133
सम्पादन
No edit summary |
दीपिका जोशी (चर्चा | योगदान) (→दंतकथा) |
||
==दंतकथा==
मान्यता है इसी स्थान पर ध्रुव ने जन्म लेकर परमात्मा की प्राप्ति के लिए बाल्यकाल में कठोर तप किया और ध्रुवतारा बनकर अमरत्व की प्राप्ति की। रखरखाव के अभाव में टीले का काफी हिस्सा गंगा में समाहित हो चुका है लेकिन टीले पर बने दत्त मंदिर में रखी तपस्या में लीन [[ध्रुव]] की प्रतिमा अस्तित्व खो चुके प्राचीन मंदिर की याद दिलाती रहती है। बताते हैं गंगा तट पर स्थित ध्रुवटीला किसी समय लगभग
==कानपुर के दर्शनीय स्थल==
नानाराव पार्क (कम्पनी बाग), चिड़ियाघर, राधा-कृष्ण मन्दिर, सनाधर्म मन्दिर, काँच का मन्दिर, श्री हनुमान मन्दिर पनकी, सिद्धनाथ मन्दिर, जाजमऊ आनन्देश्वर मन्दिर परमट, जागेश्वर मन्दिर चिड़ियाघर के पास, सिद्धेश्वर मन्दिर चौबेपुर के पास, बिठूर साँई मन्दिर, मन्धना तकनीकी एवं शैक्षिक संस्थान, श्री छत्रपति साहूजी महाराज विश्वविद्यालय (पूर्व में कानपुर विश्वविद्यालय), भारतीय तकनीकी संस्थान (आई.आई.टी.), हरकोर्ट बटलर तकनीकी संस्थान(एच.बी.टी.आई.), चन्द्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय कानपुर, गंगा बैराज इत्यादि।
|
सम्पादन