में तकनीकी और अवधारणाओं एक कमी है एक मानकीकृत तकनीकी दृष्टि से और कभी कभी शब्दसूचियां अनुवाद पहचानने योग्य है . हिन्दी माध्यम समस्याओं के लिए ही संभव समाधान हैं:
1) एक बहु - भाषी और के अनुरूप समाज में अनुवाद के महत्व के एक मान्यता ,अनुवादकों को प्रोत्साहन ,
2) अनुवादक और विषय विशेषज्ञ आवश्यकता के लिए मिलकर काम ,
3)कठोर पुनरीक्षण और मूल्यांकन की आवश्यकता ,
4)हर रोज जहां तक संभव, भाषण की भाषा के रूप में
टेलर ने कहा है कि दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र में 'भाषा के उचित उपयोग शायद अधिक महत्वपूर्ण है .छात्र पाठ और के माध्यम से सीखता है . सुबोध भाषा, कठिन पदों में
6.गुणवत्ता
सामग्री की गुणवत्ता राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तर पर है.
ग्राहक सेवा के संदर्भ में. इन कोर्स, विकास की जरूरतों के लिए संशोधित
(I) कार्यक्रम के उद्देश्यों संवाद. दिशा निर्देश यथार्थवादी होना चाहिए.
(Ii)प्रासंगिक पाठ्यक्रम - सामग्री
(Iii)सुझाव, मूल्यांकन और परिणाम
. विचारों को मूर्त भौतिक सुविधाओं की उपस्थिति, उपकरण, कार्मिक, संचार -.
(I) अध्ययन सामग्री -आउट आकर्षक ले विवेकपूर्ण चित्र
(Ii) समाचारपत्रिकाएँ, पत्र और अन्य संचार संक्षिप्त होना चाहिए
(Iii) छात्रों के लिए संपर्क कार्यकुशलता, सूचना, प्रशिक्षण ,बातचीत करने के लिए सक्षम सार्थक तरीके.
III.पाठ्यक्रम से संबंधित प्रतिक्रिया -
(I) भाषा बोधगम्यता (ii) सामग्री की पहुँच (iii) अन्तरक्रियाशीलता सामग्री (iv) प्रासंगिक और पाठ्यक्रम का चुनौतीपूर्ण प्रकृति सामग्री अभ्यास /. इस डेटा के संशोधन और शोधन की प्रक्रिया में मदद मिलेगी.
गुणवत्ता का सवाल
पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञानं विषय
मुक्त शिक्षा प्रणाली के अंतर्गत परंपरागत विषयों में
यहाँ पर हम पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञानं विषय
इसके अंतर्गत कंप्यूटर आधारित प्रणाली ,पुस्तकालय तथा सूचना नेटवर्क ,संसाधन सहभागिता नेटवर्क, तथा इन्टरनेट और
इसी प्रकार वर्ष 2000 में उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्विद्यालय इलाहबाद द्वारा स्नातकोत्तर स्तर पर पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञानं विषय(MLIS ) में हिंदी माध्यम से पाठ्यक्रम सृजन हेतु प्रयास किया गया .अभी तक इस विषय में इस स्तर पर हिंदी माध्यम से किसी प्रकार की पाठ्य सामग्री उपलब्ध नहीं थी अत: यह एक चुनोतिपूर्ण कार्य था.तत्कालीन कुलपति की अध्यक्षता में गठित विषय विशेषज्ञों की एक पाठ्यक्रम अभिकल्पन समिति का गठन किया गया तथा एक पाठ्यक्रम संयोजक भी नियुक्त किये गए.पाठ्यक्रम संयोजक स्नातक स्तर पर पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञानं विषय(BLIS ) में हिंदी माध्यम से पाठ्यक्रम सृजन कार्य इसकी तुलना में सरल था क्यूँ की वहां पर सम्बंधित पाठों का अंग्रेजी से हिंदी में रूपांतरण किया गया तथा पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञानं शब्दावली भी कार्य हेतु उपलब्ध थी.पाठ्यक्रम संयोजक ने इंदिरागांधी राष्ट्रिय मुक्त विश्विद्यालय द्वारा पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञानं शब्दावली को एक मानक के रूप में में प्रयोग करने तथा अंगरेजी व हिंदी में उपलब्ध एनी संसाधनों का भी सन्दर्भ लेने का परामर्श दिया .मुक्त विश्विद्यालय की अवधारणा को ध्यान में रखते हुए इस पाठ्यक्रम को आठ सैधांतिक तथा एक प्रयोगात्मक विषय के रूपों में लिखा गया.प्रत्येक विषय के अंतर्गत ९ इकाइयों में सम्पूर्ण विषय सामग्री का समावेश किया गया.यह एक अभिनव प्रयोग था क्यूँ की इंदिरागांधी राष्ट्रिय मुक्त विश्विद्यालय में भी स्नातकोत्तर स्तर पर पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञानं विषय(MLIS ) में हिंदी माध्यम से पाठ्यक्रम नहीं थी.यह पाठ्यक्रम छात्रों के बीच बहुत लोकप्रिय हो चूका है तथा अनेक विश्विद्यालयों के छात्र भी इसका लाभ उठा रहें हैं.
इसके पश्चात् वर्धमान महावीर कोटा मुक्त विश्विद्यालय द्वारा भी २००८ से
हिंदी माध्यम में पाठ्य सामग्री की लोकप्रियता निरंतर बढती जा रही है जिसके परिणामस्वरूप पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञानं विषय के अध्धयनकर्ताओं की
Line 99 ⟶ 94:
संदर्भ
▲[[श्रेणी:शिक्षा]]
[[ar:تعليم عن بعد]]
|