"पक्षियों का वर्गीकरण": अवतरणों में अंतर

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[[पक्षी]] वर्ग दो उपवर्गों में विभक्त है :
 
=== आर्किमॉनिथीज़ (Archaeornithes) ===
इस उपवर्ग के अंतर्गत जुरैसिक काल के वे सभी दंतयुक्त जबड़े, नाखूनदार अंगुलियों और लंबी दुमवाले तथा स्वतंत्र रीढ़, कशेरुकपुच्छीय और स्वंतत्र करभिकास्थियाँ (metacarpals) तथा पतली तलदंडहीन उरोस्थि (keelless sternum) वाले पक्षी, जैसे ऑर्किआँप्टेरिक्स (Archaeopteryx) तथा आर्किऑरनिस (Archaeornis) आते हैं।
 
=== निऑरनिथीज़ (Neornithes) ===
इस उपवर्ग के अंतर्गत कुछ लुप्त और ऐसे '''वर्तमान पक्षी''' हैं जिनकी करभिकास्थियाँ मिलकर एकाकार हो गई हैं तथा दुम छोटी और डैने की अँगुलियों में बिरले ही किसी किसी में नख वर्तमान हैं। दाँत केवल लुप्त पक्षियों में विद्यमान थे।
 
== पक्षियों के अधिगण (super orders) ==
आधुनिक पक्षी निम्नलिखित तीन अधिगणों (super orders) में विभक्त हैं। किसी-किसी अधिगण के अंतर्गत लुप्त सदस्य भी मिलें हैं। कुछ अधिगणों में कोई जीवित प्रतिनिधि नहीं मिलता।
 
=== ओडॉएटॉग्नैथी (Odontognathae) अधिगण ===
इसके अंतर्गत वे दंतधारी पक्षी हैं, जो आर्किऑर्निथीज़ से अधिक विकसित थे, किंतु उड़ने में असमर्थ थे।
 
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यह अधिगण निम्नलिखित सात गणों (orders) में बँटा है :
 
1. स्ट्रथिऑनिफारमीज (Struthioniformes) गण - इस गण के अंतर्गत अफ्रीका और दक्षिण एशिया का आठ फुट ऊँचा शुतुर्मुर्ग (ostrich) नामक पक्षी आता है। इस गण के पक्षियों में केवल दो पदांगुलियाँ होती हैं और परों में अनुपिच्छ (aftershaft) का अभाव होता है। दौड़ते समय ये अपने अल्पवर्धित परों को फैला लेते हैं।
 
2. रीफॉरमीज़ (Rheiformes) गण - इसके अंतर्गत दक्षिणी अमरीका की दौड़नेवाली दो जातियाँ हैं। इनमें तीन पदांगुलियाँ होती हैं, जैसे रीआ (rhea) में होता है।
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7. टिनैमिफॉरमीज (Tinamiformes) गण - इस गण की चिड़ियों की आकृति तीतर से मिलती जुलती है और दुम नहीं के बराबर होती है। उरोस्थि तलदंडयुक्त होती है। इस गण के अंतर्गत एक परिवार और पचास जातियाँ हैं, जो दक्षिण मेक्सिको की मुख्य भूमि और मध्य तथा दक्षिणी अमरीका में पाई जाती हैं। ये प्राय: वृक्षवासी हैं और भद्दे तरीके से किसी प्रकार कुछ दूर तक उड़ सकती है। ये शाकाहारी हैं और एक बार में एक ही चमकीला रंगीन अंडा देती हैं।
 
=== इंपेनी (Impennae) अथवा पेंग्विन (Penguins) अधिगण ===
इसके अंतर्गत वे पक्षी हैं जिन्होंने उड़ान का त्याग कर दिया है और जलजीवन के अनुकूल ढल गए हैं। इनकी अग्रभुजाएँ तैरने के लिए क्षेपणियों (fippers) में रूपांतरित हो गई हैं और पैर झिल्लीदार (webbed) हो गए हैं।
 
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22. पैसेरिफॉर्मीज़ (Passeriformes) गण - यह गण बहुत ही बड़ा है और इसके अंतर्गत विविध प्रकार के पक्षी जैसे कौवे, गौरैया, चटक, तिलियर (starling), चकवा (lark), तुलिका (pipits), खंजन (wagtail), रामगंगरा (tit), वृक्षसर्पी (treecreeper) आदि हैं। इनके पैर विश्राम करने के लिए पक्षिसाद (perching) होते हैं। इनके अतिरिक्त श्यामा, पीलक, भुजंगा, मैना, लालमुनिया, लाल, चकोर, रज्जुपुच्छ या माराडीक (circletailed swallow), बया और दर्जिन चिड़िया आदि भी हैं।
 
== इन्हें भी देखें ==
* [[पक्षिविज्ञान]]
* [[पक्षियों का प्रव्रजन]]
* [[अंडा]]
* [[घोसला]]
 
[[श्रेणी:पक्षिविज्ञान]]