"रसगुल्ला": अवतरणों में अंतर

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छैना बनाने के लिये दूध को किसी भारी तले वाले बर्तन में निकाल कर गरम कीजिये. दूध में उबाल आने के बाद नीबू का रस डालते हुये चमचे से चलाइये. दूध जब पूरा फट जाय, दूध में छैना और पानी अलग दिखाई देने लगे तो तुरन्त आग बन्द कर दीजिये. छैना को कपड़े में छानिये और ऊपर से ठंडा पानी डाल दीजिये ताकि नीबू का स्वाद छैना में न रहे. कपड़े को हाथ से दबा कर अतिरिक्त पानी निकाल दीजिये. रसगुल्ला बनाने के लिये छैना तैयार है.
 
छैना को बड़ी थाली में निकाल लीजिये, एरोरूट मिला कर छैना को अच्छी तरह मथिये. छैना को इतना मथिये कि वह चिकना गुथे हुये आटे की तरह दिखाई देने लगे. रसगुल्ला बनाने के लिये छैना तैयार है.
इस छैने से थोड़ा थोड़ा छैना निकाल कर. पौन इंच से लेकर एक इंच व्यास के छोटे छोटे गोले बना कर प्लेट में रख लीजिये. सारे रसगुल्ले के लिये गोले इसी तरह बना लीजिये और इन्हें आधे घंटे के लिये किसी गीले कपड़े से ढक कर रख दीजिये.
 
300 ग्राम चीनी और 1 लीटर पानी किसी बर्तन में डाल कर गरम कीजिये. जब पानी खौलने लगे तो छैने से बने गोले पानी में डाल दीजिये. बर्तन को ढक दीजिये, इन छैना के गोलों को, 20 मिनिट तक मीडियम आग पर उबलने दीजिये. रसगुल्ले पक कर फूल जायेंगे, गैस बन्द कर दीजिये. रसगुल्ले सीरप में ही ठंडे होने दीजिये.
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{{उत्तर भारतीय खाना}}
 
[[श्रेणी:उत्तर भारत का खाना]]
[[श्रेणी:भारतीय मिठाइयाँ]]