"समुद्री प्रदूषण": अवतरणों में अंतर

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[[Fileचित्र:Obvious water pollution.jpeg|thumb|300px|right|अक्सर प्रदूषण के कारण ज्यादातर नुकसान को देखा नहीं जा सकता है, जबकि समुद्री प्रदूषण को स्पष्ट किया जा सकता है जैसा कि समुद्र के ऊपर दिखाए गए मलबे को देखा जा सकता है.]]
 
'''समुद्री प्रदूषण''' तब होता है जब रसायन, [[कण]], औद्योगिक, कृषि और रिहायशी [[कचरा]], शोर या [[आक्रामक जीव]] महासागर में प्रवेश करते हैं और हानिकारक प्रभाव, या संभवतः हानिकारक प्रभाव उत्पन्न करते हैं. समुंद्री प्रदूषण के ज्यादातर स्रोत थल आधारित होते हैं. प्रदूषण अक्सर कृषि [[अपवाह]] या वायु प्रवाह से पैदा हुए कचरे जैसे [[अस्पष्ट स्रोतों]] से होता है.
 
कई सामर्थ्य ज़हरीले रसायन सूक्ष्म कणों से चिपक जाते हैं जिनका सेवन [[प्लवक]] और [[नितल]] जीवसमूह जन्तु करते हैं, जिनमें से ज्यादातर तलछट या [[फिल्टर फीडर]] होते हैं. इस तरह ज़हरीले तत्व समुद्री [[पदार्थ क्रम]] में [[अधिक गाढ़े]] हो जाते हैं. कई कण, भारी [[ऑक्सीजन]] का इस्तेमाल करते हुई रसायनिक प्रक्रिया के ज़रिए मिश्रित होते हैं और इससे [[खाड़ियां]] [[ऑक्सीजन रहित]] हो जाती हैं.
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== इतिहास ==
[[Fileचित्र:MARPOL 73-78 signatories.png|thumb|350px|right|समुद्री प्रदूषण पर MARPOL 73/78 कन्वेंशन के लिए दल]]
हालांकि समुद्री प्रदूषण का काफी लंबा इतिहास रहा है, लेकिन इससे निपटने के लिए सार्थक अंतर्राष्ट्रीय कानून बीसवीं सदी में ही बनाए गए. 1950 के दशक की शुरुआत में [[समुद्र के कानून]] को लेकर हुए संयुक्त राष्ट्र के कई सम्मेलनों में समुद्री प्रदूषण पर चिंता व्यक्त की गई. ज्यादातर वैज्ञानिकों का मानना था कि महासागर इतने विशाल हैं कि उनमें विरल करने की अपार क्षमता है और इसलिए प्रदूषण हानिरहित हो जाएगा.. 1950 के दशक के अंत और 1960 के दशक के शुरुआती दौर में, अमेरिका में [[परमाणु ऊर्जा आयोग]] से लाइसेंस प्राप्त कंपनियों द्वारा तटीय इलाकों में, [[विंडस्केल]] स्थित ब्रिटिश संवर्धन संयंत्र द्वारा आईरिश सागर में, फ्रांस के [[कमीशरेट अ ला एनर्जी एटॉमीक]] द्वारा भूमध्यसागर में रेडियोधर्मी कचरा फेंकने को लेकर कई विवाद हुए. भूमध्यसागर विवाद के बाद, उदाहरण के तौर पर, [[जेक्स कॉस्तेऊ]] अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर समुद्री प्रदूषण के खिलाफ अभियान चलाने वाली एक नामी हस्ती बन गए. 1967 में [[टॉरी कैन्यन]] नाम के ऑयल टैंकर के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने और 1967 में कैलिफोर्निया के तटीय इलाके में [[सैंटा बारबरा के तेल रिसाव]] बाद समुद्री प्रदूषण ने अंतर्राष्ट्रीय मीडीया का ध्यान अपनी ओर और खींचा. 1972 में स्टॉकहॉम में मानव पर्यावरण पर हुए [[संयुक्त राष्ट्र के सम्मेलन में समुद्री प्रदूषण]] पर खूब चर्चा हुई. इसी साल [[समुद्री प्रदूषण रोकने के लिए कचरे और अन्य पदार्थों के समुद्र में फेंके जाने को लेकर संधिपत्र]] पर हस्ताक्षर हुए, इसे लंदन समझौता भी कहा जाता है. लंदन समझौते ने समुद्री प्रदूषण पर प्रतिबंध नहीं लगाया, अपितु इसने काली और स्लेटी दो सूचियां तैयार कीं जिसके तहत प्रतिबंधित पदार्थो को काली सूची में रखा गया और राष्ट्रीय प्राधिकरणों द्वारा नियंत्रित पदार्थों को स्लेटी (ग्रे) सूची में डाला गया. उदाहरण के तौर पर सायनाइड और उच्च कोटि के रेडियोधर्मी पदार्थों को काली सूची में रखा गया. लंदन समझौता सिर्फ जहाज़ों द्वारा कचरा फेंके जाने से संबंधित था, और इसलिए पाइपलाइनों द्वारा फेंके जा रहे कचरे को नियंत्रित करने के लिए कुछ कदम नहीं उठाए गए. <ref> हम्ब्लिन, जेकोब डार्विन (2008) ''पोयज़न इन द वेल: रेडियोएक्टिव वेस्ट इन द ओसियन एट द डाउन ऑफ द न्यूक्लियर एज'' रट्गर्स विश्वविद्यालय प्रेस. ISBN 1448-2924</ref>
 
== प्रदूषण के रास्ते ==
{{seealso|Water pollution#Transport and chemical reactions of water pollutants}}
[[Fileचित्र:Nrborderborderentrythreecolorsmay05-1-.JPG|thumb|left|सेप्टिक नदी.]]
 
समुद्री पारिस्थितिक तंत्र में प्रदूषण के रास्तों के वर्गीकरण और परीक्षण करने के विभिन्न तरीके हैं. पैटिन(एन.डी) लिखते हैं कि आम तौर पर महासागरों में प्रदूषण के तीन रास्ते हैं: महासागरों में कचरे का सीधा छोड़ा जाना, बारिशों के कारण नदी नालों में अपवाह से और वातावरण में छोड़े गए प्रदूषकों से.
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=== सीधा निस्सरण ===
[[Fileचित्र:Rio tinto river CarolStoker NASA Ames Research Center.jpg|thumb|right|रियो टिंटो नदी में एसिड खान निकासी जल.]]
{{seealso|Sewerage|Industrial waste|Environmental issues with mining}}
 
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| accessdate = 2007-01-23}}</ref> इस प्रदूषण का ज्यादातर हिस्सा समुद्र में मिलता है.
 
=== भूमी अपवाह ===
{{main|Surface runoff}}
{{seealso|Urban runoff|Stormwater}}
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सड़कों और राजमार्गों से प्रदूषित अपवाह तटीय इलाकों में जल प्रदूषण का महत्वपूर्ण स्रोत है. [[प्यूजिट साउंड]] में प्रवेश करने वाले 75 प्रतिशत ज़हरीले रसायन, सड़कों, छतों, खेतों और अन्य विकसित भूमि से तूफानों के दौरान [[शुद्ध पानी]] के ज़रिए पहुंचते हैं. <ref> वाशिंगटन राज्य पारिस्थितिकीय विभाग. [http://www.ecy.wa.gov/Programs/wq/pstoxics/index.html "Control of Toxic Chemicals in Puget Sound, Phase 2: Development of Simple Numerical Models"], 2008</ref>
 
=== ज़हाज़ों द्वारा प्रदूषण ===
{{main|Ship pollution}}
{{see also|Ballast water discharge and the environment}}
[[Fileचित्र:Ship pumping ballast water.jpg|thumb|left|एक मालवाहक जहाज के किनारे पर पंप गिट्टी पानी.]]
 
