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ज्वार कई प्रकार की होती है जिनके पौधों में कोई विशेष भेद नहीं दिखाई पड़ता । ज्वार की फसल दो प्रकार की होती है, एक रबी, दूसरी खरीफ । [[मक्का]] भी इसी का एक भेद है । इसी से कहीं कहीं मक्का भी ज्वार ही कहलता है । ज्वार को जोन्हरी, जुंडी आदि भी कहते हैं । इसके डंठल और पौधे को चारे के काम में लाते हैं और 'चरी' कहते हैं । इस अन्न के उत्पत्तिस्थान के संबंध में मतभेद है । कोई कोई इसे अरब आदि पश्चिमी देशों से आया हुआ मानते हैं और 'ज्वार' शब्द को अरबी 'दूरा' से बना हुआ मानते हैं, पर यह मत ठीक नहीं जान पड़ता । ज्वार की खेती भारत में बहुत प्राचीन काल से होती आई है । पर यह चारे के लिये बोई जाती थी, अन्न के लिये नहीं ।
== ज्वार के उत्पादन के लिए भौगोलिक कारक ==
* उत्पादक देश - संयुक्त राज्य अमेरिका, भारत, पाकिस्तान, रुस, चीन
* तापमान - 25
* वर्षा - 40 से 60 सेमी.
* मिट्टी - भारी दोमट, हल्की दोमट और एल्यूवियल
== ज्वार के उत्पादन का विश्व वितरण ==
==यह भी देखें==
* [[रबी की फसल]]
* [[बाजरा]]
== बाहरी कड़ियाँ ==
* [http://www.sorghum.res.in/press-release-mishra-hindi.htm धान-परती (राईस-फैलो) पद्धति में ज्वार : एक नया अवसर] (ज्वार अनुसंधान निदेशालय)
* [http://www.sorghum.res.in/ ज्वार अनुसंधान निदेशालय]
* [http://hindi.webdunia.com/जुवार-मिट्टी-रोग/जुवार-मिट्टी-के-रोग-मिटाने-वाली-फसल-1080610062_1.htm जुवार : मिट्टी के रोग मिटाने वाली फसल] - मणिशंकर उपाध्याय
[[श्रेणी:ख़रीफ़ की फ़सल]]
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