"लीफ एरिक्सन": अवतरणों में अंतर

पंक्ति 26:
सन् १९६० मे, नोर्वेजियन अन्वेषक [http://en.wikipedia.org/wiki/Helge_Ingstad हेलग इगंस्टाड] के द्वारा किये गये अनुसंधान से न्युफ़ाउन्डलैंड के उत्तरी तट पर एक नोर्वेजियन उपनिवेश का अन्वेषण हुआ। माना गया है कि यह जगह, जिसे आज लौंस ओ मेडो के नाम से जाना जाता है, "वोयजेस टु विनलैंड" और अन्य पुस्तकों मे वर्णित लीफ़्सबुदिर है। इगंस्टाड ने यह दिखाया कि नोर्वेजियन और आईस्लैंडिक् लोग क्रिसटोफ़र कोलम्बस से ५०० साल पहले उत्तरी अमेरिका पहुच गये थे। बाद के पुरातात्विक साक्ष्य से पता चलता है कि विनलैंड सेंट लॉरेंस की खाड़ी के आसपास क्षेत्रों मे स्थित था, और लौंस ओ मेडो एक जहाज मरम्मत-स्थल और अन्य यात्राओं के लिये विश्राम-स्थल था। सागास ओफ़ एरिक द रेड मे दो और स्थानों का उल्लेख किया गया है -स्ट्रौमफ़्योर्ड और होप। दोनो ही विनलैंड के दक्षिण मे स्थित हैं।
==निजी जीवन==
लीफ़ एक शक्तिशाली, ज्ञानी,और विचारशील व्यक्ती बताये जाते है। जब लीफ़ हेब्रिडेस मे रुके हुए थे, उनहोने थौरगुना के संग विवाह किया, जिसने लीफ़ के पुत्र थौरगिल्स को जन्म दिया। थौरगिल्स को बाद मे लीफ़ के पास ग्रीनलैंड भेज दिया गया, परंतु वो प्रसिद्ध्ता प्राप्त नही कर पाया। विनलैंड की यात्रा के बाद, लीफ़ वापस ग्रीनलैंड आ कर इसाई धर्म का विस्तार करने लग गये। एरिक ने इसाई धर्म को नही अपनाया, पर थ्योतखिल्द ने इस धर्म को अपनाया और "थ्योतखिल्द चर्च" की स्थापना की। लीफ का आखरी जिवीत उल्लेख सन् १०१९ मे हुआ है, और सन् १०२५ मे लीफ़ के बेटे थौरकेल को ईरिकफ्योर्ड का सरदार बाना दिया गया। धारावाहिकों मे लीफ कि मृत्यु का विवरण नही किया गया है-उनकी मृत्यु १०१९ और १०२५ के बीच मे हुई थी।
 
==सन्दर्भ==