ज़हाज़ जलमार्गों और महासगरों को कई तरह से प्रदूषित करते हैं. [[तेल रिसाव]] के कई घातक नतीजे हो सकते हैं. समुद्री जीवन के लिए ज़हरीला होने के साथ-साथ, [[पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हायड्रोकार्बन्स]](पीएएच), जो [[कच्चे तेल]] में मौजूद होते हैं, को साफ करना बहुत मश्किल होता है, और यह कई सालों तक [[तलछट]] और समुद्री वातावरण में बने रहते हैं. <ref name="Panetta"> पनेत्ता, LE (चेयर) (2003) ''अमेरिका लिविंग ओशियन: चार्टिंग ए कोर्स फॉर सी चेंज'' [इलेक्ट्रॉनिक संस्करण, CD] पिउ ओशियन कमीशन.</ref>
 
[[मालवाहक जहाज़ों]] द्वारा कूड़ा-कबार का छोड़ा जाना बंदरगाहों, जलमार्गों और महासागरों को प्रदूषित कर सकता है. कई बार पोत जानबूझ कर अवैध कचरे को छोड़ते हैं बावजूद इसके कि विदेशी और घरेलू नियमों द्वारा ऐसे कार्य प्रतिबंधित हैं. अनुमान लगाया गया है कि [[कंटेनर ढोने वाले मालवाहक जहाज़]] हर साल समुद्र में दस हज़ार से ज्यादा [[कंटेनर]] समुद्र में खो देते हैं (खासकर तूफानों के दौरान). <ref>{{cite web |url=http://news.nationalgeographic.com/news/2001/06/0619_seacargo.html |title=Lost Sea Cargo: Beach Bounty or Junk? |accessdate=2008-04-08 |date=19 June 2001 |author=Janice Podsada |publisher=National Geographic News}}</ref> जहाज़ [[ध्वनि प्रदूषण]] भी फैलाते हैं जिससे जीव-जंतु परेशान होते हैं, और [[स्थिरक]] टैंकों से निकलने वाला पानी हानिकारक [[शैवाल]] और अन्य तेज़ी से पनपने वाली [[आक्रमक प्रजातियों]] को फैला सकता है. <ref name="Meinesz"> मेनेस्ज, A. (2003) [http://www.pbs.org/wgbh/nova/algae/impact.html Deep Sea Invasion: The Impact of Invasive Species] PBS: नोवा. 26 नवम्बर 2009 को लिया गया </ref>
 
समुद्र में लिया गया और बंदरगाहों पर छोड़ा गया [[स्थिरक पानी]] अवांछित असाधारण समुद्री जीवन का मुख्य स्रोत है. मीठे पानी में पाए जाने वाले [[आक्रामक]] ज़ेबरा शंबुक, जो मूल रूप से ब्लैक, कैस्पियन और एज़ोव सागरों में पाए जाते हैं, अमेरिका और कनाडा के बीच पाई जाने वाली पांच बड़ी झीलों(ग्रेट लेक्स) में किसी पार-महासागरीय पोत के स्थिरक पानी के ज़रिए ही पहुंचे होंगे. <ref> एक्वाटिक इनवेसिव स्पेसिस. ए गाइड टू लिस्ट-वांटेड एक्वाटिक ओर्गानिज्म ऑफ द पेसिफिक नोर्थवेस्ट. 2001. वाशिंगटन विश्वविद्यालय [http://www.wsg.washington.edu/mas/pdfs/leastwanted.pdf ]</ref> मीनिस्ज़ मानते हैं कि पारिस्थितिक तंत्र को नुकसान पहुंचाने वाली अकेली आक्रमक प्रजाति की बात की जाए तो सबसे बुरे उदाहरणों में से एक [[जैलीफिश]] है, जो उतनी हानिकारक प्रतीत नहीं होती. ''[[नीमियोप्सिस लीड्यी]]'' , कॉम्ब जैलीफिश की प्रजाति है जो इस कदर फैली कि आज ये दुनिया भर की कई खाड़ियों में मौजूद है. 1982 में पहली बार इसका पता चला, और माना जाता है कि ये कृष्ण सागर([[ब्लैक सी]]) में किसी जहाज़ के स्थिरक पानी के ज़रिए पहुंची होगी. जैलीफिश की तादाद एकाएक बढ़ गई और 1988 तक ये स्थानीय [[मत्स्य उद्योग]] के लिए सिरदर्द का सबब बन गई. "1984 में [[एंकवी]] मछली की पकड़ 204,000 टन थी जबकि 1993 में यह घटकर 200 टन रह गई; [[स्प्रैट]] 1984 में 24,600 टन से घटकर 1993 में 12,000 टन; और हॉर्स [[मैकेरल]] जो 1984 में 4,000 टन पकड़ी गई थी, 1993 में एक भी नहीं पकड़ी गई". <ref name="Meinesz"></ref> अब जब जैलीफिश ने मछलिओं के डिंबों सहित [[प्राणीमन्दप्लवकों]] को लगभग खत्म कर दिया है, इनकी संख्या नाटकीय ढंग से घट गई है, लेकिन यह अब भी [[पारिस्थितिक तंत्र]] के विकास को बढ़ने से रोके हुए है.
 
[[आक्रामक प्रजातियां]] पहले से अधिकृत क्षेत्रों पर कबज़ा कर सकती हैं, नई बीमारियों को फैलाने में मददगार साबित हो सकती हैं, नए [[आनुवांशिक]] पदार्थों की शुरूआत कर सकती है, जलमग्न समुद्री दृश्यों को बदल सकती हैं और [[स्थानीय प्रजातियों]] की भोजन प्राप्त करने की क्षमता को खतरे में डाल सकती हैं. यह आक्रमक प्रजातियां अकेले अमेरिका में ही सालाना 138 बिलियन डॉलर के राजस्व और प्रबंधन घाटे की वजह हैं. <ref name="pimental">{{cite journal |last=Pimentel |first= D. |authorlink= |coauthors= R. Zuniga and D., Morrison |year= 2005 |title=Update on the environmental and economic costs associated with alien-invasive species in the United States. |journal=Ecological Economics |volume=52 |issue= |pages=273–288 |id= |url= |accessdate= |quote= }}</ref>
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=== वायुमंडलीय प्रदूषण ===
[[Fileचित्र:Barbadosdustgraph.gif|thumb|right|संपूर्ण कैरेबियन सागर और फ्लोरिडा में विभिन्न वायुमंडलीय धूल के प्रवाल मत्यु ग्राफ से जुड़ते हुए <ref> प्रवाल मृत्यु दर और अफ्रीकी धूल: बारबाडोस धूल रिकार्ड: 1965-1996 US भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण. 10 दिसम्बर 2009 को लिया गया. </ Ref>]]
 
प्रदूषण के फैलने का एक और ज़रिया है वातवरण. धूल, कूड़ा-करकट, पॉलीथीन के लिफाफे हवा के साथ बहकर [[ज़मीन]] से समुद्र की और बढ़ते हैं. गर्मियों के मौसम में [[उपोष्णकटिबंधीय]] कटक आकार में बढ़ता है और उपोष्णकटिबंधीय एटलांटिक से होते हुए उत्तर दिशा की ओर बढ़ता है, और इस दौरान इस कटक की दक्षिणी परिधि के इर्द-गिर्द बहने वाली [[सहारा]] से उठी धूल [[कैरेबियन]] और [[फ्लोरिडा]] की तरफ बहती है. [[कोरिया]], [[जापान]] और उत्तरी प्रशांत से लेकर [[हवाई द्वीपों]] तक बहती हुई [[गोबी]] और [[टकलामकान]] [[मरुस्थलों]] से उड़ने वाली धूल भी प्रदूषण का अहम कारण है. <ref> डूस, R.A., उन्नी, C.K., रे, B.J., प्रोस्पेरो, J.M., मेरिल, J.T. 1980. लॉंग-रेंज एटमोस्फेरिक ट्रांसपोर्ट ऑफ सोएल डस्ट फ्रॉम एशिया टू द ट्रोपिकल नोर्थ पेसिफिक: टेम्पोरल वेरिएबिलिटी. साइंस 209:1522-1524.</ref> 1970 के उपरांत अफ्रीका में सूखा पड़ने के कारण धूल भरे तूफान और भी बदतर हो गए हैं. कैरिबियन और फ्लोरिडा की ओर होने बहने वाली धूल में हर साल भारी विषमताएं देखने को मिलती हैं;<ref> Usinfo.state.gov. [http://www.gcrio.org/OnLnDoc/pdf/african_dust.pdf Study Says African Dust Affects Climate in U.S., Caribbean]. 10 जून 2009 को लिया गया.</ref> हालांकि [[उत्तर प्रशांत दोलन]] के पॉसिटिव चरणों में ये प्रवाह और ज्यादा होता है. <ref> प्रोस्पेरो, J.M., नीज, R.T. 1986. इंपेक्ट ऑफ द नोर्थ अफ्रीकन ड्रॉट एण्ड इए निनो ऑन मिनरल डस्ट इन द बोर्बोडोज ट्रेड विंड्स. नेचर 320:735-738.</ref> USGS धूल संबंधी घटनाओं को कैरिबिनयन और फ्लोरिडा में प्रवाल-भित्तियों की घटती सेहत से ज़ोड़कर देखता है, खासतौर पर 1970 के दशक के उपरांत. <ref> [[ U. S. भूगर्भीय सर्वेक्षण]]. [http://coastal.er.usgs.gov/african_dust/ Coral Mortality and African Dust..] 10 जून 2007 को लिया गया </ref>
 
