"निर्मेय": अवतरणों में अंतर

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[[ज्यामिति]] में किसी ज्यामितीय निर्माण (construction) से सम्बन्धित समस्या को '''निर्मेय''' कहते हैं। निर्मेय का अर्थ है - 'जिसका निर्माण करना है, वह' । ये निर्माण केवल पटरी और परकार (ruler-and-compass) की सहायता से बनाने होते हैं, [[चाँदा]] इत्यादि के प्रयोग से नहीं।
 
== कुछ साधारण निर्माण ==
उदाहरण के लिये कुछ निर्मेय नीचे दिये गये हैं:
 
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* किसी वृत्त के क्षेत्रफल के बराबर क्षेत्रफल वाले [[वर्ग]] की रचना करना
 
== असम्भव निर्माण ==
कुछ ज्यामितीय निर्माण केवल पटरी और परकार द्वारा नहीं बनाए जा सकते।
 
=== वृत्त के समान क्षेत्र वाले वर्ग का निर्माण (स्क्वायरिंग द सर्कल) ===
 
=== घन को दोगुना करना ===
एक ऐसी रेखा खींचना जिसकी लम्बाई का [[घन]], किसी दी गई रेखा की लम्बाई के घन के दो-गुना हो।
 
=== कोण का त्रिभाजन ===
किसी दिए गए कोण के एक-तिहाई (१/३) के बराबर कोण का निर्माण
 
== केवल पटरी या केवल परकार द्वारा निर्माण ==
 
== परिवर्धित निर्माण ==
पटरी और परकार के अलावा कुछ ऐसे औजार हैं जिनकी सहायता से ऐसे निर्माण भी सम्भव हैं जो केवल पटरी और परकार से सम्भव नहीं हैं। इनमें चिह्नित पटरी (मार्केबल रूलर) तथा ओरिगामी (Origami) प्रमुख हैं।
 
== बाइनरी अंकों की गणना ==
सन १९९८ में साइमन प्लोफी (Simon Plouffe) ने एक विधि बताई जिसके द्वारा पटरी और परकार द्वारा कुछ संख्याओं के बाइनरी अंक प्राप्त किए जा सकते हैं। इस विधि में एक कोण को बार-बार दोगुना किया जाता है। किन्तु २० बाइनरी अंकों के बाद यह विधि अव्यवहार्य (impractical) हो जाती है।
 
== इन्हें भी देखें ==
* [[प्रमेय]]
 
== वाह्य सूत्र ==