"अल्गोरिद्म": अवतरणों में अंतर
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२) दो पूर्णांक संख्याएं दी हुई हैं ; उनका [[महत्तम समापवर्तक]] (Highest Common Factor) कैसे निकालेंगे ?
==इतिहास==
प्राचीन संस्कृत गणित ग्रन्थों में बहुत से अलगोरिद्म श्लोक के रूप में दिए गए हैं। उदाहरण के लिए निम्नलिखित कलनविधि धनात्/ऋणात्मक संख्याओं के गुणन/भाजन का नियम बताता है-
: स्वयोरस्वयो स्वम् वध: स्वर्णघाते ।
: क्षयो भागहारे अपि चैवम् निरुक्तम् ।।
'''अन्वय''' - स्वयो: (+*+), अस्वयो: (-*-) वध: स्वम् (+) (भवति|) स्व-ऋण-घाते (+*-)
वध: क्षय: (-) (भवति)| भागहारे (/) अपि च एवम् निरुक्तम् ।
'''अर्थ''' : दो धनात्मक या दो ऋणात्मक संख्याओं का गुणनफल धनात्मक होता है। धनात्मक ऋणात्मक संख्याओं का गुणन ऋणात्मक होता है। यही बात भाजन (division) पर भी लागू होती है।
== इन्हें भी देखें ==
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