[[जलवायु परिवर्तन]] [[महासागरों के तापमान]] को बढ़ा रहा है और वातावरण में [[कार्बन डायऑक्साईड के स्तर]] को बढ़ा रहा है. <ref> [http://www.ipcc.ch/pdf/assessment-report/ar4/wg1/ar4-wg1-chapter5.pdf Observations: Oceanic Climate Change and Sea Level] में: ''क्लाइमेट चेंज 2007: द फिजिकल साइंस बेसिस'' जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल की चौथी आकलन रिपोर्ट में वर्किंग ग्रुप I का योगदान. (15MB).</ref> कार्बन डायऑक्साईड के ये बढ़ते स्तर [[महासागरों को अम्लीय]] बना रहे हैं. <ref> डोने, S. C. (2006) "[http://www.precaution.org/lib/06/ocean_acidification_from_c02_060301.pdf The Dangers of Ocean Acidification]" ''साइंटिफिक अमेरिकन'' , मार्च 2006.</ref> परिणामस्वरूप ये [[जलीय पारिस्थितिक तंत्र]] को बदल रहा है और [[मछलियों के वितरण]] को परविर्तित कर रहा है, और ये मछली के कारोबार के बने रहने और उन समुदायों की जो इससे अपनी रोज़ी-रोटी कमाते हैं उन्हें प्रभावित करता है. <ref> चेउंग, W.W.L., एट एल. (2009) "[http://www.seaaroundus.org/ClimateChange/images/Pew%20OSS%20Final%20climate%20change%20and%20fisheries.pdf Redistribution of Fish Catch by Climate Change].[http://www.seaaroundus.org/ClimateChange/images/Pew%20OSS%20Final%20climate%20change%20and%20fisheries.pdf A Summary of a New Scientific Analysis]" पिउ ओशियन साइंस सीरीज़. अक्टूबर 2009 </ref> जलवायु परिवर्तन को कम करने के लिए स्वस्थ्य महासागरीय पारिस्थितिक तंत्र का होना ज़रूरी है. <ref> [http://www.climatefish.org/index_en.htm PACFA] (2009) [http://www.fao.org/climatechange/17789-1-0.pdf Fisheries and Aquaculture in a Changing Climate]</ref>
 
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=== समुद्र तल में खनन ===
{{main|Deep sea mining}}
 
[[समुद्र तल खनन]], खनिजों के खनन की एक अपेक्षाकृत नई तकनीक है जो [[समुद्र तल]] में अमल में लाई जाती है. महासागरों में खनन के स्थान साधारणतः समुद्री सतह से 1,400-3,700 मीटर नीचे, [[पॉलीमैटलिक नॉड्यूल्स]] के बड़े हिस्सों के, या फिर सक्रीय और लुप्त [[हायड्रोथर्मल छिद्रों]] के आसपास होते हैं. <ref> अहनर्ट, A., &amp; बोरोस्की, C. (2000). एन्वायरनमेंटल रिस्क एसेसमेंट ऑफ एन्थ्रोपोजेनिक एक्टिविटी इन द डिप सी जर्नल ऑफ एक्वाटिक इकोसिस्टम स्ट्रेस &amp; रिकवरी, 7(4), 299. अकादमिक सर्च कम्प्लीट डेटाबेस से लिया गया.
http://web.ebscohost.com/ehost/pdf?vid=5&amp;hid=2&amp;sid=4b3a30cd-c7ec-4838-ba3c-48ce12f26813%40sessionmgr12</ref> ये छिद्र [[सल्फाईड भंडार]] बनाते हैं जिन्में [[चांदी]], [[सोना]], [[तांबा]], [[मैंगनीज़]] और [[कोबाल्ट]] और [[जस्ता]]जैसी उत्कृष्ट धातुएं मौजूद होती हैं. इन भंडारों का खनन हायड्रॉलिक पंपों या फिर बकट प्रणाली द्वारा किया जाता है जिससे अयस्क को परिष्कृत करने के लिए ज़मीन पर लाया जाता है. जैसा सभी खनन प्रक्रियाओं के साथ है, समुद्र तल खनन से आसपास के क्षेत्र में पर्यावरण को होने वाले नुकसान पर भी सवाल उठे हैं.
 
क्योंकि समुद्र तल खनन अपेक्षाकृत एक नया क्षेत्र है, इसलिए बड़े स्तर पर खनन की पूर्ण प्रक्रिया के नतीजे अभी अज्ञात हैं. हालांकि विषेशज्ञों को पूर्ण विश्वास है कि समुद्र तल के हिस्सों के हटाने से [[बेन्थिक परत]] में गड़बड़ी होगी, [[पानी स्तम्भ]] में [[विषाक्तता]] बढ़ेगी और सेडिमेंट प्ल्यूम्स में बढ़ौतरी होगी. <ref> हल्फर, जोचेन, और रॉडने M. फ्यूजिटा. 2007. "डेंजर ऑफ डिप-सी माइनिंग." साइंस 316, नम्बर. 5827: 987. अकादमिक सर्च कम्प्लीट, EBSCOhost (19 जनवरी, 2010 से एक्सेस)
<http://www.sciencemag.org/cgi/content/full/316/5827/987></ref> समुद्र तल के हिस्सों को हटाने से [[बेन्थित जीव-जंतुओं]] के प्राकृतिक वास को नुकसान पहुंचेगा, गड़बड़ी स्थायी भी हो सकती है, निर्भर करता है कि खनन का तरीका और स्थान कैसा है. <ref> अहनर्ट, ए, A., &amp; बोरोस्की, C. (2000). एन्वायरनमेंटल रिस्क एसेसमेंट ऑफ एन्थ्रोपोजेनिक एक्टिविटी इन द डिप सी जर्नल ऑफ एक्वाटिक इकोसिस्टम स्ट्रेस &amp; रिकवरी, 7(4), 299. अकादमिक सर्च कम्प्लीट डेटाबेस से लिया गया.
http://web.ebscohost.com/ehost/pdf?vid=5&amp;hid=2&amp;sid=4b3a30cd-c7ec-4838-ba3c-48ce12f26813 40sessionmgr12%</ref> क्षेत्र के खनन से पड़ने वाले सीधे प्रभाव के अलावा, रिसाव और [[क्षय]] भी खनन क्षेत्र की रसायनिक बनावट को बदल सकता है.
 
