"संवत्": अवतरणों में अंतर

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कश्मीर में प्रयुक्त सप्तर्षि संवत एक अन्य संवत है, जो लौकिक संवत के नाम से भी प्रसिद्ध है। राजतरंगिणी[7] के अनुसार लौकिक वर्ष 24 गत शक संवत 1070 के बराबर है। इस संवत के उपयोग में सामान्यतः शताब्दियाँ नहीं दी हुई हैं। यह चान्द्र-सौर संवत है और चैत्र शुक्ल की प्रतिपदा को ई. पू. अप्रैल 3076 में आरम्भ हुआ।
बृहत्संहिता[8] ने एक परम्परा का उल्लेख किया है कि सप्तर्षि एक नक्षत्र में सौ वर्षों तक रहते हैं और जब युधिष्ठर राज्य कर रहे थे तो वे मेष राशि में थे। सम्भवतः यही सौ वर्षों वाले वृत्तों का उद्गम है।
बहुत-से अन्य संवत् भी थे, जैसे - वर्धमान, बुद्ध-निर्वाण, गुप्त, चेदि, हर्ष, लक्ष्मणसेन बंगाल में, कोल्लम या परशुराम मलावार में, जो किसी समय कम से कम लौकिक जीवन में बहुत प्रचलित थे।<br>
क्रम माह दिवस मास प्रारम्भ तिथि (ग्रेगोरी)<br>
1 चैत्र 30/31 22 मार्च[9]<br>
2 वैशाख 31 21 अप्रॅल<br>
3 ज्येष्ठ 31 22 मई<br>
4 आषाढ़ 31 22 जून<br>
5 श्रावण 31 23 जुलाई<br>
6 भाद्र 31 23 अगस्त<br>
7 आश्विन 30 23 सितंबर<br>
8 कार्तिक 30 23 अक्टूबर<br>
9 मार्गशीर्ष 30 22 नवम्बर<br>
10 पौष 30 22 दिसम्बर<br>
11 माघ 30 23 जनवरी<br>
12 फाल्गुन 30 20 फ़रवरी
"https://hi.wikipedia.org/wiki/संवत्" से प्राप्त