"पोरबन्दर": अवतरणों में अंतर

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'''पोरबन्दर''' [[गुजरात]] का एक शहर है। पोरबन्दर बहुत ही पुराना बंदरगाह हुआ करता था | पोर्बन्दर मे गुजरात का सबसे आछा समुंद्र किनारा है | पोरबंदर गुजरात राज्य के दक्षिण छोर पर अरब सागर से घिरा हुआ है। पोरबंदर का निर्माण जूनागढ़ से हुआ था। पोरबंदर [[महात्मा गाँधी]]जी का जन्म स्थान है इसलिए स्वाभाविक रूप से पोरबंदर में उनके जीवन से जुड़े कई स्थान हैं जो आज दर्शनीय स्थलों में बदल चुके हैं। 10वीं शताब्दी में पोरबंदर को पौरावेलाकुल कहा जाता था और बाद में इसे सुदामापुरी भी कहा गया।
 
== स्थिति ==
पोरबंदर गुजरात राज्य का एक ऐतिहासिक ज़िला है। पोरबंदर उत्तर में जामनगर से, पूर्व में जूनागढ़ से, पश्चिम में राजकोट से और दक्षिण में अरब सागर से घिरा है।
 
== इतिहास ==
महात्मा गाँधी के जन्म स्थल के रूप में प्रसिद्ध इस स्थान पर 16वीं शताब्दी के आसपास जेठवा राजपूतों का नियंत्रण था। ज़िला बनने से पहले पोरबंदर भूतपूर्व पोरबंदर रियासत (1785-1948) की राजधानी था।
पोरबंदर में गाँधीजी का तिमंजिला पैतृक निवास है जहाँ ठीक उस स्थान पर एक स्वस्तिक चिन्ह बनाया गया है जहाँ गाँधीजी की माँ पुतलीबाई ने उन्हें जन्म दिया था। लकड़ी की संकरी सीढ़ी अभ्यागतों की ऊपरी मंजिल तक ले जाती है, जहाँ गाँधीजी का अध्ययन कक्ष है।
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पोरबंदर का महत्व केवल यहाँ तक सीमित नहीं है। भगवान श्री कृष्ण के बालसखा सुदामाजी भी यही के थे। इसलिए इसका महत्त्व सुदामापुरी के रूप में भी खास है।
 
== यातायात और परिवहन ==
=== वायु मार्ग ===
पोरबंदर में पोरबंदर हवाई अड्डा है। भारत के प्रमुख शहरों मुंबई, दिल्ली, आदि के लिए नियमित रूप से पोरबंदर से हवाई जहाज़ उपलब्ध हैं।
 
=== रेल मार्ग ===
पोरबंदर रेलवे स्टेशन एक टर्मिनस है। भारत के लगभग सभी शहरों से पोरबंदर के लिए रेल सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
 
=== सड़क मार्ग ===
राज्य परिवहन की बसें पोरबंदर को ज़िले व राज्य के अन्य हिस्सों से जोड़ती हैं। भारत के लगभग सभी शहरों से पोरबंदर के लिए बस सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
 
== उद्योग और व्यापार ==
पोरबंदर शहर भवन निर्माण में काम आने वाले पत्थरों के लिए विख्यात है और पोरबंदर में कई प्रकार के उत्पादन का काम भी होता है।
 
== जनसंख्या ==
2001 की गणना के अनुसार पोरबंदर की कुल जनसंख्या 5,36, 854 थी और 2011 की गणना के अनुसार 5,86,062 है|
 
== पर्यटन ==
पोरबंदर का गुजरात के पर्यटन स्थलों में महत्त्वपूर्ण स्थान है। पोरबंदर में कई ऐतिहासिक इमारतें हैं। पोरबंदर में महात्मा गाँधी का जन्म स्थान है इसलिए स्वाभाविक रूप से यहाँ उनके जीवन से जुड़े कई स्थान हैं जो आज दर्शनीय स्थलों में बदल चुके हैं। पोरबंदर में गुजरात का सबसे अच्छा समुद्र तट है।
 
=== पोरबंदर के मंदिर ===
==== कीर्ति मंदिर ====
कीर्ति मंदिर पोरबंदर का प्रमुख आकर्षण केन्द्र है।
कीर्ति मंदिर में एक गाँधीवादी पुस्तकालय और प्रार्थना कक्ष है।
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लगभग सभी कक्ष के अन्दर गांधीजी की अलग अलग समय की तसवीरे देखी जा सकती है।
 