समुद्र तल खनन के प्रभावों में, सेडिमेंट प्ल्यूम्स का सबसे ज्यादा प्रभाव हो सकता है. प्ल्यूम्स तब बनते हैं जब खनन से निकला मलबा (आम तौर पर सूक्ष्म कण) समुद्र में वापस फेंक दिया जाता है, जिससे पानी में कणों के बादल से तैरने लगते हैं. प्ल्यूम्स दो प्रकार के होते हैं: समुद्र तल पर पाए जाने वाले और सतह पर पाए जाने वाले. <ref> अहनर्ट, A., &amp; बोरोस्की, C. (2000). एन्वायरनमेंटल रिस्क एसेसमेंट ऑफ एन्थ्रोपोजेनिक एक्टिविटी इन द डिप सी जर्नल ऑफ एक्वाटिक इकोसिस्टम स्ट्रेस &amp; रिकवरी, 7(4), 299. अकादमिक सर्च कम्प्लीट डेटाबेस से लिया गया.
http://web.ebscohost.com/ehost/pdf?vid=5&amp;hid=2&amp;sid=4b3a30cd-c7ec-4838-ba3c-48ce12f26813 40sessionmgr12%</ref> समुद्र तल पर पाए जाने वाले प्ल्यूम्स तब बनते हैं जब मलबे को नीचे खनन स्थान में वापस पंप कर दिया जाता है. ये तैरते हुए कण पानी के [[गंदलेपन]] को बढ़ा देते हैं, और बेन्थिक जीवों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले [[फिल्टर-फीडिंग]] उपकरणों को अवरुद्ध कर देते हैं. <ref> शर्मा, R. (2005). डिप-सी इम्पेक्ट एक्सपेरीमेंट एण्ड दियर फ्यूचर रिक्वायरमेंट मरीन जिओरिसौरसेस और जिओटेक्नोलॉजी, 23 (4), 331-338. doi: 10.1080/10641190500446698. <http://web.ebscohost.com/ehost/pdf?vid=7&amp;hid=13&amp;sid=cd55f6a4-c7f2-45e4-a1da-60c85c9b866e%40sessionmgr10> </ref> सतह पर पाए जाने वाले प्ल्यूम्स और भी ज्यादा गंभीर समस्या को अंजाम देते हैं. कणों के आकार और पानी के बहाव पर निर्भर करते हुए ये प्ल्यूम्स बहुत बड़े क्षेत्र में फैल सकते हैं. <ref> नाथ, B., &amp; शर्मा, R. (2000). एन्वायरनमेंट एण्ड डिप-सी माइनिंग: ए पर्स्पेकटिव मरीन जिओरिसौरसेस और जिओटेक्नोलॉजी, 18 (3), 285-294. doi: 10.1080/10641190051092993.
http://web.ebscohost.com/ehost/detail?vid=5&amp;hid=2&amp;sid=13877386-132b-4b8c-a81d-787869ad02cc%40sessionmgr12&amp;bdata=JnNpdGU9ZWhvc3QtbGl2ZQ%3d%3d#db=a9h&amp;AN=4394513</ref><ref> अहनर्ट, A., &amp; बोरोस्की, C. (2000). एन्वायरनमेंटल रिस्क एसेसमेंट ऑफ एन्थ्रोपोजेनिक एक्टिविटी इन द डिप सी जर्नल ऑफ एक्वाटिक इकोसिस्टम स्ट्रेस &amp; रिकवरी, 7(4), 299. अकादमिक सर्च कम्प्लीट डेटाबेस से लिया गया.
http://web.ebscohost.com/ehost/pdf?vid=5&amp;hid=2&amp;sid=4b3a30cd-c7ec-4838-ba3c-48ce12f26813 40sessionmgr12%</ref> ये प्ल्यूम्स [[प्राणीमन्दप्लवकों]] और प्रकाश के प्रवेश को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे क्षेत्र के [[फूड वेब]] को नुकसान पहुंच सकता है. <ref> अहनर्ट, A., &amp; बोरोस्की, C. (2000). एन्वायरनमेंटल रिस्क एसेसमेंट ऑफ एन्थ्रोपोजेनिक एक्टिविटी इन द डिप सी जर्नल ऑफ एक्वाटिक इकोसिस्टम स्ट्रेस &amp; रिकवरी, 7(4), 299. अकादमिक सर्च कम्प्लीट डेटाबेस से लिया गया
http://web.ebscohost.com/ehost/pdf?vid=5&amp;hid=2&amp;sid=4b3a30cd-c7ec-4838-ba3c-48ce12f26813 40sessionmgr12%</ref><ref>नाथ, B., &amp; शर्मा, R. (2000). एन्वायरनमेंट एण्ड डिप-सी माइनिंग: ए पर्स्पेकटिव मरीन जिओरिसौरसेस और जिओटेक्नोलॉजी, 18 (3), 285-294. doi: 10.1080/10641190051092993.
http://web.ebscohost.com/ehost/detail?vid=5&amp;hid=2&amp;sid=13877386-132b-4b8c-a81d-787869ad02cc%40sessionmgr12&amp;bdata=JnNpdGU9ZWhvc3QtbGl2ZQ%3d%3d#db=a9h&amp;AN=4394513</ref>
 
== अम्लीकरण ==
{{main|Acidification}}
[[Fileचित्र:Maldives - Kurumba Island.jpg|thumb|left|मालदीव में किनारे के चट्टान के साथ द्वीप. दुनिया भर की प्रवाल भित्तियों मर रही हैं.<ref> दुनिया भर में प्रवाल रीफ़ Guardian.co.uk 2 सितम्बर 2009 <ref>. ]]
 
महासागर आमतौर पर प्राकृतिक [[कार्बन सिंक]] होते हैं, जो वायुमण्डल से कार्बन डायऑक्साइड से सोखता है. क्योंकि वायुमण्डलीय कार्बन डायऑक्साइड की मात्रा [[दिनों-दिन बढ़ती]] जा रही है, महासागर भी [[ज्यादा अम्लीय]] हो रहे हैं. <ref name="orr05">{{cite journal|last=Orr|first=James C.|coauthors=Fabry, Victoria J.; Aumont, Olivier; Bopp, Laurent; Doney, Scott C.; Feely, Richard A. ''et al.''|year=2005|title=Anthropogenic ocean acidification over the twenty-first century and its impact on calcifying organisms|url=http://www.ipsl.jussieu.fr/~jomce/acidification/paper/Orr_OnlineNature04095.pdf|format=PDF| journal=Nature|issn=0028-0836|volume=437|issue=7059|pages=681–686|doi=10.1038/nature04095}}</ref><ref name="key04">{{cite journal|last=Key|first=R.M.|coauthors=Kozyr, A.; Sabine, C.L.; Lee, K.; Wanninkhof, R.; Bullister, J.; Feely, R.A.; Millero, F.; Mordy, C. and Peng, T.-H.|year=2004|title=A global ocean carbon climatology: Results from GLODAP|url=|journal=Global Biogeochemical Cycles|issn=0886-6236|volume=18|issue=|pages=GB4031|doi=10.1029/2004GB002247}}</ref>
महासागरों के अम्लीकरण के संभावित परिणाम अभी पूरी तरह ज्ञात नहीं हुए हैं, हालांकि इस बात को लेकर चिंता ज़रूर है कि कैल्शियम कार्बोनेट से बने ढांचे आसानी से घुल सकते हैं, जिससे मूंगा-चट्टाने और साथ ही सीपदार मछलियों की घोंघा या सीप बनाने की क्षमता प्रभावित हो सकती हैं. <ref name="raven05"> रेवेन, J. A. ''एट अल.'' (2005 ). [http://www.royalsoc.ac.uk/displaypagedoc.asp?id=13314 Ocean acidification due to increasing atmospheric carbon dioxide.] रॉयल सोसायटी, लंदन, ब्रिटेन.</ref>.
 
महासागर और [[तटीय पारिस्थितिक तंत्र]] [[वैश्विक कार्बन चक्र]] में अहम भूमिका निभाते हैं और इन्होंने साल 2000 से 2007 के बीच मानव गतिविधियों द्वारा स्कंदित कार्बन डायऑक्साइड को करीब 25 प्रतिशत तक हटाया है और औद्योगिक क्रांति की शुरूआत से मानवों द्वारा वायुमण्डल में छोड़ी गई CO<sub>2</sub> की आधी मात्रा खत्म की है. महासागरों के बढ़ते तापमान और महागारों के अम्लीकरण का मतलब है कि महासागरीय कार्बन हॉद की क्षमता वक्त के साथ कम होती जाएगी, <ref> UNEP, FAO, IOC (2009) [http://dev.grida.no/RRAbluecarbon/pdfs/Blue_Carbon_Low_Res_2009-11-25.pdf Blue Carbon].[http://dev.grida.no/RRAbluecarbon/pdfs/Blue_Carbon_Low_Res_2009-11-25.pdf The role of healthy oceans in binding carbon]</ref> जिससे मोनेको <ref> [http://ioc3.unesco.org/oanet/Symposium2008/MonacoDeclaration.pdf Monaco Declaration] और [http://ioc3.unesco.org/oanet/OAdocs/SPM-lorezv2.pdf Ocean Acidification] ए समरी फॉर पोलिसीमेकर्स फ्रॉम द सेकंड सिम्पोजियम ऑन द ओशियन इन ए हाई-CO2 वर्ल्ड.] UNESCO की अंतर सरकारी समुद्र विज्ञान आयोग, अंतर्राष्ट्रीय जीओस्फेयर-बायोस्फेयर कार्यक्रम, अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के समुद्री पर्यावरण लैबोरेटरीज (MEL) , समुद्री अनुसंधान पर वैज्ञानिक समिति. 2008.</ref> और मैनेडो <ref> [http://www.cep.unep.org/news-and-events/manado-ocean-declaration Manado Ocean Declaration] विश्व महासागर सम्मेलन मंत्रिस्तरीय/उच्च स्तरीय बैठक. मनाडो, इंडोनेशिया, 11-14 मई 2009.</ref> घोषणाओं में वर्णित वैश्विक चिंताओं का जन्म होगा.
घोषणाएं.
 
