"बलिदान": अवतरणों में अंतर

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'''बलिदान''' का अर्थ होता अपना सर्वस्व दान कर देना।
 
प्रयोग के अनुसार बलिदान शब्द के अनेक अर्थ हो जाते हैं। साधारणतः पशुओं का वध करके देवी देवताओं में चढ़ा देने को बलिदान समझा जाता है। किसी सत्कार्य के लिये अपना प्राण दे देना या अपने किसी प्रिय के प्राण ले लेना को भी बलिदान समझा जाता है। किसी अन्य की खुशी के लिये अपनी खुशियों को त्याग देना भी बलिदान का ही एक रूप है।
 
== उदाहरण ==
* भगतसिंह ने देश की स्वतन्त्रता के लिये स्वयं का ''बलिदान'' कर दिया।
* 30 जनवरी के दिन को ''बलिदान'' दिवस के रूप में मनाया जाता है।
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* सैकडों उदाहरण मिल जायेंगे जहां प्रेमी ने प्रेमिका की खुशी के लिये ''बलिदान''दिये।
 
== मूल ==
प्राचीन काल में राजा बलि ने वामन को दान में अपना शरीर और प्राण तक दे दिया था राजा बलि के इस दान से ही ''बलिदान'' शब्द की व्युत्पत्ति हुई। (स्रोतः[http://valmikiramayan.agoodplace4all.com/vrbk5.php"विश्वामित्र का आश्रम (राजा बलि की कथा)"])
 
== अन्य अर्थ ==
==संबंधित शब्द==
=== हिंदी में ===
* [[न्यौछावर]]
* [[शहादत]]
*
*
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*
 
=== अन्य भारतीय भाषाओं में निकटतम शब्द ===
 
[[श्रेणी:शब्दार्थ]]
 
[[en:]]