==== घुमली गणेश मंदिर ====
घुमली गणेश मंदिर 10वीं शताब्दी के आरंभ में बना था।
घुमली गणेश मंदिर गुजरात में आरंभिक हिन्दू वास्तुशिल्प का सुंदर नमूना है।
==== सूर्य मंदिर ====
सूर्य मंदिर का निर्माण 6ठीं शताब्दी में हुआ था।
सूर्य मंदिर पोरबंदर से 50 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित है।
सूर्य मंदिर पश्चिम भारत के आरंभिक मंदिरों में से एक है जो आज भी विद्यमान हैं।
==== सुदामापुरी ====
सुदामापुरी के मंदिर का निर्माण १९०२ से १९०७ के बिच यहाँ के जेठवा राजवंश ने किया था।
यहाँ मंदिर प्रांगण में छोटीसी ८४ भूलभुलैया है, जो सुदामाजी के द्वारिका से वापसी के बाद अपनी कुटिया खोजने की बात को याद दिलाते है।
सुदामाजी द्वारिका जाते समय एक मुठ्ठी तंदुल लेकर गए थे, आज भी मंदिर में तंदुल प्रसाद के तौर पर दिए जाते है।
==== संदीपनी विद्यानिकेतन ====
माननीय भाईश्री रमेशभाई ओझा द्वारा संचालित संदीपनी विद्यानिकेतन एक आध्यात्मिक तौर पर चलाया जानेवाला विद्यालय है, जो एरपोर्ट से २ किमी दूर रांघावाव नमक गाँव के पास है।
ईस परिसर में हरिमंदिर है, जहा एक ही मंदिर में दाये से गणेश, चंद्रमौलीश्वर महादेव, राधाकृष्ण, लक्ष्मीनारायण, जानकीवल्लभ, करुणामयी माता और हनुमानजी के दर्शन होते है।
मनोहर बगीचों और सायन्स गेलेरी का अपना सौन्दर्य अदभुत है। शाम को आरती के बाद मंदिर पर लाइट्स से फोकस किया जाता है, जो मन को आत्मविभोर बना देता है।
 
=== पोरबंदर के अभयारण्य ===
 
==== वर्धा वन्यजीव अभयारण्य ====
190 वर्ग किलोमीटर में फैला वर्धा वन्यजीव अभयारण्य पोरबंदर से 15 किलोमीटर दूरी पर स्थित है।
वर्धा वन्यजीव अभयारण्य गुजरात के दो ज़िलों- पोरबंदर और जामनगर का हिस्सा है।
वर्धा वन्यजीव अभयारण्य के चारों ओर से खेत, बंजर भूमि और जंगल से घिरा हुआ हैं।
चीते और भेड़िए जैसे संकटग्रस्त जन्तु यहाँ पाए जाते हैं।
==== पोरबंदर पक्षी अभयारण्य ====
पोरबंदर पक्षी अभयारण्य पोरबंदर के बीचों बीच स्थित है।
पोरबंदर पक्षी अभयारण्य 9 एकड़ में फैला हुआ है।
 
=== पोरबंदर के महल ===
==== हुज़ूर महल ====
हुज़ूर महल एक विशाल इमारत है।
हुज़ूर महल की छत लकड़ी की है और छत पर रेलिंग लगी हुई है।
 
==== दरबारगढ़ महल ====
दरबारगढ़ महल का निर्माण राणा सरतनजी ने करवाया था।
दरबारगढ़ महल का प्रवेश द्वार पत्थर का बना हुई है जिस पर ख़ूबसूरत नक़्क़ाशी की गई है।
दरबारगढ़ महल के द्वार के दोनों ओर ऊँची मीनारें और लकड़ी के विशाल दरवाजे हैं।
==== सतरनजी चोरो महल ====
राणा सतरनजी ने सतरनजी चोरो का निर्माण ग्रीष्मकालीन निवास के रूप में करवाया था।
सतरनजी चोरो तीन मंजिला इमारत है।
सतरनजी चोरो राजपूत शैली में बनाया गया है।
 
=== पोरबंदर के समुद्री तट ===
==== माधवपुर तट ====
माधवपुर तट गुजरात के सर्वाधिक सुंदर और रेतीले तटों में से एक है।
माधवपुर तट नारियल के पेड़ से घिरे हुए सुंदर रेतीले तट है।
माधवपुर तट के पास ही माधवरायजी का मंदिर है।
==== पोरबंदर तट ====
पोरबंदर तट गुजरात के प्रमुख समुद्री तटों में से एक है।
पोरबंदर तट वेरावल और द्वारिका के बीच स्थित एक सुंदर तट है।
पोरबंदर तट गुजरात एक ऐसा तट है जहाँ अधिक छेड़छाड़ नहीं की गई है।
 
=== नेहरु तारामंडल ===
नेहरु तारामंडल सिटी सेंटर से 2 किलोमीटर दूर है।
नेहरु तारामंडल में दोपहर में चलने वाला शो गुजराती भाषा में होता है।