मई 2008 में प्रकाशित प्रख्यात विज्ञान पत्रिका साईंस में [[NOAA]] वैज्ञानिकों की एक रिपोर्ट में पाया गया कि उत्तरी अमेरिका के प्रशांत [[महाद्वीपीय शेल्फ]] क्षेत्र के चार मील के दायरे में अपेक्षाकृत अम्लीय पानी बढ़ी मात्रा में सतह पर आ रहा है. ये क्षेत्र एक नाज़ुक ज़ोन है जहां ज्यादातर समुद्री जीवन जन्म लेता है या जीता है. हालांकि ये रिपोर्ट सिर्फ [[वैनकुवर]] से उत्तरी कैलिफोर्निया तक के इलाकों के संबंधित थी, दूसरे महाद्वीपीय शेल्फ क्षेत्र भी समान प्रभाव अनुभव कर रहे होंगे.<ref name="feeley08">{{cite journal| journal=Science | year=2008 | volume=10 | last=Feely | first=Richard | coauthors=Christopher L. Sabine, J. Martin Hernandez-Ayon, Debby Ianson, Burke Hales. | title=Evidence for Upwelling of Corrosive "Acidified" Seawater onto the Continental Shelf}}</ref>
 
एक संबंधित मुद्दा समुद्र तल के नीचे पाए जाने वाले [[मीथेन क्लेथरेट]] भंडारों का है. ये बड़ी मात्रा में [[ग्रीनहाउस गैस]] [[मीथेन]] को सोखते हैं, जो महासागरीय तापन के ज़रिए निकल सकती है. 2004 में लगाए गए अनुमान के मुताबिक विश्व में एक से लेकर पांच मिलियन क्यूबिक किलोमीटर क्षेत्र में महासागरीय मीथेन क्लेथरेट मौजूद हैं. <ref name="Milkov 2004">{{cite journal| last=Milkov| first= AV| year=2004| title= Global estimates of hydrate-bound gas in marine sediments: how much is really out there?| journal=Earth-Sci Rev| volume= 66| issue=3-4| pages= 183–197| doi= 10.1016/j.earscirev.2003.11.002}}</ref> अगर ये क्लेथरेट समुद्र तल पर समरूप बिछाए जाते हैं तो इनकी परत तीन से चौदह मीटर मोटी होगी. <ref> इस महासागर ने 361 मिलियन sq km पर कब्जा किया है</ref> ये अनुमान 500 से 2500 गीगाटन कार्बन(Gt C) के बराबर है और इसकी तुलना दूसरे जीवाश्म ईंधन भंडारों से की जा सकती है जिनका अनुमान भी 5000 गीगाटन (Gt C) है. <ref name="Milkov 2004"></ref><ref name="USGS 2000"> USGS वर्ल्ड एनर्जी एसेसमेंट टीम, 2000. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विश्व पेट्रोलियम मूल्यांकन 2000 - वर्णन और परिणाम. USGS डिजिटल डाटा श्रृंखला DDS-60.</ref>
 
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== युट्रोफिकेशन ==
{{main|Eutrophication}}
[[Fileचित्र:Aguas del lago de Maracaibo contaminadas por Lemna 03.JPG|thumb|right|प्रदूषित लैगून.]]
[[Fileचित्र:Scheme eutrophication-en.svg|thumb|right|अपक्षरण का समुद्री जीवन पर प्रभाव]]
[[यूट्रोफिकेशन]] [[पारिस्थितिक तंत्र]] में रसायनिक [[पोषक]] तत्वों का बढ़ना है, खासकर वो यौगिक पदार्थ जिनमें [[नाईट्रोजन]] और [[फ़ोस्फोरस]] होता है. ये पारिस्थितिक तंत्र की [[मूलभूत उर्वरता]] को बढ़ा सकता है (पौधों का अत्यंत बढ़ना और क्षय होना), और साथ ही ये ऑक्सीजन की कमी समेत पानी की गुणवत्ता कम करता है और इससे मछलियों और दूसरे जलचर जीवों की संख्या प्रभावित होती है.
 
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[[खाड़ियां]] स्वाभिक तौर पर यूट्रोफिक होती हैं, क्योंकि थल से आए पोषक तत्व वहां केन्द्रित होते हैं जहां [[अपवाह]] एक सीमित मार्ग से समुद्री वातावरण में प्रवेश करता है. [[वर्ल्ड रिसोर्सिस इंस्टिट्यूट]] ने दुनिया भर में 375 हायपॉक्सिक तटीय क्षेत्रों को चिह्नहित किया है जो पश्चिमी यूरोप के तटीय इलाकों, अमेरिका के पूर्वी और दक्षिणी तटों और पूर्वी एशिया, खासतौर पर जापान, में केन्द्रित हैं. <ref>
सेलमन, मिंडे (2007) ''यूट्रोफिकेशन: एन औवरव्यू ऑफ स्टेटस, ट्रेंड्स, पोलिसिस, एम्ड स्ट्रेटिजिस'' विश्व संसाधन संस्थान.</ref> महासागरों में नियमित रूप से [[रेड टाइड]] एलगे ब्लूम्स उतपन्न होते हैं <ref>{{cite web
|url=http://www.tulane.edu/~bfleury/envirobio/enviroweb/DeadZone.htm
|title=The Gulf of Mexico Dead Zone and Red Tides
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== प्लास्टिक मलबा ==
{{main|Marine debris}}
[[Fileचित्र:Pollution swan.jpg|thumb|left|एक मौन हंस एक प्लास्टिक कचरे का उपयोग करते हुए घोंसला बनाता हुआ.]]
समुद्री मलबा मुख्यतः मानवों द्वारा फेंका गया कचरा है जो समुद्र में तैरता या झूलता रहता है. समुद्री मलबे का अस्सी प्रतिशत हिस्सा [[प्लास्टिक]] है- एक ऐसा अवयव जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से बहुत तेज़ी से जमा हो रहा है. <ref name="Weisman">{{cite book |author=Alan Weisman |title=The World Without Us |year=2007 |publisher=St. Martin's Thomas Dunne Books |isbn=0312347294 }}</ref> समुद्रों में मौजूद प्लास्टि का वज़न सौ मिलियन मेट्रिक [[टन]] के बराबर हो सकता है. <ref name="Algalita">{{cite web |url=http://www.algalita.org/pdf/PLASTIC%20DEBRIS%20ENGLISH.pdf |title=Plastic Debris: from Rivers to Sea |accessdate=2008-05-29 |publisher=Algalita Marine Research Foundation |format=PDF}}</ref>
 
