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वृन्द की ग्यारह रचनाएँ प्राप्त हैं- समेत शिखर छंद, भाव पंचाशिका, श्रृंगार शिक्षा, पोन पचीसी, हितोपदेश सन्धि, वृन्द सतसई, वचनिका, सत्य स्वरूप, यमक सतसई, हितोपदेशाष्टक, भारत कथा, वृन्द ग्रन्थावली नाम से वृन्द की समस्त रचनाओं का एक संग्रह डा० जनार्दन राव चेले द्वारा संपादित होकर १९७१ ई० में प्रकाश में आया है।
 
== बाहरी लिंक ==
* [http://www.kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B5%E0%A5%83%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A6 वृन्द की रचनाएँ कविता कोश में]
"https://hi.wikipedia.org/wiki/वृन्द" से प्राप्त