"अभिव्यक्ति (पत्रिका)": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
→यह भी देखें: अनुनाद यह साफ करना कोई अपराध है क्या? |
→यह भी देखें: almost |
||
पंक्ति 20:
मेरे अपने सभी सुधि पाठक ,सुधि श्रोता और नवोदित, वरिष्ठ,तथा मेरे समय साथ के सभी गीतकार,नवगीतकार और साहित्यिक मित्रों को समर्पित आज का यह नया गीत विद्रूप यथार्थ की धरातल पर सामाजिक व्यवस्था और प्रबंधन की चरमराती लचर तानाशाही के कुरूप चहरे की मुक्म्मल बदलाव की जरूत महसूस करता हुआ नवगीत!
साहित्यिक संध्या की सुन्दरतम बेला में निवेदित कर रहा हूँ!आपकी प्रतिक्रियाएं ही इस चर्चा और पहल को सार्थक दिशाओं का सहित्यिक बिम्ब दिखाने में सक्षम होंगी!
|