त्यागे गए [[प्लास्टिक बैग]], [[सिक्स पैक रिंग्स]] और अन्य प्लास्टिक कचरा जो समुद्रों में प्रवेश करता है, वो वन्य जीव-जंतुओं और मत्स्य उद्योग के लिए खतरा है. <ref> [http://www.algalita.org/research.html "Research | AMRF/ORV Alguita Research Projects"] अलगलिता मरीन रिसर्च फाउंडेशन. मेकडोनाल्ड डिजाइन. एक्सेस तिथि: 6 मई 2008.</ref> इससे जलचर जीवन के फंसने, सांस रुकने और अंतर्रग्रहण का खतरा है. <ref> [[UNEP]] (2005) [http://www.unep.org/regionalseas/marinelitter/publications/docs/anl_oview.pdf Marine Litter: An Analytical Overview]</ref><ref> [http://www.helpwildlife.com/sixpackring.html Six pack rings hazard to wildlife]</ref><ref> [http://www.seagrantfish.lsu.edu/resources/factsheets/litter_mess.htm Louisiana Fisheries - Fact Sheets]</ref>
[[मछली पकड़ने का जाल]], जो आमतौर पर प्लास्टिक से बनता है, मछुवारों द्वारा समुद्रों में छोड़ा या खो सकता है. [[घोस्ट नेट्स]] के तौर पर जाने-जाने वाले इन जालों में, [[मछलियां]], [[डॉल्फिन्स]], [[समुद्री कछुएं]], [[शार्क्स]], [[ड्यूगॉन्ग्स]], [[मगरमच्छ]], [[सीबर्ड्स]], [[केकड़े]] और दूसरे जंतु फंस सकते हैं, उनका आवागमन बाधित होता है, जिससे भुखमरी, मांस या अंग कटना और संक्रमण हो सकता है और जो जीव सांस लेने के लिए समुद्री सतहों पर आते हैं वो दम घुटने से मर जाते हैं.
 
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[[Fileचित्र:Laysan albatross chick remains.jpg|thumb|right|बहते हुए बचे हुए कचरे में एक विशालकाय पक्षी का अवशेष]]
 
कई जंतु जो समुद्र में जीते हैं या फिर इन पर निर्भर करते हैं, बहते हुए कचरे को [[निगल]] सकते हैं, क्योंकि वो अक्सर उनके शिकार की तरह दिखता है. <ref>{{cite web |url=http://www.pulitzer.org/year/2007/explanatory-reporting/works/oceans04.html |title=Plague of Plastic Chokes the Seas |accessdate=2008-04-01 |date=2 August 2006 |author=Kenneth R. Weiss |publisher=Los Angeles Times }}</ref> प्लास्टिक कचरा, जब स्थूल और उलझा हुआ हो तो इसे निगलना मुश्किल होता है, और ये इन जंतुओं के पेट या आंत में स्थायी तौर पर जमा रह सकता है, इससे भोजन का मार्ग अवरुद्ध हो सकता है और भूख और संक्रमण से मौत हो सकती है. <ref>{{cite web |url=http://www.naturalhistorymag.com/1103/1103_feature.html |title=Across the Pacific Ocean, plastics, plastics, everywhere. |accessdate=2008-04-05 |month=November | year=2003 |author=Charles Moore |publisher=Natural History }}</ref><ref> शिएवली और रजिस्टर, 2007, p. 3.</ref>
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समुद्री पक्षियों और जानवरों <ref name="natural-history">{{Cite news | title = Across the Pacific Ocean, plastics, plastics, everywhere | last = Moore | first = Charles | date = November 2003 | publisher = [[Natural History (magazine)|Natural History Magazine]] | url = http://www.naturalhistorymag.com/1103/1103_feature.html}}</ref> के पेट में प्रवेश कर जाते हैं, इनमें [[समुद्री कछुए]] और [[ब्लैक-फुटेड एल्बट्रॉस]] भी शामिल है. <ref name="mindfully">{{Cite news | title = Great Pacific Garbage Patch | last = Moore | first = Charles | date = 2002-10-02 | publisher = Santa Barbara News-Press | url = http://www.mindfully.org/Plastic/Ocean/Pacific-Garbage-Patch27oct02.htm}}</ref>
 
[[Fileचित्र:Kamilo Beach2 Courtesy Algalita dot org.jpg|thumb|left|ग्रेट पेसिफिक गार्बेज पैच द्वारा बह कर आया कमीलो समुद्री तट पर समुद्री मलबे ]]
 
प्लास्टिक कचरे की [[समुद्री भंवरों]] के बीच में इकट्ठा होने की प्रवृति है. खासतौर पर ग्रेट [[पैसेफिक गारबेज पैच]] में पानी के ऊपरी हिस्से में तैरते प्लास्टिक कणों की मात्रा बहुत ज्यादा है. 1999 में लिए गए नमूनों में, इस क्षेत्र में प्लास्टिक का भार प्राणीमन्दप्लवकों(जो इस क्षेत्र में प्रमुख तौर पर पाए जाते हैं) के भार से छह गुना ज्यादा पाया गया. <ref name="Weisman"></ref><ref name="AlgalitaVid">{{cite web |url=http://www.youtube.com/watch?v=rVwuPSLx2Xc |title=Plastics and Marine Debris |accessdate=2008-07-01 |year=2006 |publisher=Algalita Marine Research Foundation }}</ref> सभी [[हवाई द्वीपों]] के बीच [[मिडवे एटॉल]] में इस गारबेज पैज से काफी मात्रा में कचरा आता है. इस कचरे का नब्बे प्रतिशत प्लास्टिक है जो मिडवे के तटों पर इकट्ठा होता है जहां ये द्वीप के पक्षियों के लिए खतरा बन जाता है. [[लेसेन एल्बट्रॉस]] की वैश्विक संख्या का दो-तिहाई(1.5 मिलियन) हिस्सा मिडवे एटॉल में पाया जाता है. <ref> http://the.honoluluadvertiser.com/article/2005/Jan/17/ln/ln23p.html</ref> यहां पाए जाने वाले करीबन हर एल्बट्रॉस के [[पाचन तंत्र]]<ref>{{cite web |url=http://blogs.nybooks.com/post/240609421/chris-jordan |title=Midway: Message from the Gyre |author=Chris Jordan |date=November 11, 2009 |accessdate=2009-11-13}}</ref> में प्लास्टिक मौजूद है, और इनके एक-तिहाई चूज़े मर जाते हैं. <ref> http://news.bbc.co.uk/2/hi/talking_point/7318837.stm</ref>
 
प्लास्टिक पदार्थों के उत्पादन में इस्तेमाल किए जाने वाले ज़हरीले योगज जब पानी के संपर्क में आते हैं तो वो आसपास के वातावरण में [[wikt:leach|घुल कर बह जाते हैं]]. जलप्रसारित [[जल विरोधी]] प्रदूषक प्लास्टिक कचरे की [[सतह पर इकट्ठा और आवर्धन]] होते हैं <ref name="Algalita"></ref>, और प्लास्टिक को समुद्र में उससे और भी ज्यादा खतरनाक बना देते हैं, जितना वो ज़मीन पर होते हैं. <ref name="Weisman"></ref> जल विरोधी संदूषक प्राकृतिक रूप से वसा ऊतकों में [[बायोएक्युम्यूलेट]] के रूप में जाने जाते हैं, और भोजन श्रृंखला को [[प्राकृतिक रूप से और भी बड़ा]] बना देते हैं जिससे [[शीर्ष परभक्षियों]] पर दबाव पड़ता है. कुछ प्लास्टिक योगज ग्रहण होने पर [[अंतःस्त्रावी तंत्र]] को भी अस्त-व्यस्त कर देते हैं, जबकि कुछ प्रतिरक्षी तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं या फिर प्रजनन दर को घटा सकते हैं. <ref name="AlgalitaVid"></ref> तैरता मलबा समुद्री पानी से [[PCBs]], [[DDT]] और [[PAHs]] जैसे [[दीर्घस्थायी जैविक प्रदूषकों]] को सोख सकता है. <ref>{{cite journal | last=Rios | first=L.M. | coauthors=Moore, C. and Jones, P.R. | year=2007 | title=Persistent organic pollutants carried by Synthetic polymers in the ocean environment | journal=Marine Pollution Bulletin | volume=54 | pages=1230–1237 | doi=10.1016/j.marpolbul.2007.03.022}}</ref> विषैले प्रभावों के अलावा, <ref>{{cite journal | last=Tanabe | first=S. | coauthors=Watanabe, M., Minh, T.B., Kunisue, T., Nakanishi, S., Ono, H. and Tanaka, H. | year=2004 | title=PCDDs, PCDFs, and coplanar PCBs in albatross from the North Pacific and Southern Oceans: Levels, patterns, and toxicological implications | journal=Environmental Science & Technology | volume=38 | pages=403–413 | doi=10.1021/es034966x }}</ref> जब इनमें से कुछ ग्रहण कर लिए जाते हैं तो जानवरों का मस्तिष्क इन्हें [[एस्ट्राडियोल]] समझ सकता है, जिससे जीव-जंतुओं में हॉर्मोन प्रभावित हो सकते हैं. <ref name="mindfully">{{Citation needed|date=August 2008}}</ref>
 
