"ललितपुर": अवतरणों में अंतर

छो r2.7.3) (रोबोटने अन्य भाषाएँ बढाई: sa:ललितपुरम्
छो Bot: अंगराग परिवर्तन
पंक्ति 24:
'''ललितपुर''' [[उत्तर प्रदेश]] राज्य प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध एक शहर है। यह [[ललितपुर जिला]] का मुख्यालय है। यह उत्तर में झांसी, दक्षिण में सागर, पूर्व में मघ्‍यप्रदेश के टिकमगढ़, छतरपुर एवं शिवपुरी तथा पश्‍िचम गुना से सटा हुआ है। बेतवा, धसन और जमनी यहां की प्रमुख नदियां है। यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में देवगढ़, नीलकंठेश्‍ववर त्रिमूर्ति, रंछोरजी, माताटीला बांध और महावीर स्वामी अभ्यारण विशेष रूप से प्रसिद्ध है। इस जिले की स्थापना सत्रहवीं शताब्दी में बुंदेल राजपूत द्वारा की गई थी। 1891 से 1974 ई. तक ललितपुर जिला झांसी जिले का ही एक हिस्सा था।
 
== प्रमुख स्थल ==
=== देवगढ़ ===
{{main|देवगढ़}}
ललितपुर से 33 किलोमीटर की दूरी पर स्थित देवगढ़ एक ऐतिहासिक स्थल के रूप में जाना जाता है। यह जगह बेतवा नदी के तट पर स्थित है। इस जगह पर गुप्त, [[गुर्जर प्रतिहार]], गोंड, मुगल, बुंदल और मराठों के वंश के कई ऐतिहासिक स्मारक और किले आज भी मौजूद है। इसके अलावा यहां कई हिन्‍दू और जैन मंदिर भी स्थित है। देवगढ़ स्थित दशावतार मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। इस मंदिर की वास्तुकला काफी खूबसूरत है। पहले इस मंदिर को उत्तर भारत के पंचयत्‍न मंदिर के नाम से जाना जाता था। इसके अतिरिक्त यहां एक देवगढ़ किला है। इस किले के भीतर 31 जैन मंदिर है। इन मंदिरों में सबसे सुंदर मंदिर जैन तीर्थंकर शांतिनाथ का मंदिर है। इन मंदिरों की सजावट [[चंदेल]] राजाओं ने हिन्‍दू चिन्‍हों से की जोकि बेहद खूबसूरत लगते हैं। इसके अलावा मंदिर की दीवारों पर प्रसिद्ध महाकाव्य महाभारत और रामायण के चित्र भी बने हुए है। यहां घूमने के लिए सबसे उचित समय सितम्बर से मई है।
 
=== देवगढ़ तीर्थ ===
ललितपुर जिले में स्थित देवगढ़ तीर्थ प्रमुख जैन मंदिर है। यह मंदिर जैन तीर्थंकर शांतिनाथ को समर्पित है। यह मंदिर भारत के काफी पुराने जैन मंदिरों में से एक है। मंदिर में स्थित स्तम्भों पर 18 भिन्न-भिन्न भाषाओं में लिपियां लिखी हुई है। मंदिर में स्थित स्तम्भ यहां के आकर्षण के प्रमुख केन्द्र है।
 
=== महावीर स्वामी अभ्यारण ===
{{main|महावीर स्वामी अभयारण्य ‎ }}
ललितपुर स्थित महावीर स्वामी अभ्यारण की स्थापना 1977 ई. में हुई थी। यह अभ्यारण पांच वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां पक्षियों के कई प्रजातियां देखी जा सकती है। कई जानवर जैसे तेंदुआ, नीलगाय, साम्भर, नीली बैल, लंगूर और बंदर आदि भी देखे जा सकते हैं। यह घूमने के लिए सबसे सही समय नवम्बर से अप्रैल है। इसके अतिरिक्त यहां वन्य विभाग द्वारा रहने के लिए रेस्ट हाउस की सुविधा भी उपलब्ध है।
 
=== माताटीला बांध ===
{{main|माताटीला बहूद्देशीय परियोजना }}
माताटीला बांध का निर्माण 1958 ई. में किया गया था। देवगढ़ से 93 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह जगह लगभग बीस वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई है। इस जगह पर काफी संख्या में छोटे-छोटे पर्वत है जो इस जगह की खूबसूरती को और अधिक बढ़ाते हैं। यहां घूमने के लिए उचित समय सितम्बर से मई है।
 
=== नीलकंठेश्‍वर त्रिमूर्ति ===
नीलकंठेश्‍वर मंदिर ललितपुर के दक्षिण से 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। घने जंगलों के मध्य स्थित शिव त्रिमूर्ति मंदिर [[चंदेल]] शासन के समय का है। इस मंदिर के प्रवेश द्वार के ठीक सामने परम शिव त्रिमूर्ति स्थित है। शिव त्रिमूर्ति में एक मुखलिंग स्थित है। इस मुखलिंग की ऊंचाई 77 सेंटीमीटर और व्यास 1 फीट 30 सेंटीमीटर है।
 
=== रणछोड़ जी ===
यह जगह बेतवा नदी के तट पर स्थित ठोरा से लगभग 4-5 किलोमीटर की दूरी पर है। त्रिमूर्ति मंदिर के समीप यहां भगवान विष्णु और देवी माता की बेहतरीन मूर्तियां स्‍थापित है। इसके अलावा यहां प्राचीन समय के कई मंदिर स्थित है। कुछ समय पहले यह जगह सघन जंगलों से घिरी हुई थी।
 
== आवागमन ==
;वायु मार्ग
यहां का सबसे निकटतम हवाई अड्डा [[ग्वालियर विमानक्षेत्र]] है। इस जगह से ललितपुर जिले की दूरी 235 किलोमीटर है। दिल्ली, इंदौर और मुम्बई से ग्वालियर के नियमित रूप से उड़ान भरी जाती है।
पंक्ति 56:
ललितपुर जिला सड़कमार्ग द्वारा भारत के कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
 
== भूगोल ==
ललितपुर की स्थिति {{coord|24.68|N|78.42|E|}}.<ref>[http://www.fallingrain.com/world/IN/36/Lalitpur.html Falling Rain Genomics, Inc - Lalitpur]</ref> पर है। यहां की औसत ऊंचाई है 428&nbsp;मीटर (1404&nbsp;फीट).
 
== संदर्भ ==
{{reflist}}
 
{{ललितपुर}}
 
[[Categoryश्रेणी:उत्तर प्रदेश के शहर]]
 
[[bpy:ললিতপুর]]