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*माला जी, आपके संदेश के लिये धन्यवाद। आपने जो बात कही वह विकि के 'assume good faith' वाले केन्द्रीय सिद्धान्त के अनुसार है। वैसे मैं कोई वरिष्ठ नहीं हूँ - बिलकुल साधारण व्यक्ति हूँ और हर योगदान ऐसे करने की कोशिश करता हूँ जैसे मुझे यह साबित करना है कि यह मेरी माँ या किसी १४ साल के बच्चे या विदेश में बसे किसी भारतीय मज़दूर के देखने-पढ़ने लायक़ है। पाठक को इस बात से कोई सरोकार नहीं कि यह किस का लिखा है। लेख उसे आसान और दिलचस्प लगना चाहिये। हमें पाठक को अपने रूप में ढालने की कोशिश की अनुमति नहीं है - यह विकि सिद्धांत के विरुद्ध है। हमें विश्वसनीय और प्रमाणित स्रोतों पर आधारित अपने लेखों को उसके रूप में ढालना होगा - यह अनिवार्य है। मैने [[वि:नहीं]] से बहुत सीखा है। इसे देखकर कोई अचम्भा नहीं है कि अंग्रेज़ी विकि फूली-फली है। जिस विकि में इसका पालन हुआ है उसकी पाठक-संख्या व लेखों में वृद्धी हुई है। जहाँ नीति-नियम का बोलबाला हो जाए वहाँ वरिष्ठों पर लगाम लगती है। बहुत अच्छी चीज़ है।
धन्यवाद। --[[User:Hunnjazal|Hunnjazal]] ([[User talk:Hunnjazal|वार्ता]]) 16:22, 5 अप्रैल 2013 (UTC)
::कृपया 'तू' और 'तुम' को एक पलड़े में न रखें। हिन्दी में बराबर वालों से या मित्रों से तुम और छोटों से तू कहा जाता है। बड़ों से या सम्मानयोग्य लोगों से तो किसी भी उम्र में, आप कहा जाता है। बिल जब अंग्रेजी में लिखा करते थे तो सभी को 'you' में निपटाते थे। हिन्दी में तो फिर भी मैं तुम कहकर एक दर्जा ऊँचा रख रहा हूँ (तू से ऊपर)। बाकी, असली मुद्दा तू-तुम वाला नहीं है, कुछ और है। और अब दूसरी बात, लेख बनाने का आपका सुझाव अच्छा है। मैं समय के अनुसार बना ही रहा हूँ। आगे भी बनाता रहूँगा। धन्यवाद। -[[User:Hemant_wikikosh|<font color="darkblue">Hemant wikikosh</font>]]<sup>[[सदस्य वार्ता:Hemant_wikikosh|<font color="blue ">वार्ता</font>]]</sup> 19:18, 5 अप्रैल 2013 (UTC)
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