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== विष ==
{{Seealso|Mercury in fish}}
प्लास्टिक के अलावा, वो अन्य [[विषैले]] पदार्थ जो समुद्री वातावरण में तेज़ी से विघटित नहीं होते, उनकी अलग समस्या है. [[PCBs]], [[DDT]], [[कीटनाशक]], [[फ्यूरन्स]], [[डायऑक्सिन्स]], [[फिनोल्स]] और [[रेडियोधर्मी कचरा]] ऐसे [[दीर्घस्थायी विष]] के उदाहरण हैं. [[भारी धातुएं]] वो रसायनिक तत्व होती हैं जिनका घनत्व अपेक्षाकृत ज्यादा होता है और कम सघनता में भी ज़हरीली होती हैं. [[पारा]], [[सीसा]], [[निकल]], [[आर्सेनिक]] और [[केडमियम]] इसके उदाहरण हैं. ऐसे विष जलचर प्रजातियों के ऊतकों में [[बायोएक्युमुलेशन]] नाम की प्रक्रिया से इकट्ठा हो जाते हैं. ये नितल [[जीवसमूही]] वातावरण में एकत्र होते हैं, खासकर [[खाड़ियों]] में और इन [[खाड़ियों के तल]] में पाई जाने वाली मिट्टी में: ये पिछली शताब्दी में मानव गतिविधियों का भूवैज्ञानिक रिकॉर्ड है.
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* [[कनाडा]] में [[एल्बर्टा]] की [[वाबामन झील]] कभी इलाके की सबसे बढ़िया [[वाइटफिश]] झील हुआ करती थी, लेकिन अब इसमें और यहां पाई जाने वाली मछलियों में भारी धातुओं की मात्रा बेहिसाब तरीके से बढ़ चुकी है.
 
* अत्याधिक और दीर्घकालिक [[प्रदूषण]] गतिविधियों ने दक्षिणी कैलिफोर्निया के केल्प जंगलों को प्रभावित किया है, हालांकि इस प्रभाव की तीव्रता संदूषकों के स्वभाव और उनके संपर्क में रहने की समयसीमा, दोनों पर निर्भर करता है.<ref> ग्रिग्ग, R.W. और R.S. किवाला. 1970. सम इकोलॉजिकल इफेक्ट्स ऑफ डिस्चार्जड वेस्ट्स ऑन मरीन लाइफ. कैलिफोर्निया के फिश और गेम विभाग : 145-155.</ref><ref> स्टल, J.K. 1989 कंटामिनेन्ट्स इन सेडिमेंट नियर ए मेजर मरीन आउटफॉल: हिस्ट्री, इफेक्ट्स, एण्ड फ्यूचर. OCEANS '89 प्रोसेडिंग 2: 481-484.</ref><ref> नोर्थ, W.J., D.E. जेम्स L.G. जोन्स. 1993. कैलिफोर्निया, के ऑरेंज और सैन डिएगो काउंटी के समुद्री घास की राख बेड (''मेक्रोसाइटिस'' ) का इतिहास ''.'' हाइड्रोबाइलॉजिया 260/261 : 277-283.</ref><ref> टेगनर, M.J., P.K. डेटॉन, P.B. एडवर्ड्स, K.L. रिसर, D.B. चाडविक, T.A. डीन और L. डेशेर. 1995. इफेक्ट्स ऑफ ए लार्ज सेवेज स्पिल ऑन ए केल्प फॉरेस्ट कम्यूनिटी: काटास्ट्रॉफी ओर डिस्टर्बेंस? समुद्री पर्यावरण अनुसंधान 40: 181-224.</ref><ref> कारपेंटर, S.R., R.F. सराको, D.F. कॉर्नेल, R.W. हॉवर्थ, A.N. शार्पले और V.N. स्मिथ. 1998. नॉनप्वोइंट पोल्यूशन ऑफ सरफेश वाटर्स विथ फोस्फोरस एण्ड नाइट्रोजन इकोलॉजिकल अप्लीकेशन 8: 559-568.</ref>
 
* [[भोजन श्रृंखला]] में सबसे ऊपर होने के नाते और अपने आहार से [[भारी धातुओं]] के [[एकत्र]] होने से, ब्लूफिन और [[एल्बाकोर]] जैसी बड़ी प्रजातियों में [[पारे]] का स्तर बहुत ज्यादा हो सकता है. नतीजतन, मार्च 2004 में [[संयुक्त राज्य]] [[FDA]] ने दिशानिर्देश जारी करते हुए सलाह दी कि गर्भवती महिलाएं, नर्सिग माएं और बच्चे ट्यूना मछली और अन्य परभक्षी मछलिओं का आहार सीमित करें. <ref>{{cite web | title = What You Need to Know About Mercury in Fish and Shellfish | url = http://www.cfsan.fda.gov/~dms/admehg3.html | date = 2004-03 | accessdate = 2007-05-19}}</ref>
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}}</ref>
 
* कीटनाशकों भू-अपवाह मत्स्य प्रजातियों के लिंग को आनुवांशिक तौर पर बदल सकता है, जिससे नर मछली मादा मछली में तब्दील हो जाती है. <ref> ''साइंस न्यूज़'' [http://www.sciencenews.org/view/generic/id/160/title/DDT_treatment_turns_male_fish_into_mothers "DDT treatment turns male fish into mothers."] 2000/02/05. (केवल सदस्यता द्वारा)</ref>
 
* भारी धातुएं [[तेल के छलकने]] से वातावरण में प्रवेश करती हैं- जैसी कि [[गैलेशियन]] तट पर हुआ [[प्रेस्टीज तेल छलकाव]]- या फिर अन्य प्राकृतिक या [[मानवजनित स्रोतों]] से. <ref> पेरेज़-लोपेज ''एट अल.'' 2006</ref>
 
* 2005 में [[इटली]] के माफिया गिरोह, [[एनड्रंघेटा]], पर विषैले कचरे से लैस करीब तीस पोतों को डुबाने का [[आरोप लगा]], जिसमें से ज्यादातर रेडियोधर्मी था. इससे रेडियोधर्मी कचरे को फेंकने वाले गिरोहों के खिलाफ व्यापक जांच की शुरुआत हुई. <ref name="esp050805"> {{it icon}} [http://www.archivio900.it/it/articoli/art.aspx?r=relauto&amp;id=5978 Parla un boss: Così lo Stato pagava la 'ndrangheta per smaltire i rifiuti tossici], रिकार्डो बोक्का द्वारा, लेएस्प्रेसो, अगस्त 5, 2005</ref>
 
* द्वितीय विश्व युद्ध के खत्म होने के बाद, कई राष्ट्रों ने, जिसमें सोवियत संघ, ब्रिटेन, अमेरिका और जर्मनी शामिल हैं, रसायनिक हथियारों को [[बाल्टिक समुद्र]] में फेंक दिया, जिससे वातावरण प्रदूषण को लेकर चिंता बढ़ी. <ref> [http://www.dw-world.de/dw/article/0,,3102728,00.html Chemical Weapon Time Bomb Ticks in the Baltic Sea] ''ड्यूशे वेले'' 1 फरवरी 2008.</ref><ref> [http://www.helcom.fi/stc/files/Publications/Proceedings/bsep112.pdf Activities 2006: Overview] बाल्टिक सी एनवायरनमेंट प्रोसेडिंग नम्बर 112. [[हेलसिंकी आयोग]].</ref>
 
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== ध्वनि प्रदूषण ==
{{seealso|Noise pollution|Acoustic ecology|Marine mammals and sonar}}
समुद्री जीवन ध्वनि प्रदूषण से आसानी से प्रभावित हो सकता है, खासकर गुज़रते हुए जहाज़ों, तेल अन्वेषण भूकंपीय सर्वेक्षणों और नेवल लो-फ्रीक्वेंसी एक्टीव [[सोनार]] से. समुद्र में ध्वनि की गति वायुमण्डल से कहीं ज्यादा होती है और ये ज्यादा दूरी तय करती है. समुद्री जीवों की, जैसे की [[सेटेशियन्स]], देखने की क्षमता अक्सर कम होती है, और ये ध्वनि के ज़रिए ही जानकारी हासिल करते हैं. ये बात गहराई में रहने वाली समुद्री मछलियों पर भी लागू होती है, जो अंधेरे में रहती हैं. <ref> [http://see-the-sea.org/topics/pollution/noise/noise_pollution.htm Noise pollution] ''Sea.org'' . 23 अक्टूबर 2004 को लिया गया.</ref> 1950 से 1975 के बीच समुद्र में परिवेशी शोर का स्तर करीबन दस [[डेसीबल]] तक बढ़ गया (ये दस गुना बढ़ौतरी है). <ref> रॉस, (1993) ऑन ओशियन अंडरवाटर एम्बिएंट नोएज इंस्टिट्यूट ऑफ अकौस्टिक बुलेटिन, सेंट अल्बंस, हर्ट्स, ब्रिटेन: इंस्टिट्यूट ऑफ अकौस्टिक</ref>
 
शोर से प्रजातियों को ऊंचे स्वर में संचार करना पड़ता है, जिसे लॉम्बार्ड वोकल रिस्पॉन्स कहा जाता है. <ref> [http://www.dosits.org/glossary/pop/lvr.htm Glossary ] ''डिस्कवरी ऑफ साउंड्स इन द सी'' 31 दिसम्बर 2008 को लिया गया.</ref> [[व्हेल मछली की आवाज़]] लंबी होती है जब पनडुब्बी संसूचक चालू होते हैं. <ref> फ्रिस्टरप KM, हैच LT एण्ड क्लार्क CW (2003) [http://adsabs.harvard.edu/abs/2003ASAJ..113.3411F Variation in humpback whale (''Megaptera novaeangliae'' ) song length in relation to low-frequency sound broadcasts]
''अकौस्टिकल सोसायटी ऑफ अमेरिका जर्नल'' '''113''' (6) 3411-3424.</ref> अगर जीव ज्यादा ऊंचे स्वर में "संवाद" नहीं करते तो उनकी आवाज़ मानवजनित ध्वनियों के नीचे दब जाती है. ये अनसुनी आवाज़ें चेतावनी, शिकार की खोज या फिर नेट-बब्लिंग की तैयारियां हो सकती हैं. जब एक प्रजाति ऊंचा बोलने लगती है तो ये दूसरी प्रजातियों की आवाज़ को दबा देती है, जिससे पूरा पारिस्तितिक तंत्र ऊंचा बोलने लगता है. <ref> [http://www.dosits.org/tutorials/animalt-masking.htm Effects of Sound on Marine Animals] ''डिस्कवरी ऑफ साउंड्स इन द सी'' 31 दिसम्बर 2008 को लिया गया.</ref>
 
समुद्र वैज्ञानिक [[सिल्विया अर्ल]] के मुताबिक, "समुद्री के अंदर ध्वनि प्रदूषण, हज़ार घावों के साथ मरने के बराबर है. हर ध्वनि भले ही बड़ी चिंता का विषय ना हो, लेकिन अगर जहाज़ों के शोर, भूकंपीय सर्वेक्षण और सैन्य गतिविधियों को एक साथ लिया जाए तो एक बिल्कुल ही अलग माहौल तैयार हो जाता है जो पचास साल पहले भी मौजूद था. ध्वनि प्रदूषण का ये बढ़ा हुआ स्तर, समुद्री जीवन पर कड़ा और व्यापक असर डालेगा ही." <ref> [[नेचुरल रिसौर्सेस डिफेंस काउंसिल]] प्रेस रिलीज़ (1999) साउंडिंग द डेप्थ्स: सुपरटेंकर्स, सोनर, एण्ड राइज ऑफ अंडर सी नोएज, एक्जीक्युटिव समरी. न्यूयॉर्क, N.Y: www.nrdc.org.</ref>
 
== अनुकूलन और शमन ==
[[Fileचित्र:Aerosolcan pullution.jpg|thumb|left|एयरोसोल एक समुद्री तट को प्रदूषित कर सकते हैं.]]
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फेंके जा रहे कचरे के भार को देखते हुए खुला समुद्र तनुकरण और प्रदूषकों के बिखराव के लिए उत्कृष्ट हैं, और ऐसा करने से वो समुद्री पारिस्थितिक तंत्र के लिए कम हानिकारक बन जाते हैं.
 
== इन्हें भी देखें ==
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* [[लगातार जैव प्रदूषक पर स्टॉकहोम कंवेशन]]
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== नोट्स ==
{{Reflist|2}}
 
== संदर्भ ==
* Ahn, YH, हांग, GH; नीलमणी, S; फिलिप, L और षणमुगम, P (2006) ''एसेसमेंट ऑफ लेवल्स ऑफ कोस्टल मरीन पोल्यूशन ऑफ चेन्नई सिटी, साउदर्न इंडिया'' . जल संसाधन प्रबंधन, 21 (7), 1187-1206.
* डाउजी, L और डाग (2004) ''ओशियन पोल्यूशन फ्रॉम लैंड-बेस्ड सोर्सेस: इस्ट चाइना सी'' . AMBIO - मानव पर्यावरण का एक जर्नल, 33 (1 / 2), 107-113.
* डोर्ड, BM: प्रेस, D और लॉस हुएर्टस, M (2008) ''एग्रीकल्चर्ल नॉन-प्वोइंट सोर्सेस: वाटर पोल्यूशन पोलिसी: द केस ऑफ केलिफोर्नियास सेन्ट्रल कोस्ट'' .''एग्रीकल्चर, इकोसिस्टम &amp; एनवायर्नमेंट'' , 128 (3), 151-161.
* लॉज, एडवर्ड A (2000) [http://books.google.co.nz/books?id=11LI7XyEIsAC&amp;pg=PA4&amp;lpg=PA4&amp;dq=As+the+trophic+level+increases,+the+biomass+decreases.&amp;source=web&amp;ots=eZO8XKFQor&amp;sig=IgNErx13uVipkhaa34G4F9kUObY&amp;hl=en&amp;sa=X&amp;oi=book_result&amp;resnum=9&amp;ct=result#PPA30,M1 ''Aquatic Pollution'' ] जॉन वेले एण्ड संस. ISBN 9780471348757978-0-471-34875-7
* शेवली, SB और रजिस्टर, KM (2007) ''मरीन डेबरिज एण्ड प्लास्टिक: एनवायर्लमेंटल कंसर्न्स, सोरसेस, इंपेक्ट एण्ड सोलुशन्स'' . पॉलिमर और पर्यावरण के जर्नल 15 (4), 301-305.
* स्लेटर, D (2007) ''एफ्लुएंस एण्ड एफ्लुएंट्स'' . सियरा 92(6), 27
* [[UNEP]] (2007) ''[http://www.unepscs.org/SCS_Documents/Download/19_-_Technical_Publications_and_Guidelines/Technical_Publication_10_-_Land-Based_Pollution_in_the_South_China_Sea.html Land-based Pollution in the South China Sea]'' . UNEP/GEF/SCS तकनीकी प्रकाशन No 10.
 
== बाह्य लिंक ==
* [http://www.whoi.edu/page.do?pid=12049 Coastal Pollution Information from the Coastal Ocean Institute], [[वुड्स होल ओशियनोग्राफिक इंस्टिट्यूशन]]
* [http://web.archive.org/web/20001021140316/www.ecoscope.com/mercury.htm Mercury pollution]
* [http://www.censol.co.uk/censol%20-%20oil%20absorbents%20-%20testing.html How Oil Spill Absorbent Products Work]
* [http://www.oceana.org/north-america/what-we-do/stop-seafood-contamination Facts about Marine Mercury Pollution from Oceana.org]
* [http://www.sciencenews.org/view/generic/id/38922/title/Marine_pollution_spawns_wonky_babies Science News / Marine Pollution Spawns 'wonky Babies']
 
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[[Categoryश्रेणी:पर्यावरणीय रसायन]]
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[[ar:تلوث البحار]]